Jamshedpur Training: मतगणना की तैयारी तेज, दो पालियों में दिया गया प्रशिक्षण

जमशेदपुर में पोस्टल बैलेट और ईवीएम मतगणना के लिए दो पालियों में प्रशिक्षण आयोजित। जानें मतगणना प्रक्रिया की तैयारियों की हर अहम जानकारी।

Nov 19, 2024 - 16:51
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Jamshedpur Training: मतगणना की तैयारी तेज, दो पालियों में दिया गया प्रशिक्षण
Jamshedpur Training: मतगणना की तैयारी तेज, दो पालियों में दिया गया प्रशिक्षण

जमशेदपुर, 19 नवम्बर 2024: झारखंड के जमशेदपुर में आगामी विधानसभा चुनाव की मतगणना को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। 20 नवंबर को मतदान के बाद मतगणना कार्य की संवेदनशीलता को देखते हुए जिला प्रशासन ने कर्मचारियों और अधिकारियों को विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी अनन्य मित्तल के निर्देशन में बिष्टुपुर स्थित माइकल जॉन सभागार में यह प्रशिक्षण दो पालियों में आयोजित किया गया।

मतगणना प्रक्रिया का दो चरणों में प्रशिक्षण

प्रशिक्षण के पहले चरण में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक पोस्टल बैलेट काउंटिंग स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया। वहीं, दूसरे चरण में दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक ईवीएम काउंटिंग से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रक्रिया मतगणना कार्य को सुचारु और त्रुटिहीन बनाने के उद्देश्य से आयोजित की गई।

परियोजना निदेशक ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश

आईटीडीए के परियोजना निदेशक दीपांकर चौधरी ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मतगणना कार्य अत्यधिक संवेदनशील और जिम्मेदारी भरा है। उन्होंने सभी कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे प्रशिक्षण के दौरान अपनी शंकाओं को स्पष्ट करें और सुनिश्चित करें कि कार्य में किसी भी प्रकार की गलती न हो। उन्होंने कहा, "मतगणना की प्रक्रिया न केवल सटीकता बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की गरिमा बनाए रखने का भी माध्यम है।"

मतगणना कर्मियों के लिए सख्त निर्देश

प्रशिक्षण के दौरान मतगणना कर्मियों को मतगणना हॉल में अनुपालन करने वाले नियमों से अवगत कराया गया। उन्हें बताया गया:

  • सुबह 5 बजे उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य होगा।
  • हॉल में खाने-पीने का सामान और मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा।
  • सभी कर्मचारियों को निर्धारित प्रारूपों और रिपोर्टिंग प्रक्रियाओं के पालन के लिए प्रशिक्षित किया गया।

शंकाओं का समाधान मास्टर ट्रेनर्स द्वारा

प्रशिक्षण में मौजूद जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स ने कर्मचारियों की शंकाओं का समाधान किया। ट्रेनिंग के दौरान पोस्टल बैलेट और ईवीएम काउंटिंग के हर तकनीकी पहलू को विस्तार से समझाया गया। उन्हें यह भी बताया गया कि चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक कदम पर सतर्क रहना आवश्यक है।

इतिहास से सीखने की पहल

झारखंड में चुनावी इतिहास यह बताता है कि मतगणना प्रक्रिया अक्सर विवादों और देरी का शिकार रही है। यही कारण है कि इस बार जिला प्रशासन ने मतगणना प्रक्रिया को पारदर्शी और त्रुटिहीन बनाने के लिए यह विस्तृत प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया। यह प्रशिक्षण इस बात का प्रमाण है कि प्रशासन लोकतांत्रिक प्रक्रिया के हर पहलू को सुचारु बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

मतगणना हॉल का माहौल और सुरक्षा

प्रशासन ने मतगणना हॉल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रक्रिया के दौरान किसी भी बाहरी हस्तक्षेप से बचें। मतगणना हॉल में केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी, और सभी गतिविधियों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों का उपयोग किया जाएगा।

आधुनिक तकनीक और पारदर्शिता

इस बार मतगणना प्रक्रिया में आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। पोस्टल बैलेट और ईवीएम से प्राप्त डेटा को तुरंत डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपडेट किया जाएगा ताकि प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे।

चुनावी तैयारियों का निष्कर्ष

जमशेदपुर में जिला प्रशासन की यह पहल दर्शाती है कि वे मतगणना प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और त्रुटिहीन बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कर्मचारियों को दिए गए इस व्यापक प्रशिक्षण से यह सुनिश्चित होगा कि 2024 के चुनावी परिणाम समय पर और सटीक रूप से घोषित किए जा सकें।

झारखंड की जनता और राजनीतिक दलों की निगाहें अब 20 नवंबर के मतदान के बाद मतगणना प्रक्रिया पर टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार की तैयारियां कितनी सफल साबित होती हैं और चुनाव परिणाम क्या रुख दिखाते हैं।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।