जमशेदपुर में दीपावली की धूम, नेताओं ने परिवार संग मनाई दिवाली और दीं झारखंडवासियों को खास शुभकामनाएं
जमशेदपुर में इस बार की दीपावली खास रही, जहां नेताओं ने परिवार संग दीप जलाकर गणेश-लक्ष्मी की पूजा की और आतिशबाजी की। पढ़ें, कैसे पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और अन्य राजनीतिक नेताओं ने झारखंडवासियों को अपनी खास शुभकामनाएं दीं।
जमशेदपुर: झारखंड के जमशेदपुर शहर में दीपावली की धूम इस बार अलग ही रही। पूरे शहर में दीपों की रोशनी और आतिशबाजी से लेकर भक्ति की लहर देखने को मिली। क्या आम क्या खास, सभी ने दीपावली का पर्व पूरे परिवार के साथ मिलकर बड़े धूमधाम से मनाया। हर कोई अपने घरों को मिट्टी के दीयों और रंग-बिरंगे पटाखों से सजाते हुए दीपावली की खुशी को अपनी तरह से मना रहा था। दीपावली के इस खास मौके पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास समेत कई प्रमुख नेताओं ने भी परिवार संग दीप जलाए, पूजा की, और झारखंडवासियों को विशेष शुभकामनाएं दीं।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का विशेष जश्न
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह ओडिशा के वर्तमान राज्यपाल रघुवर दास ने भी इस बार की दीपावली अपने परिवार के साथ मनाई। रघुवर दास ने लक्ष्मी-गणेश की विशेष पूजा करते हुए झारखंड के सभी निवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की और कहा कि यह पर्व केवल रोशनी का ही नहीं बल्कि समर्पण और परोपकार का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा, "दीपावली हमें यह सिखाती है कि अंधकार के बाद हमेशा रोशनी आती है।" रघुवर दास ने अपने परिवार के साथ आतिशबाजी की और झारखंडवासियों के लिए उज्जवल भविष्य की कामना की।
कांग्रेस के उम्मीदवार बन्ना गुप्ता की दीपावली
जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी बन्ना गुप्ता ने भी इस पर्व को अपने परिवार के साथ घर पर मनाया। गुप्ता ने पूरे रीति-रिवाज से पूजा-अर्चना की, और फिर परिवार के साथ आतिशबाजी करते हुए इस पर्व की रौनक बढ़ाई। इस खास मौके पर बन्ना गुप्ता की पत्नी सुधा गुप्ता भी उनके साथ रहीं और पूरे परिवार ने मिलकर लक्ष्मी-गणेश का आह्वान किया। उन्होंने झारखंड के सभी नागरिकों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा, "यह पर्व हमें एकता और भाईचारे का संदेश देता है।"
एनडीए प्रत्याशी सरयू राय की पारिवारिक दीपावली
वहीं दूसरी ओर, जमशेदपुर पश्चिम से ही एनडीए के उम्मीदवार सरयू राय ने भी दीपावली का जश्न अपने परिवार के साथ मिलकर मनाया। घर पर पारंपरिक अंदाज में सजावट करने के बाद उन्होंने अपने पूरे परिवार के साथ मिलकर दीयों की रोशनी में लक्ष्मी पूजन किया। राय ने कहा कि दीपावली हमें हमारे संस्कृति और संस्कारों की याद दिलाती है। उन्होंने झारखंडवासियों को विशेष बधाई देते हुए कहा, "आइए, हम सभी मिलकर इस पर्व पर एक-दूसरे के प्रति प्रेम और सहयोग का भाव रखें और प्रदेश को एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाएं।"
दीपावली और धार्मिक महत्व
दीपावली का त्योहार झारखंड में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। स्थानीय संस्कृति में यह पर्व धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना गया है। कई परिवारों में पुरानी परंपरा है कि इस दिन मिट्टी के दीए जलाए जाते हैं, जिससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है और परंपराएं भी जीवित रहती हैं। नेताओं ने अपने संदेशों के जरिए दीपावली के इस पर्व को साफ-सुथरी और सुरक्षित तरीके से मनाने का संदेश भी दिया।
धार्मिक आस्था और आतिशबाजी का संगम
जमशेदपुर में इस बार की दीपावली का नजारा देखने लायक था, जहां हर गली-मोहल्ले में दीयों की कतारें, रंगोली और पटाखों की चमक छाई रही। नेताओं ने इस पर्व को परिवार के साथ मनाते हुए समाज को एकता और भाईचारे का संदेश दिया, जो झारखंड के विविध सांस्कृतिक ताने-बाने में एकता का प्रतीक है। दीपावली का यह पर्व अंधकार पर प्रकाश की जीत को दिखाता है, और यह भावना ही लोगों को जोड़ने का काम करती है।
What's Your Reaction?