Dhalbhum Inspection: अनुमंडल पदाधिकारी ने सखी-वन स्टॉप सेंटर और चाइल्ड हेल्पलाइन का किया औचक निरीक्षण, अहम दिशा-निर्देश

धालभूम के अनुमंडल पदाधिकारी ने सखी-वन स्टॉप सेंटर और चाइल्ड हेल्पलाइन का औचक निरीक्षण किया। पीड़ित महिलाओं और बच्चों के लिए जरूरी सुधारों पर जोर दिया गया।

Feb 5, 2025 - 16:48
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Dhalbhum Inspection: अनुमंडल पदाधिकारी ने सखी-वन स्टॉप सेंटर और चाइल्ड हेल्पलाइन का किया औचक निरीक्षण, अहम दिशा-निर्देश
Dhalbhum Inspection: अनुमंडल पदाधिकारी ने सखी-वन स्टॉप सेंटर और चाइल्ड हेल्पलाइन का किया औचक निरीक्षण, अहम दिशा-निर्देश

धालभूम, 5 फरवरी 2025 – धालभूम के अनुमंडल पदाधिकारी शताब्दी मजूमदार ने रेडक्रॉस भवन स्थित सखी-वन स्टॉप सेंटर और चाइल्ड हेल्पलाइन का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान, कार्यपालक दण्डाधिकारी चंद्रजीत सिंह और सुदीप्त राज भी उनके साथ उपस्थित थे।

सखी-वन स्टॉप सेंटर की सुविधाओं की समीक्षा

सखी-वन स्टॉप सेंटर महिलाओं के लिए एक आवश्यक सहायता केंद्र के रूप में कार्य करता है, जहां पीड़ित महिलाएं अपनी समस्याओं का समाधान पा सकती हैं। निरीक्षण के दौरान, अनुमंडल पदाधिकारी ने वहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। विशेष रूप से, उन्होंने चिकित्सा सुविधा, काउंसलिंग, विधिक सहायता, पुलिस सहायता और रात्रि स्टे की स्थिति के बारे में जानकारी ली।

पदाधिकारी ने यह पाया कि रात्रि प्रहरी की अभाव के कारण फिलहाल पीड़ित महिलाओं को रात्रि में आश्रय नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने इस पर सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया और जल्द ही रात्रि प्रहरी की नियुक्ति के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही, उन्होंने अलग-अलग किचन और वॉशरूम के निर्माण की दिशा में भी दिशा-निर्देश दिए।

सुधार की आवश्यकता

इस निरीक्षण के दौरान, पदाधिकारी ने साफ-सफाई और व्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही। उन्होंने कहा कि सखी-वन स्टॉप सेंटर को और सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता है ताकि पीड़ित महिलाओं को एक सुरक्षित और सहायक वातावरण प्रदान किया जा सके।

सखी-वन स्टॉप सेंटर महिलाओं को यौन उत्पीड़न, भावनात्मक दुर्व्यवहार, मनोवैज्ञानिक हिंसा और आर्थिक शोषण जैसी समस्याओं से निपटने में मदद करता है। इस केंद्र का उद्देश्य सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है और महिलाओं के कानूनी अधिकारों को सुनिश्चित करना है।

चाइल्ड हेल्पलाइन पर जोर

इसके बाद, अनुमंडल पदाधिकारी ने चाइल्ड हेल्पलाइन को और अधिक क्रियाशील बनाने की बात की। उन्होंने बताया कि यदि कोई बच्चा शोषण का शिकार हो या अपने मौलिक अधिकारों से वंचित हो, तो उसके लिए प्रशासन को सुरक्षित आवास और देखभाल सुनिश्चित करनी चाहिए।

पदाधिकारी ने सभी से टोल-फ्री नंबर 1098 पर सूचना देने की अपील की, ताकि प्रशासन उन्हें आवश्यक मदद प्रदान कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि सखी-वन स्टॉप सेंटर और चाइल्ड हेल्पलाइन के नंबर9430123165, 181 और 1098 पर सामाजिक सुरक्षा की ओर कदम बढ़ाए जाएंगे।

मुख्य निर्देश

  • पीड़ितों के कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान करना
  • सखी-वन स्टॉप सेंटर में रात्रि आश्रय की सुविधा
  • सभी पीड़ितों को मुफ्त विधिक सहायता
  • महिलाओं और बच्चों के लिए नैतिक और कानूनी सलाह उपलब्ध कराना
  • अच्छी सफाई व्यवस्था और मानसिक स्वास्थ्य की सेवाएं

धालभूम के अनुमंडल पदाधिकारी का यह निरीक्षण यह दिखाता है कि महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण और सामाजिक सहायता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन चिंतित और सक्रिय है। इसके साथ ही, यह भी स्पष्ट होता है कि पीड़ितों को बेहतर मदद देने के लिए प्रशासन सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।

सखी-वन स्टॉप सेंटर और चाइल्ड हेल्पलाइन जैसे केंद्रों को और प्रभावी बनाने के लिए सामाजिक जागरूकता और सक्रियता की आवश्यकता है, ताकि सभी नागरिकों को सुरक्षित और न्यायपूर्ण जीवन मिल सके।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।