Mahakumbh special trains: महाकुंभ 2025 के लिए रांची और टाटानगर से चलेंगी स्पेशल ट्रेनें

महाकुंभ 2025 के लिए भारतीय रेलवे ने शुरू की 13,000 स्पेशल ट्रेनें। रांची और टाटानगर से विशेष ट्रेनों का संचालन, यात्रियों के लिए यात्रा होगी सुगम और आरामदायक।

Dec 30, 2024 - 19:45
Dec 30, 2024 - 19:49
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Mahakumbh special trains: महाकुंभ 2025 के लिए रांची और टाटानगर से चलेंगी स्पेशल ट्रेनें
Mahakumbh special trains: महाकुंभ 2025 के लिए रांची और टाटानगर से चलेंगी स्पेशल ट्रेनें
भारतीय रेलवे ने महाकुंभ 2025 के लिए तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इस ऐतिहासिक आयोजन के दौरान, लगभग 13,000 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। इनमें से दक्षिण पूर्व रेलवे (SER) ने अपनी प्रमुख भूमिका निभाते हुए रांची और टाटानगर से विशेष ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित किया है।

महाकुंभ की ऐतिहासिक परंपरा और रेलवे की तैयारी

महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु स्नान, ध्यान और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए प्रयागराज और अन्य पवित्र स्थलों पर एकत्र होते हैं। रेलवे ने हर बार इस आयोजन के दौरान यात्रा को आसान बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।

इस बार, दक्षिण पूर्व रेलवे ने महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों के लिए अपनी कमर कस ली है। 15 रेक्स को उत्तर मध्य रेलवे के लिए तैयार किया गया है। इनमें से दो रेक्स पहले ही भेजे जा चुके हैं, जबकि बाकी 13 रेक्स कुछ ही दिनों में तैयार होकर भेज दिए जाएंगे।

विशेष ट्रेनें और उनका शेड्यूल

08057/08058 टाटानगर-तुंडला-टाटानगर स्पेशल

  • 08057 टाटानगर-तुंडला स्पेशल:
    यह ट्रेन 19 जनवरी 2025 को रात 20:55 बजे टाटानगर से रवाना होगी और अगले दिन 19:20 बजे तुंडला पहुंचेगी।
  • 08058 तुंडला-टाटानगर स्पेशल:
    यह ट्रेन 21 जनवरी 2025 को तुंडला से सुबह 03:00 बजे रवाना होगी और उसी दिन रात 23:55 बजे टाटानगर पहुंचेगी।
  • स्टॉपेज: चांडिल, पुरुलिया, और भोजुडीह।

08067/08068 रांची-तुंडला-रांची स्पेशल

  • 08067 रांची-तुंडला स्पेशल:
    यह ट्रेन 19 जनवरी 2025 को सुबह 10:30 बजे रांची से रवाना होगी और अगले दिन सुबह 06:30 बजे तुंडला पहुंचेगी।
  • 08068 तुंडला-रांची स्पेशल:
    यह ट्रेन 20 जनवरी 2025 को तुंडला से शाम 16:20 बजे रवाना होगी और अगले दिन दोपहर 15:50 बजे रांची पहुंचेगी।
  • स्टॉपेज: मूरी और बोकारो स्टील सिटी।

ट्रेनों की सजावट और अनुभव को खास बनाने की कोशिश

रेलवे बोर्ड ने महाकुंभ के उत्सव को ध्यान में रखते हुए विशेष ट्रेनों की विनाइल रैपिंग डिजाइन तैयार की है। यह रैपिंग कोच की खिड़कियों के नीचे चिपकाई जाएगी। रैपिंग न केवल ट्रेनों को एक सुंदर रूप देती है, बल्कि महाकुंभ के महत्व को भी दर्शाती है।

श्रद्धालुओं की यात्रा होगी आरामदायक

महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों के संचालन से न केवल तीर्थयात्रियों को सहूलियत मिलेगी, बल्कि रेलवे की सेवा में भी एक नया आयाम जोड़ा जाएगा। लाखों यात्रियों को समय पर उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने युद्धस्तर पर तैयारी की है।

महाकुंभ और रेलवे का अद्वितीय संबंध

महाकुंभ मेले का आयोजन हर 12 साल में होता है। पिछले कई दशकों से रेलवे ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रेलवे न केवल तीर्थयात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने का माध्यम है, बल्कि यह आयोजन की सफलता के लिए एक मजबूत कड़ी भी है।

समाज और संस्कृति को जोड़ने का प्रयास

महाकुंभ मेले में रेलवे की भागीदारी यह दिखाती है कि कैसे यह संस्थान न केवल यात्रा को सुविधाजनक बनाता है, बल्कि समाज के सभी वर्गों को एक साथ जोड़ने में भी अहम भूमिका निभाता है।

यदि आप भी महाकुंभ 2025 में जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन विशेष ट्रेनों का लाभ उठाएं और अपनी यात्रा को सुगम बनाएं। टिकट बुकिंग जल्द शुरू होने वाली है, अपनी सीट सुरक्षित करें।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।