सीजीपीसी ने किया शिक्षा वीरों का सम्मान, चरणप्रीत ने अभाव में भी छोड़ा प्रभाव

सीजीपीसी ने जमशेदपुर के शिक्षा वीरों को सम्मानित किया। चरणप्रीत सिंह ने मुश्किल हालातों में चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने की उपलब्धि हासिल की। हरप्रीत कौर और दिलप्रीत कौर भी सम्मानित।

Aug 3, 2024 - 17:19
Aug 3, 2024 - 17:36
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सीजीपीसी ने किया शिक्षा वीरों का सम्मान, चरणप्रीत ने अभाव में भी छोड़ा प्रभाव
सीजीपीसी ने किया शिक्षा वीरों का सम्मान, चरणप्रीत ने अभाव में भी छोड़ा प्रभाव

जमशेदपुर में सिख समुदाय की प्रमुख संस्था सीजीपीसी (Central Gurudwara Prabandhak Committee) ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षा वीरों का सम्मान किया। शनिवार को साकची स्थित कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में उनके उपलब्धियों की खूब सराहना की गई। इस मौके पर सीजीपीसी के प्रमुख सरदार भगवान सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, मानगो गुरुद्वारा के महासचिव जसवंत सिंह जस्सू और अन्य प्रमुख सदस्य मौजूद थे।

इस सम्मान समारोह का सबसे मार्मिक पहलू था चरणप्रीत सिंह की कहानी। चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का सपना देखते हुए, उन्होंने अपने पिता को खो दिया। बावजूद इसके, उन्होंने अपने संघर्षों को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की। चरणप्रीत की कहानी संघर्ष और संकल्प की मिसाल है और यह सबके लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।

सम्मानित होने वाले अन्य शिक्षा वीरों में हरप्रीत कौर और दिलप्रीत कौर शामिल हैं। हरप्रीत कौर ने डीएलईडी परीक्षा में 92 फीसदी अंक लाकर झारखंड राज्य में अव्वल स्थान प्राप्त किया। वहीं, केरला समजम मॉडल स्कूल की छात्रा दिलप्रीत कौर ने बायो साइंस की बारहवीं की परीक्षा 88 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण की है।

समारोह में प्रमुख सरदार भगवान सिंह ने कहा, "इन बच्चों ने न केवल अपने परिवार का बल्कि पूरे सिख समुदाय और जमशेदपुर का नाम रोशन किया है। यह सम्मान हमारे लिए गर्व का क्षण है।"

सम्मान समारोह के मुख्य बिंदु:

  1. चरणप्रीत सिंह का संघर्ष: पिता के निधन के बाद भी चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का सपना पूरा किया।
  2. हरप्रीत कौर की सफलता: डीएलईडी परीक्षा में 92 फीसदी अंक हासिल कर झारखंड राज्य में अव्वल स्थान प्राप्त किया।
  3. दिलप्रीत कौर का उत्कृष्ट प्रदर्शन: बायो साइंस की बारहवीं की परीक्षा 88 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण की।

इस समारोह में सीजीपीसी के प्रमुख सदस्य सरदार भगवान सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, जसवंत सिंह जस्सू, कुलविंदर सिंह पन्नू, सुखविंदर सिंह राजू, सुखदेव सिंह बिट्टू और सुरजीत सिंह उपस्थित थे। उन्होंने हरप्रीत कौर, दिलप्रीत कौर और चरणप्रीत सिंह को उपहार देकर सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

सीजीपीसी के इस प्रयास से यह साबित होता है कि समाज में शिक्षा का महत्व सर्वोपरि है और इन शिक्षा वीरों के संघर्ष और सफलता की कहानियाँ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेंगी।   सीजीपीसी द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह ने यह दिखा दिया कि समाज में शिक्षा और संघर्ष के प्रति समर्पण कितना महत्वपूर्ण है। हरप्रीत, दिलप्रीत और चरणप्रीत की कहानियाँ हम सभी को प्रेरित करती हैं कि कठिनाइयों के बावजूद अगर हौसला हो तो सफलता जरूर मिलती है। सीजीपीसी के इस कदम से अन्य बच्चों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।

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Chandna Keshri चंदना केशरी, जो गणित-विज्ञान में इंटरमीडिएट हैं, स्थानीय खबरों और सामाजिक गतिविधियों में निपुण हैं।