Delhi Earthquake: अचानक कांपी दिल्ली-एनसीआर की धरती, तेज झटकों से लोगों में दहशत!
दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह 5.36 बजे तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। क्या बड़ा खतरा आने वाला है? जानिए पूरी खबर।

नई दिल्ली, 19 फरवरी: सोमवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। जब लोग गहरी नींद में थे, तभी अचानक धरती कांपने लगी। कुछ ही सेकंड में लोगों को एहसास हुआ कि यह मामूली झटके नहीं हैं, बल्कि भूकंप की तीव्र लहरें हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई, और इसका केंद्र दिल्ली ही था।
सुबह-सुबह धरती कांपी, लोग घरों से बाहर भागे!
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम समेत पूरे एनसीआर में सुबह 5:36 बजे जोरदार झटके महसूस किए गए। लोगों के घरों की दीवारें हिलने लगीं, फर्नीचर कांपने लगा और देखते ही देखते लोग घबराकर घरों से बाहर निकलने लगे।
नोएडा के एक निवासी ने बताया:
"मैं गहरी नींद में था, अचानक बिस्तर हिलने लगा। पहले लगा कि कोई सपना देख रहा हूं, लेकिन जब खिड़की के शीशे भी बजने लगे, तो समझ आया कि ये भूकंप है।"
कई लोगों ने इसे बम धमाके की तरह महसूस किया, क्योंकि झटकों के साथ कंपन भी बहुत तेज था।
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप क्यों आते हैं बार-बार?
दिल्ली-एनसीआर भूकंपीय क्षेत्र (Seismic Zone-IV) में आता है, जो इसे भूकंप के प्रति संवेदनशील बनाता है।
- हिमालयी क्षेत्र की टेक्टोनिक प्लेट्स: दिल्ली के नीचे स्थित इंडो-गंगेटिक प्लेट और यूरेशियन प्लेट लगातार टकराती हैं, जिससे भूकंप के झटके लगते रहते हैं।
- यमुना नदी का प्रभाव: वैज्ञानिकों का मानना है कि दिल्ली के भूगर्भीय संरचना भी इसमें अहम भूमिका निभाती है।
- तेजी से बढ़ता कंक्रीट जंगल: अवैध निर्माण और बढ़ती गगनचुंबी इमारतें भी भूकंप के प्रभाव को खतरनाक बना सकती हैं।
दिल्ली में पहले भी आ चुके हैं भयानक भूकंप!
दिल्ली में इतिहास गवाह है कि यहां भूकंप बार-बार आते हैं।
- 25 अप्रैल 2015: नेपाल में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के झटके दिल्ली तक महसूस हुए थे।
- 8 अक्टूबर 2005: पाकिस्तान में आए 7.6 तीव्रता के भूकंप ने दिल्ली में भी काफी नुकसान पहुंचाया था।
- 1960 के दशक में भी: दिल्ली में एक मध्यम तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।
क्या यह बड़ा खतरा है? वैज्ञानिकों की राय!
वैज्ञानिकों का कहना है कि भले ही आज का भूकंप कम तीव्रता का था, लेकिन यह बड़े खतरे का संकेत हो सकता है। भारतीय मौसम विभाग के एक विशेषज्ञ ने कहा:
"दिल्ली-एनसीआर में लगातार छोटे झटके आना संकेत देता है कि भविष्य में कोई बड़ा भूकंप आ सकता है।"
भूकंप के दौरान क्या करें और क्या न करें?
✔ खुली जगह पर चले जाएं।
✔ टेबल, बेड या मजबूत फर्नीचर के नीचे छिपें।
✔ बिजली के स्विच और गैस कनेक्शन तुरंत बंद करें।
✔ लिफ्ट का इस्तेमाल न करें, सीढ़ियों से बाहर निकलें।
✔ इमारतों के पास खड़े होने से बचें।
क्या कह रहा है प्रशासन?
भूकंप के बाद दिल्ली सरकार और NDRF (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीम सतर्क हो गई है। अभी तक किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है, लेकिन प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा:
"हम भूकंप की स्थिति पर नजर रख रहे हैं और अगर कोई खतरा बढ़ता है तो त्वरित कार्रवाई करेंगे।"
अब आगे क्या?
- वैज्ञानिकों की नजर दिल्ली-एनसीआर के आगे आने वाले झटकों पर रहेगी।
- सरकार भूकंप रोधी निर्माण को बढ़ावा देने पर जोर दे सकती है।
- लोगों को भूकंप से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा।
दिल्ली-एनसीआर भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है और आज सुबह के झटकों ने एक बार फिर लोगों को इस खतरे का अहसास करा दिया। अब बड़ा सवाल ये है कि क्या भविष्य में कोई बड़ा भूकंप आने वाला है? इसका जवाब तो आने वाले दिनों में ही मिलेगा।
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