जाने-माने अधिवक्ता मिथिलेश पांडे का निधन: बार एसोसिएशन ने जताई गहरी संवेदना
सरायकेला-खरसावां के आदित्यपुर निवासी अधिवक्ता मिथिलेश पांडे का निधन, 24 जुलाई को होगा दाह संस्कार। जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले पांडे के निधन पर बार एसोसिएशन ने गहरी संवेदना व्यक्त की।
सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर निवासी और जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले जाने-माने अधिवक्ता मिथिलेश पांडे का निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) में चल रहा था। उनके निधन की खबर से अधिवक्ता समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है।
बीमारी और इलाज
मिथिलेश पांडे की बीमारी के चलते उनका लंबे समय से टीएमएच में इलाज चल रहा था। दुर्भाग्यवश, वे इस बीमारी से जूझते हुए अंततः 23 जुलाई को हमें छोड़कर चले गए। उनके पार्थिव शरीर को अस्पताल के शीत गृह में रखा गया है और 24 जुलाई को पार्वती घाट में उनका दाह संस्कार किया जाएगा।
बार एसोसिएशन की संवेदना
अधिवक्ता मिथिलेश पांडे के निधन की सूचना मिलने के बाद बार एसोसिएशन के सदस्यों ने गहरी संवेदना प्रकट की। बार एसोसिएशन के अधिवक्ता अक्षय कुमार झा ने कहा, "मिथिलेश पांडे जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में एक प्रतिष्ठित अधिवक्ता थे। उनके निधन से अधिवक्ता समुदाय में गहरा शोक व्याप्त है।"
श्रद्धांजलि
बार एसोसिएशन के कई प्रमुख सदस्यों ने पांडे को श्रद्धांजलि अर्पित की। अधिवक्ता दिवेंदु मंडल, रामायण प्रसाद, बलाई पांडा समेत कई अन्य अधिवक्ताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सभी ने एक स्वर में कहा कि मिथिलेश पांडे के योगदान और उनकी सेवा को हमेशा याद रखा जाएगा।
पारिवारिक और सामाजिक जीवन
मिथिलेश पांडे न केवल एक कुशल अधिवक्ता थे, बल्कि वे अपने पारिवारिक और सामाजिक जीवन में भी काफी सक्रिय थे। उनके निधन से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज में शोक की लहर है।
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