India Alert: सोशल मीडिया पर एक्टिव इंडियन मुजाहिदीन, खुफिया एजेंसियां सतर्क!

भारतीय खुफिया एजेंसियों को बड़ी जानकारी मिली है कि आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन सोशल मीडिया के जरिए अपना नेटवर्क तेजी से फैला रहा है। स्पेशल ब्रांच ने झारखंड समेत कई राज्यों को अलर्ट किया है। जानें पूरी रिपोर्ट।

Feb 17, 2025 - 09:41
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India Alert: सोशल मीडिया पर एक्टिव इंडियन मुजाहिदीन, खुफिया एजेंसियां सतर्क!
India Alert: सोशल मीडिया पर एक्टिव इंडियन मुजाहिदीन, खुफिया एजेंसियां सतर्क!

भारत में आतंकी संगठनों की नई रणनीति का पर्दाफाश हुआ है! खुफिया एजेंसियों को मिली सनसनीखेज जानकारी के मुताबिक, इंडियन मुजाहिदीन (Indian Mujahideen) अब सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे आतंक का जाल फैलाया जा सके। इस बाबत झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने राज्य के सभी 24 जिलों के पुलिस अधीक्षकों (SP) को अलर्ट जारी किया है।

सोशल मीडिया बना आतंक का नया अड्डा?

खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए एक-दूसरे से संपर्क कर रहे हैं। फेसबुक, टेलीग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म्स पर उनकी संदिग्ध गतिविधियां देखी गई हैं। खासतौर पर फैजान खान नामक एक फेसबुक यूजर ने अपने प्रोफाइल में प्रतिबंधित आतंकी संगठन का लोगो इस्तेमाल किया है, जिससे एजेंसियों के कान खड़े हो गए।

रिपोर्ट के अनुसार, फैजान की फ्रेंडलिस्ट में कई संदिग्ध लोग शामिल हैं, जिनमें से कुछ ने अपना प्रोफाइल लॉक कर रखा है, जिससे उनकी पहचान मुश्किल हो रही है। इतना ही नहीं, फ्रेंडलिस्ट में कई लोग देश के अलग-अलग राज्यों से जुड़े हुए हैं, जिससे यह साफ होता है कि संगठन का नेटवर्क सिर्फ झारखंड तक सीमित नहीं है।

एनआईए और एटीएस की जांच में खुलासा

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) ने भी इस नेटवर्क की पुष्टि की है। एनआईए ने 2024 में फैजान अंसारी नाम के एक संदिग्ध को झारखंड के लोहरदगा से गिरफ्तार किया था। जांच में खुलासा हुआ कि वह ISIS के आतंकियों से संपर्क में था और उनकी विचारधारा का सोशल मीडिया पर प्रचार कर रहा था।

इसी तरह, एटीएस की रिपोर्ट के अनुसार, एक अन्य संदिग्ध आरजी हसनैन सोशल मीडिया के जरिए ऑडियो और वीडियो भेजकर जिहादी विचारधारा फैला रहा था। ये घटनाएं इस ओर इशारा कर रही हैं कि भारत में आतंकी संगठन अब डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं।

झारखंड पुलिस की सख्त कार्रवाई

झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने सभी जिलों को यह निर्देश दिया है कि सोशल मीडिया पर संदिग्ध गतिविधियों की बारीकी से निगरानी रखी जाए। पुलिस अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि संदिग्ध अकाउंट्स और ग्रुप्स की गहराई से जांच की जाए और ज़रूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जाए।

इसके अलावा, पुलिस साइबर सेल को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है, जिससे सोशल मीडिया पर आतंकी गतिविधियों को जल्द से जल्द ट्रैक किया जा सके।

इतिहास में झांकें: कैसे बना इंडियन मुजाहिदीन?

इंडियन मुजाहिदीन की शुरुआत 2005-06 में हुई थी और यह संगठन आईएसआई (ISI) से भी संपर्क में रहा है। 2008-2013 के बीच, इस संगठन ने दिल्ली, मुंबई, जयपुर और अहमदाबाद में कई आतंकी हमले किए थे। भारतीय खुफिया एजेंसियों की सतर्कता के चलते इस संगठन की गतिविधियां काफी हद तक थम गई थीं, लेकिन अब सोशल मीडिया के जरिए यह फिर से एक्टिव होने की कोशिश कर रहा है।

क्या कहती है सुरक्षा एजेंसियां?

NIA, ATS और IB की रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोशल मीडिया पर सक्रिय ये आतंकी संगठन नए युवाओं को कट्टरपंथी विचारधारा से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में आम नागरिकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।

सावधान रहें, सतर्क रहें!

  • अगर कोई संदिग्ध अकाउंट या ग्रुप मिले तो तुरंत पुलिस को रिपोर्ट करें।
  • सोशल मीडिया पर किसी अज्ञात व्यक्ति से जुड़े बिना उसकी पृष्ठभूमि जांच लें।
  • झूठे या उकसाने वाले कंटेंट से बचें और जिम्मेदारी से सोशल मीडिया का उपयोग करें।

 भारत में आतंकी संगठनों की हर हरकत पर खुफिया एजेंसियां पैनी नजर रख रही हैं। इंडियन मुजाहिदीन की नई साजिश को बेनकाब करने के लिए झारखंड पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां फुल एक्शन मोड में हैं। देशवासियों को भी सतर्क रहकर देश की सुरक्षा में अपना योगदान देना होगा।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।