Jamshedpur Mining: प्रशासन ने जब्त किया अवैध बालू ले जा रहा वाहन, कार्रवाई तेज
जमशेदपुर में प्रशासन ने अवैध बालू परिवहन करते हुए एक वाहन को जब्त किया। खनिज टास्क फोर्स की यह कार्रवाई जिला में अवैध खनन पर रोक लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
जमशेदपुर में अवैध खनन और खनिजों के गैरकानूनी परिवहन पर प्रशासन सख्त होता नजर आ रहा है। उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार खनिज टास्क फोर्स द्वारा जिला में नियमित जांच अभियान चलाया जा रहा है। हाल ही में अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) धालभूम शताब्दी मजूमदार के नेतृत्व में मानगो बस स्टैंड के पास से अवैध रूप से बालू ले जा रहे एक वाहन को जब्त किया गया।
अवैध खनन और बालू परिवहन का मामला
मानगो बस स्टैंड गोलचक्कर के पास जेएच 05सीक्यू-8165 नंबर का वाहन बालू ले जा रहा था। जब जांच टीम ने वाहन के चालक से वैध परिवहन चालान मांगा, तो वह दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। इसके बाद वाहन को जब्त कर थाना को सुपुर्द कर दिया गया और अग्रिम कार्रवाई शुरू की गई।
खनिजों की सुरक्षा का इतिहास
खनिज संसाधन किसी भी राज्य की संपत्ति माने जाते हैं और उनका अवैध उत्खनन या परिवहन देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर डालता है। भारत में खनिज सुरक्षा को लेकर 1957 में माइनिंग एंड मिनरल्स डेवलपमेंट रेगुलेशन एक्ट लागू किया गया था। झारखंड, जो खनिज संपदा के लिए प्रसिद्ध है, में इस एक्ट को सख्ती से लागू किया जाता है।
प्रशासन की लगातार कार्रवाई
जिला प्रशासन खनिजों के अवैध परिवहन, भंडारण और उत्खनन पर लगाम लगाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। उपायुक्त अनन्य मित्तल के नेतृत्व में खनिज टास्क फोर्स सक्रिय है और नियमित जांच अभियानों के माध्यम से अवैध गतिविधियों को रोकने की कोशिश की जा रही है।
क्यों जरूरी है यह कार्रवाई?
खनिज संसाधनों का अवैध उत्खनन और परिवहन न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि सरकारी राजस्व को भी भारी नुकसान होता है। बालू जैसे खनिजों का अवैध उत्खनन नदियों के प्राकृतिक प्रवाह को बाधित कर सकता है, जिससे बाढ़ और अन्य पर्यावरणीय समस्याएं पैदा होती हैं।
कैसे हुई यह कार्रवाई?
एसडीओ धालभूम शताब्दी मजूमदार ने मानगो बस स्टैंड के पास एक वाहन को संदिग्ध पाया। जब वाहन चालक से वैध दस्तावेज मांगे गए, तो वह उन्हें दिखाने में असफल रहा। इसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए वाहन को जब्त कर लिया गया।
जांच अभियान आगे भी रहेगा जारी
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि खनिजों के अवैध उत्खनन और परिवहन के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। उपायुक्त अनन्य मित्तल ने निर्देश दिया है कि जिला के हर कोने में ऐसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए।
अवैध खनन के प्रभाव
अवैध खनन से न केवल पर्यावरणीय असंतुलन होता है, बल्कि समाज में असमानता भी बढ़ती है। सरकारी नीतियों और कानूनों का पालन सुनिश्चित करना जरूरी है, ताकि इन संसाधनों का सही उपयोग हो सके।
नतीजे और उम्मीदें
जमशेदपुर प्रशासन की यह पहल न केवल अवैध खनन पर रोक लगाएगी, बल्कि प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की दिशा में भी मददगार साबित होगी। जनता से भी इस अभियान में सहयोग की अपील की गई है।
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