कोलकाता रेप-मर्डर केस: XLRI जमशेदपुर में छात्रों और प्रोफेसरों ने मौन कैंडल मार्च निकालकर किया विरोध प्रदर्शन
कोलकाता रेप-मर्डर केस के खिलाफ XLRI जमशेदपुर में छात्रों और प्रोफेसरों ने मौन कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया, सुरक्षा और समावेशिता की भावना को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई।
जमशेदपुर: कोलकाता में हुए दर्दनाक रेप और मर्डर केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस क्रूर अपराध के खिलाफ आक्रोश और पीड़ित के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए XLRI जमशेदपुर के छात्र और प्रोफेसर एकजुट होकर आगे आए। 100 से अधिक छात्र-छात्राओं और प्रोफेसरों ने पूरे परिसर में मौन कैंडल मार्च निकाला, जिसके बाद एक मिनट का मौन रखकर पीड़ित की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
XLRI का संवेदनशील पहल
XLRI जमशेदपुर ने इस घटना के विरोध में एकजुटता दिखाने के लिए इस मौन कैंडल मार्च का आयोजन किया। संस्थान के छात्र और प्रोफेसर इस घटना से बेहद आहत हैं और उन्होंने इस दर्दनाक घटना के खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए इस पहल को चुना। मार्च के दौरान परिसर में गहन शांति छाई रही, जो वहां मौजूद हर व्यक्ति के दिल में इस घटना की गहराई और पीड़ा को व्यक्त कर रही थी।
राष्ट्रीय मुद्दे के प्रति एकजुटता
यह मौन कैंडल मार्च केवल एक स्थानीय घटना तक सीमित नहीं था, बल्कि इसे राष्ट्रीय मुद्दे के प्रति एकजुटता के रूप में देखा गया। कोलकाता रेप-मर्डर केस ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है, और XLRI जमशेदपुर के छात्रों और प्रोफेसरों ने अपने तरीके से इस मुद्दे पर अपनी चिंता और विरोध व्यक्त किया।
परिसर में सुरक्षा और समावेशिता की प्रतिबद्धता
XLRI जमशेदपुर ने इस मौके पर अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई कि वे अपने परिसर में सुरक्षा और समावेशिता की भावना को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस प्रकार की घटनाएं समाज को गहरे सवालों में डाल देती हैं, और ऐसे में यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि शिक्षण संस्थान न केवल इन मुद्दों के प्रति जागरूक हों, बल्कि उनके खिलाफ एकजुट होकर खड़े भी हों।
संवेदना व्यक्त करने का अनूठा तरीका
इस मार्च के माध्यम से XLRI ने पीड़ितों के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। मार्च के दौरान उपस्थित सभी लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर अपनी भावनाओं को प्रकट किया, और इसके बाद एक मिनट का मौन रखा गया। यह एक ऐसा क्षण था जिसने वहां उपस्थित सभी लोगों को एकजुट किया और उन्हें यह याद दिलाया कि न्याय के लिए लड़ना कितना महत्वपूर्ण है।
अखिल भारतीय स्तर पर जागरूकता की आवश्यकता
कोलकाता रेप-मर्डर केस ने देश में महिलाओं की सुरक्षा के सवाल को फिर से उठाया है। इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और न्याय की मांग के लिए यह आवश्यक है कि देशभर के संस्थान, संगठन और आम जनता एकजुट होकर खड़े हों। XLRI जमशेदपुर के इस कदम से यह संदेश गया कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ देश की युवा पीढ़ी जागरूक और सक्रिय है।
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