चाईबासा में गंदे पानी की सप्लाई से लोग परेशान, समाधान के लिए मंत्री प्रतिनिधि ने की पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता से मुलाकात

चाईबासा में गंदे पानी की सप्लाई से लोग परेशान हैं। मंत्री प्रतिनिधि ने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता से मुलाकात कर इस समस्या का समाधान जल्द करने की मांग की है।

Aug 22, 2024 - 13:56
Aug 22, 2024 - 14:35
चाईबासा में गंदे पानी की सप्लाई से लोग परेशान, समाधान के लिए मंत्री प्रतिनिधि ने की पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता से मुलाकात
चाईबासा में गंदे पानी की सप्लाई से लोग परेशान, समाधान के लिए मंत्री प्रतिनिधि ने की पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता से मुलाकात

पश्चिम सिंहभूम के चाईबासा में पिछले कुछ दिनों से पेयजल आपूर्ति में हो रही अनियमितता और गंदे पानी की सप्लाई ने शहरवासियों को गंभीर परेशानी में डाल दिया है। लोगों को न सिर्फ पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि जो पानी सप्लाई किया जा रहा है, उसमें मिट्टी और गंदगी की मात्रा भी पाई जा रही है। इस वजह से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है, और लूज मोशन, उल्टी, और जॉन्डिस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।

मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग कल्याण (अल्पसंख्यक विभाग को छोड़कर) एवं परिवहन विभाग के मंत्री दीपक बिरुवा के प्रतिनिधि राजाराम गुप्ता ने गुरुवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार से मुलाकात की। इस बैठक में उन्होंने शहर के विभिन्न मोहल्लों जैसे बड़ी बाजार, सदर बाजार, गांधी टोला, मधु बाजार, टुंगरी बड़ा नीमडीह आदि में गंदे पानी की सप्लाई से हो रही समस्याओं को उठाया।

राजाराम गुप्ता ने कहा, "शहर में नियमित रूप से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है और जिन क्षेत्रों में हो रही है, वहां गंदे और मिट्टीयुक्त पानी की सप्लाई हो रही है। यह स्थिति लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है।" उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की समस्या से पहले लोगों को सूचित किया जाना चाहिए, ताकि वे अपनी जरूरतों को पहले से ही संभाल सकें।

इस पर कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि बारिश के कारण मिट्टी का कटाव हुआ था, जिससे डैम के फिल्टर हाउस में मिट्टी जमा हो गई। इस समय, फिल्टर हाउस के 6 बेड में से केवल 2 बेड से ही पानी की शुद्धि की जा रही है, लेकिन 1-2 दिनों में यह समस्या पूरी तरह से सुलझा ली जाएगी। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि जल्द ही पेयजल आपूर्ति को सुचारू कर दिया जाएगा।

चाईबासा में पेयजल की यह समस्या न केवल लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही को भी उजागर करती है। गंदे पानी की सप्लाई और इसकी सूचना का अभाव, दोनों ही गंभीर मुद्दे हैं जिनका समाधान अत्यावश्यक है।

Chandna Keshri मैं स्नातक हूं, लिखना मेरा शौक है।