Galudih Shock: महिला बाइक से गिरकर हुई गंभीर रूप से घायल, समाजसेवी ने बढ़ाया मदद का हाथ
गालूडीह में एक महिला बाइक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई। समाजसेवी मंगल कर्मकार ने मदद से महिला को समय पर इलाज दिलवाया। जानें इस घटना का पूरा विवरण।
गालूडीह: गालूडीह थाना क्षेत्र में खड़िया कॉलोनी बस स्टैंड के पास मंगलवार को एक हैरान करने वाली घटना घटी। चक्कर आने के कारण एक महिला चलती बाइक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई। महिला के कान से खून बहने लगा, जिससे घटना के समय मौके पर हड़कंप मच गया। इस दुर्घटना के बाद समाजसेवी मंगल कर्मकार ने स्थानीय लोगों की मदद से महिला को त्वरित इलाज के लिए एनएचएआई के एंबुलेंस से अनुमंडल अस्पताल घाटशिला भेजा।
घटना का विवरण और घायल महिला की पहचान
जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह झाटीझरना पंचायत के फुलझोर गांव के निवासी सुकरा मुंडा अपनी 55 वर्षीय दीदी सूरी मुंडा के साथ बड़ाखूर्शी पंचायत के निश्चिंतपुर गांव पूजा करने जा रहे थे। जब उनकी बाइक खड़िया कॉलोनी के पास पहुंची, तभी अचानक सूरी मुंडा को चक्कर आ गया और वह बाइक से गिर गई। गिरने के बाद महिला के सिर और कान से खून बहने लगा, जिससे उनका हालत गंभीर हो गई।
समाजसेवी का तत्पर योगदान
घटना के तुरंत बाद, समाजसेवी मंगल कर्मकार ने स्थानीय लोगों के सहयोग से घायल महिला को प्राथमिक सहायता दी और उसे एनएचएआई के एंबुलेंस से अनुमंडल अस्पताल घाटशिला भेजने की व्यवस्था की। मंगल कर्मकार की इस तत्परता और निस्वार्थ सेवा की सराहना की जा रही है। उनके प्रयासों से महिला को समय पर इलाज मिल सका, जिससे उनकी स्थिति में सुधार हो सकता है।
स्वास्थ्य सुविधा और अस्पताल की स्थिति
घायल महिला को अनुमंडल अस्पताल घाटशिला में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि महिला की हालत अभी स्थिर है, लेकिन उनकी हालत पर निगरानी रखी जा रही है। चिकित्सकों का कहना है कि समय पर इलाज मिलने से महिला की जान को खतरा नहीं है।
गालूडीह का इतिहास और सड़क सुरक्षा
गालूडीह, जो झारखंड के पूर्वी हिस्से में स्थित एक प्रमुख क्षेत्र है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में सड़क पर दुर्घटनाओं की संख्या में इज़ाफ़ा हुआ है, जिससे स्थानीय प्रशासन और जनता में चिंता बढ़ी है। सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन की अहमियत को लेकर यह घटना एक बार फिर से समाज और प्रशासन दोनों के लिए एक चेतावनी है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद, स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से सड़क पर सुरक्षा उपायों को और प्रभावी बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि खड़िया कॉलोनी जैसे व्यस्त स्थानों पर सड़क की स्थिति और यातायात नियमों का उल्लंघन आम बात हो गई है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।
समाजसेवी मंगल कर्मकार की पहल
मंगल कर्मकार जैसे समाजसेवियों की पहल से यह साबित होता है कि समाज में जब जागरूकता और सहानुभूति हो, तो किसी भी मुश्किल को हल किया जा सकता है। उनकी इस सहायता से न केवल महिला को इलाज मिला, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे समाज एकजुट होकर एक-दूसरे की मदद कर सकता है।
गालूडीह में हुई यह घटना सड़क सुरक्षा की अहमियत को फिर से रेखांकित करती है। सड़क पर चलने वाले हर व्यक्ति को सतर्क रहना चाहिए और प्रशासन को भी सड़क सुरक्षा उपायों को प्रभावी बनाना चाहिए। समाजसेवी मंगल कर्मकार जैसे लोगों की मदद से समाज में बदलाव लाना संभव है।
What's Your Reaction?