Giridih Mystery – बेटी का जन्मदिन मना घर से निकला युवक, सुबह सड़क किनारे मिला शव, पुलिस जांच में जुटी
गिरिडीह में बेटी का जन्मदिन मना घर से निकले युवक का शव सड़क किनारे मिला। हत्या या दुर्घटना के बीच उलझे इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।
झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ-देवघर मुख मार्ग पर मंगलवार की सुबह एक युवक का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। युवक की पहचान बिहार के चकाई थाना क्षेत्र के घुटिया गांव निवासी 21 वर्षीय अजय कुमार के रूप में हुई है। सोमवार की रात उसने अपनी एक वर्षीय बेटी का जन्मदिन मनाने के बाद घर छोड़ा था। जन्मदिन की खुशी मातम में बदल गई, और पूरे परिवार में शोक का माहौल छा गया।
घटना का विवरण: सड़क किनारे मिला शव, बाइक पास में पड़ी
अजय कुमार का शव देवरी थाना क्षेत्र के पथराटांड़ के पास सड़क किनारे पड़ा मिला। शव से महज ढाई मीटर की दूरी पर उसकी बाइक भी पड़ी हुई थी। आसपास के लोगों ने शव को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। देवरी थाना के सब-इंस्पेक्टर उपेंद्र यादव ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और छानबीन शुरू कर दी।
अजय का आखिरी सफर: बेटी का जन्मदिन और रात का सफर
परिजनों के अनुसार, अजय ने सोमवार रात पूरे उत्साह से अपनी बेटी पार्वती का पहला जन्मदिन मनाया। रात करीब दो बजे, वह यह कहकर घर से निकला कि उसे डीजे वाले को छोड़ने मकडीहा जाना है। मंगलवार सुबह खबर मिली कि उसका शव सड़क किनारे पड़ा मिला है।
मौत पर संशय: हत्या या दुर्घटना?
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, सड़कों पर दुर्घटना के स्पष्ट निशान नहीं मिले। अजय के पैर में सिर्फ मोजे थे, लेकिन जूते गायब थे। इससे घटना पर संदेह गहराता है। लक्षुआडीह की कुछ महिलाओं ने बताया कि रात करीब दो बजे वाहन टकराने जैसी तेज आवाज सुनाई दी थी। यह सवाल उठता है कि क्या यह वास्तव में सड़क दुर्घटना थी या कुछ और?
दिल्ली से घर आया था अजय: पारिवारिक उत्सव का दुखद अंत
अजय दिल्ली में मजदूरी करता था और बेटी के जन्मदिन के लिए गांव आया था। एक दिन पहले तक घर में उत्सव का माहौल था, लेकिन मंगलवार को यह मातम में बदल गया। परिजन अजय की मौत को लेकर बेहद आहत और सदमे में हैं।
पुलिस की जांच: पोस्टमार्टम से होगा सच का खुलासा
देवरी थाना के प्रभारी सोनू कुमार साहू ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के सही कारणों का पता चलेगा। पुलिस का मानना है कि यह मामला सड़क दुर्घटना का हो सकता है, लेकिन अन्य संभावनाओं पर भी जांच जारी है।
सड़क हादसों का इतिहास और बढ़ते सवाल
झारखंड-बिहार सीमांत क्षेत्र पर सड़क हादसे कोई नई बात नहीं हैं। यहां खराब सड़कें और अंधेरे में तेज रफ्तार वाहनों की वजह से पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन अजय के मामले में स्पष्ट साक्ष्य की कमी इसे रहस्यमय बनाती है।
स्थानीय निवासियों की राय और संवेदनाएं
घटनास्थल पर जमा लोग और परिजन लगातार प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर यह हत्या है, तो दोषियों को जल्द पकड़ा जाए।
न्याय की प्रतीक्षा में परिवार
अजय कुमार की असमय मौत ने उसके परिवार और स्थानीय निवासियों को स्तब्ध कर दिया है। यह मामला सड़क दुर्घटना है या किसी गहरी साजिश का हिस्सा, यह जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा।
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