Jamshedpur Inspection – बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर बड़ी सख्ती, उड़ाए गए मोबाइल और हेडफोन!
झारखंड में मैट्रिक और इंटर बोर्ड परीक्षा को कदाचारमुक्त बनाने के लिए प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। SDO धालभूम ने जमशेदपुर के परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया और कड़े निर्देश जारी किए। जानें पूरी खबर!

जमशेदपुर: झारखंड में मैट्रिक बोर्ड परीक्षा 2025 को कदाचारमुक्त और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में धालभूम अनुमंडल पदाधिकारी (SDO) शताब्दी मजूमदार ने जमशेदपुर के परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया और कड़े निर्देश जारी किए।
निरीक्षण के दौरान मोबाइल, स्मार्ट वॉच और हेडफोन के साथ पकड़े गए छात्रों को कक्षा में प्रवेश नहीं दिया गया। प्रशासन ने साफ कर दिया कि परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
परीक्षा में होगी सख्ती, कदाचार पर कड़ी नजर!
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) द्वारा आयोजित मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुट गया है। उपायुक्त के आदेश पर जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का एसडीओ, एलआरडीसी, बीडीओ और सीओ लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं।
निरीक्षण के दौरान SDO धालभूम शताब्दी मजूमदार ने शिक्षकों और परीक्षा पर्यवेक्षकों को सख्त हिदायत दी कि –
एक बेंच पर दो से अधिक छात्र नहीं बैठेंगे।
परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, हेडफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लाने की सख्त मनाही होगी।
परीक्षा केंद्रों में प्रवेश से पहले छात्रों की कड़ी जांच की जाएगी।
पुलिस की कड़ी चौकसी, हर एग्जाम हॉल में होगी जांच!
एसडीओ ने पुलिस बल को निर्देश दिया कि परीक्षा केंद्रों पर प्रथम और द्वितीय पाली में छात्रों की गहन तलाशी ली जाए। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा।
इतना ही नहीं, उड़नदस्ते और मजिस्ट्रेट की टीम भी परीक्षा केंद्रों पर तैनात की गई है। हर परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि कोई भी अनुचित गतिविधि पकड़ी जा सके।
बोर्ड परीक्षाओं में नकल का इतिहास – क्यों बढ़ती है प्रशासन की चिंता?
झारखंड सहित कई राज्यों में बोर्ड परीक्षाओं के दौरान नकल और कदाचार की घटनाएं आम रही हैं।
- 2016 में बिहार बोर्ड का "टॉपर घोटाला" सामने आया था, जहां एक छात्रा से जब पूछा गया कि "प्रोटॉन और न्यूट्रॉन क्या होते हैं?" तो उसने जवाब दिया, "ये खाना बनाने की चीजें हैं।"
- 2018 में झारखंड में कई परीक्षा केंद्रों से नकल करते पकड़े गए छात्रों की तस्वीरें वायरल हुई थीं।
- 2022 में भी झारखंड बोर्ड परीक्षा में कई छात्रों को अनुचित साधनों का इस्तेमाल करते पकड़ा गया था।
इन्हीं घटनाओं को ध्यान में रखते हुए झारखंड प्रशासन इस बार परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं करेगा।
छात्रों और अभिभावकों के लिए प्रशासन की अपील
निरीक्षण के बाद प्रशासन ने छात्रों और अभिभावकों से अपील की है कि वे परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी न करें।
- छात्रों को परीक्षा केंद्र पर समय से पहले पहुंचना होगा।
- प्रवेश पत्र और आवश्यक दस्तावेजों की जांच के बाद ही परीक्षा हॉल में एंट्री दी जाएगी।
- यदि कोई छात्र नकल या अनुचित साधनों का उपयोग करते पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए क्या कर रही सरकार?
राज्य सरकार ने इस बार कदाचारमुक्त परीक्षा कराने के लिए कई कदम उठाए हैं:
हर परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
स्टेटिक मजिस्ट्रेट और उड़नदस्ते की टीम हर परीक्षा केंद्र का औचक निरीक्षण कर रही है।
संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत FIR दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
परीक्षा हॉल में मोबाइल और अन्य गैजेट्स पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है।
क्या इस बार नकल मुक्त होगी झारखंड बोर्ड परीक्षा?
प्रशासन के इतने कड़े इंतजामों के बावजूद सवाल यह उठता है कि क्या इस बार परीक्षा 100% नकल मुक्त हो पाएगी?
अगर सरकार और प्रशासन अपनी सख्ती बनाए रखते हैं और छात्र-शिक्षक भी नियमों का पालन करते हैं, तो झारखंड में पहली बार एक "नकल मुक्त बोर्ड परीक्षा" संभव हो सकती है।
अब देखना यह होगा कि ये इंतजाम परीक्षा के अंतिम दिन तक जारी रहते हैं या नहीं!
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