Dhanbad Water Crisis: धनबाद में पानी के लिए तरस रहे लोग, 5 वर्षों से सूखी पाइपलाइन

धनबाद के वार्ड 54 की अंबेडकर कॉलोनी में पानी की भारी किल्लत है। पिछले 5 वर्षों से यहां पानी की सप्लाई ठप है। शिकायतों के बावजूद समाधान नहीं हुआ।

Jan 21, 2025 - 19:10
 0
Dhanbad Water Crisis: धनबाद में पानी के लिए तरस रहे लोग, 5 वर्षों से सूखी पाइपलाइन
Dhanbad Water Crisis: धनबाद में पानी के लिए तरस रहे लोग, 5 वर्षों से सूखी पाइपलाइन

धनबाद शहर के वार्ड नंबर 54 में पानी की भारी किल्लत ने लोगों की जिंदगी मुश्किल कर दी है। अंबेडकर कॉलोनी के निवासी बीते 5 वर्षों से बूंद-बूंद पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि कोरोना महामारी के बाद से उनकी समस्याएं और बढ़ गई हैं। नगर निगम और माडा द्वारा लगाई गई पाइपलाइनों से भी पानी की सप्लाई ठप है।

पानी की समस्या का दर्दनाक इतिहास

धनबाद खनन उद्योग के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां पानी की समस्या वर्षों से बनी हुई है। अंबेडकर कॉलोनी में दो पाइपलाइनें बिछाई गई थीं—एक माडा और दूसरी नगर निगम द्वारा। शुरुआत में नगर निगम की पाइपलाइन से कुछ दिनों तक पानी की सप्लाई हुई, लेकिन माडा की पाइपलाइन से पानी की एक बूंद भी नहीं मिली।

धनबाद का यह इलाका शहरी क्षेत्र में होने के बावजूद बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

शिकायतों के बाद भी समाधान नहीं

पिछले 5 वर्षों में अंबेडकर कॉलोनी के निवासियों ने कई बार धनबाद नगर निगम को शिकायत दी। हर बार उन्हें केवल आश्वासन मिला, लेकिन समस्या जस की तस बनी रही। 2020 से पहले यहां पानी की आपूर्ति हो रही थी, लेकिन कोरोना महामारी के बाद सप्लाई पूरी तरह बंद हो गई।

समस्या के पीछे क्या है वजह?

  1. पाइपलाइनों का रखरखाव:
    पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए जो पाइपलाइन बिछाई गई, उसका रखरखाव नहीं किया गया। माडा की पाइपलाइन से तो पानी कभी पहुंचा ही नहीं।

  2. प्रशासन की उदासीनता:
    स्थानीय प्रशासन ने समय पर समस्या का समाधान नहीं किया। शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।

  3. प्राकृतिक संसाधनों की कमी:
    धनबाद के आसपास जल स्रोतों की कमी और खनन से बढ़ते प्रदूषण ने समस्या को और जटिल बना दिया है।

क्या कहते हैं स्थानीय लोग?

अंबेडकर कॉलोनी के निवासी बताते हैं कि पानी के लिए उन्हें दूर-दूर तक जाना पड़ता है। कुछ परिवार निजी टैंकरों से पानी खरीदने को मजबूर हैं, जबकि कई लोगों को अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए पानी उधार लेना पड़ता है।

आगे का रास्ता क्या है?

  1. प्रशासन की जवाबदेही:
    स्थानीय प्रशासन को पानी की समस्या का तुरंत समाधान करना चाहिए। पाइपलाइनों की मरम्मत और नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए।

  2. स्थानीय भागीदारी:
    स्थानीय समुदाय को इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन के साथ मिलकर काम करना होगा।

  3. पुनर्निर्माण की योजना:
    माडा और नगर निगम को पाइपलाइनों की नए सिरे से जांच करनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर नए जल स्रोत विकसित करने चाहिए।

समस्या का समाधान कब होगा?

पानी की समस्या धनबाद के कई इलाकों में आम है, लेकिन अंबेडकर कॉलोनी में यह समस्या विकराल रूप ले चुकी है। प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे लोगों की उम्मीदें टूटती जा रही हैं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow