Dhanbad Accident: मैथन डैम में नहाने उतरे तीन किशोर डूबे, इलाके में मचा कोहराम
धनबाद से मैथन डैम घूमने आए दोस्तों के साथ बड़ा हादसा। नहाने के दौरान तीन किशोर डूबे, घर में मातम का माहौल। जानें घटना का पूरा विवरण।
धनबाद: झारखंड के मैथन डैम में बुधवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। धनबाद से घूमने आए छह दोस्तों के समूह में से तीन किशोर डूब गए। यह हादसा शाम करीब चार बजे हुआ। डूबे किशोरों के नाम नयाब गद्दी (15), जायद हुसैन (16), और युवराज सिंह (16) बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद उनके परिवारों में मातम छा गया है, और मैथन डैम का इलाका गमगीन हो गया है।
कैसे हुआ हादसा?
धनबाद से आए छह दोस्तों का दल मैथन डैम के निचले हिस्से में स्थित तीन टावर क्षेत्र में नहाने गया था। नहाने के दौरान तीन किशोर पानी में डूबने लगे। बाकी तीन साथी डर के मारे घटनास्थल से भागकर धनबाद लौट गए और इस घटना को किसी से नहीं बताया।
जब डूबे हुए किशोरों के घरवालों ने अन्य साथियों से पूछताछ की, तो पहले उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। लेकिन जब दबाव डाला गया, तो एक साथी ने हादसे की सच्चाई बयां की। यह सुनकर परिजन तत्काल मैथन डैम पहुंचे, लेकिन तब तक रात हो चुकी थी।
खोजबीन का प्रयास जारी
मैथन ओपी प्रभारी आकृष्ट अमन ने जानकारी दी कि सीआईएसएफ के जवान और स्थानीय लोग किशोरों की तलाश में जुटे हुए हैं। हालांकि, अंधेरा होने के कारण खोजबीन में कठिनाई आ रही है। घटनास्थल पर गहरे पानी और अंधेरे ने बचाव कार्य में रुकावट डाली है।
डैम में डूबने की घटनाएं क्यों बढ़ रही हैं?
मैथन डैम अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यहां डूबने की घटनाओं में वृद्धि हुई है।
- सावधानी की कमी: अधिकांश लोग नहाने के दौरान सुरक्षा निर्देशों का पालन नहीं करते।
- गहराई का अंदाजा नहीं: डैम का पानी गहराई में अचानक बढ़ जाता है, जो डूबने का प्रमुख कारण है।
- सुरक्षा उपायों का अभाव: मैथन डैम पर पर्याप्त संख्या में लाइफगार्ड और चेतावनी बोर्ड नहीं हैं।
डूबे किशोरों का प्रोफाइल
- नयाब गद्दी: नया बाजार का निवासी, 15 साल का।
- जायद हुसैन: टीसी कंपाउंड, बरमसिया का निवासी, 16 साल का।
- युवराज सिंह: वासेपुर का निवासी, 16 साल का।
तीनों किशोर स्कूल के छात्र थे और मैथन डैम पर मौज-मस्ती के इरादे से आए थे।
घर में मातम का माहौल
घटना की जानकारी मिलते ही डूबे हुए किशोरों के परिजन मैथन पहुंचे। माहौल में चीत्कार और गम का दृश्य था। परिजन अपने बच्चों को देखने के लिए बेताब थे, लेकिन देर रात तक भी किसी का पता नहीं चल सका।
जरूरत है सख्त सुरक्षा उपायों की
मैथन डैम जैसी जगहों पर हादसों को रोकने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
- लाइफगार्ड की तैनाती: हर प्रमुख नहाने के क्षेत्र में प्रशिक्षित लाइफगार्ड मौजूद हों।
- सावधानी संकेतक: गहरे पानी और खतरनाक जगहों पर चेतावनी बोर्ड लगाना।
- जन जागरूकता: पर्यटकों को डैम में नहाने के खतरों के बारे में जानकारी देना।
अंतिम शब्द
धनबाद के मैथन डैम में हुई यह घटना न केवल तीन किशोरों के परिवारों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक चेतावनी है। यह हादसा बताता है कि सुरक्षा की अनदेखी किस तरह से जीवन के लिए घातक हो सकती है। अब जरूरत है कि प्रशासन और पर्यटक मिलकर सुरक्षा नियमों का पालन करें ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियां टाली जा सकें।
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