Milkipur Election 2025: दिल्ली और मिल्कीपुर में मतदान जारी, योगी के लिए क्यों जरूरी है मिल्कीपुर सीट
आज दिल्ली की 70 विधानसभा और यूपी की एक विधानसभा सीट (मिल्कीपुर) में उप चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। पीएम नरेंद्र मोदी और ग्रह मंत्री अमित शाह ने लोगों से अपील की है कि वो घर से निकलकर मतदान करें।
मिल्कीपुर मतदान : राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश तक सियासी घमासान जारी है। एक तरफ जहां दिल्ली की 70 सीटों पर हो रहे विधानसभा चुनावों के लिए मतदान पर बीजेपी के प्रवेश वर्मा और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल आमने - सामने है तो वहीं उत्तर प्रदेश की विधानसभा सीट मिल्कीपुर में अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ आमने सामने है। वैसे तो मिल्कीपुर में 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान पर उतरे है लेकिन लड़ाई सिर्फ बीजेपी और सपा के बीच ही दिख रही है। 5 फरवरी को दिल्ली और मिल्कीपुर ने सुबह 7 बजे से ही मतदान प्रक्रिया शुरू है। क्या बूढ़े और क्या नौजवान सभी बड़ी संख्या में पोलिंग बूथ पर पहुंचकर अपने - अपने पसंदीदा प्रत्याशी को जिताने के लिए वोटिंग कर रहे है।
योगी के लिए मिल्कीपुर क्यों अहम
उत्तर प्रदेश की संसदीय सीट अयोध्या कौन नहीं जानता। लगभग 7 महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट से बीजेपी को करारी हार नसीब हुई थी। जिसके बाद बीजेपी की खूब किरकरी हुई। सपा के खाते में गई अयोध्या सीट से समाजवादी पार्टी अपनी जीत से लबरेज है। लेकिन बीजेपी अयोध्या की विधानसभा सीट मिल्कीपुर को किसी भी कीमत पर जीतना चाहती है। यह जीत योगी आदित्यनाथ के लिए बहुत अहम। क्योंकि दो साल बाद यूपी में विधानसभा चुनाव है। और अयोध्या हारने पर योगी आदित्यनाथ पर खूब हमले हुए थे। वहीं समाजवादी पार्टी मिल्कीपुर सीट जीतकर बीजेपी को दोहरा झटका देने की फिराक में है। बीजेपी ने चंद्रभान पासवान को अपना प्रत्याशी बनाया है तो सपा ने अजीत प्रसाद को मैदान में उतारा है। बता दें कि मिल्कीपुर विधानसभा चुनाव में खड़े 10 उम्मीदवार का फैसला 3 लाख 70 हजार 289 मतदाता फैसला करेंगे।
दिल्ली का दबंग कौन होगा
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है। दिल्ली के 13766 मतदान केंद्रों पर सुबह से ही दिल्लीवासी वोटिंग करने पहुंच रहे है। बता दें कि दिल्ली के 700 उम्मीद्वारों का फैसला 1.56 करोड़ मतदाता करेंगे। इसमें कोई संदेह नही है कि दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है। एक तरह जहां आम आदमी पार्टी तीसरी बार सत्ता कब्जाने की फिराक में होगी। तो वहीं बीजेपी और कांग्रेस अपनी खोई हुई साख पाने की पूरी कोशिश करेंगी। बीजेपी 25 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर रही तो कांग्रेस एक दशक से दूर रही। बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा अपील कर रहे हैं कि दिल्ली के लोग निकलकर आएं। और मतदान करें।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
चुनाव आयोग ने भी मतदान को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है। जिसमें 220 अर्द्ध सैनिकों की कंपनियां, 35626 दिल्ली पुलिस के जवान, और 19 हजार होमगार्ड तैनात रहेंगे। इसके अलावा सभी मतदान केंद्रों पर ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी। आपतस्थिति से भी निपटने के लिए तैयारी की गई है।
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