Jamshedpur Chaos: जादूगोड़ा में हाथियों का उत्पात, किसानों की फसलें हुईं बर्बाद
जादूगोड़ा के भाटिन गांव में ओड़िशा से भटके हाथियों का दल पहुंचा। किसानों की फसलें रौंदी और गांव में मचाई तबाही। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
जादूगोड़ा के भाटिन गांव में इन दिनों वन्यजीवों के आतंक ने किसानों की नींद उड़ा दी है। हाल ही में, ओड़िशा से भटककर आए तीन हाथियों का एक दल भाटिन गांव के झापार टोला में पहुंचा और किसानों की मेहनत को रौंदते हुए फसल को बर्बाद कर दिया। इनमें एक हाथी का बच्चा भी शामिल था, जो इस प्रकरण को और भी दिलचस्प बनाता है। यह घटना न केवल किसानों के लिए दुखद है, बल्कि वन विभाग के लिए भी चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है।
वृक्षों से खेतों तक: हाथियों का अनियंत्रित रुख
हाथियों ने अपनी उपस्थिति से न केवल भाटिन गांव, बल्कि नूतनडीह गांव के किसानों को भी परेशान किया। यहां रामेश्वर सरदार, भैरव सरदार, मनोज सरदार, कार्तिक सरदार, मंगल सरदार और आशीष सरदार जैसे किसानों की धान की फसलें रौंदी गईं। एक महीने पहले ही वन विभाग की सहायता से इन हाथियों को हरिणा से ओड़िशा की ओर भेजा गया था। हालांकि, अब ये हाथी मानपुर होकर फिर से जादूगोड़ा के जंगल में लौट आए हैं और गांव के खेतों में प्रवेश कर रहे हैं।
वन विभाग का हरकत में आना
वन रक्षक अरुण कुमार ने बताया कि इन हाथियों के गांव में प्रवेश की जानकारी मिलने पर वह सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने पीड़ित किसानों से मुलाकात की और पटाखों का वितरण किया ताकि हाथी दूर रहें। अरुण कुमार ने यह भी बताया कि इन हाथियों को वापस ओड़िशा भेजने के लिए वन विभाग की पूरी टीम काम कर रही है।
किसानों का संघर्ष और समाधान की तलाश
भाटिन गांव के किसान संतोष सरदार ने कहा कि पिछले दो दिन से ये हाथी उनके खेतों में घुसकर फसल को नष्ट कर रहे हैं। शाम होते ही ये हाथी गांव में उतर आते हैं और रात भर खेतों में घूमते हैं, जबकि सुबह होते ही वापस जंगलों में लौट जाते हैं। उन्होंने बताया कि हाथी अब गांव के तालाब में भी मस्ती कर रहे हैं, जिससे उनकी परेशानियों में इजाफा हो रहा है।
इतिहास की गवाह: जादूगोड़ा का वन्यजीव संकट
जादूगोड़ा, जो अपनी खनिज संपदा के लिए जाना जाता है, इन वर्षों में वन्यजीवों की गतिविधियों का भी गवाह रहा है। इस क्षेत्र में हाथियों का आना-जाना आम बात है, लेकिन उनकी फसल को नुकसान पहुंचाना एक गंभीर समस्या है। वन विभाग को इस संकट का समाधान निकालने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
वन विभाग का बड़ा मकसद
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इन हाथियों के झुंड की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी संभावित मानव हानि से बचा जा सके। उनका लक्ष्य है कि जल्द से जल्द इन हाथियों को सुरक्षित रूप से ओड़िशा भेजा जाए।
समाप्ति: किसानों की उम्मीद
जादूगोड़ा में इन हाथियों के उत्पात से किसान चिंतित हैं, लेकिन वन विभाग की सक्रियता और उनके प्रयासों से उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
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