Cyber Crime: साइबर ठगी का खुलासा, गिरोह के मास्टरमाइंड समेत तीन गिरफ्तार
रांची में साइबर ठगी के गिरोह का पर्दाफाश, तीन अपराधी गिरफ्तार, सैकड़ों लोगों से की गई थी ठगी। जानें इस गिरोह के काम करने का तरीका।
रांची, खेलगांव थाना क्षेत्र के पेरतोल स्थित एक निर्माणाधीन मकान में साइबर अपराधियों का गिरोह सक्रिय था। ये साइबर अपराधी लोन देने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे। इस गिरोह के मास्टरमाइंड मनोरंजन कुमार, निकु कुमार और अखलेश कुमार को साइबर डीएसपी श्रीनिवास सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी नवादा जिले के विभिन्न गांवों के रहने वाले हैं।
कैसे काम करता था यह साइबर ठगी का गिरोह?
यह गिरोह पहले एक फर्जी एप्लिकेशन के जरिए लोगों को आकर्षित करता था। ये लोग रिलायंस फाइनेंस के नाम से लोन देने के लिए अप्रोच करते थे। इसके अलावा, लोगों को डॉक्टर की अप्वाइंटमेंट, बैंक कस्टमर केयर और फ्लिपकार्ट कस्टमर केयर के नाम पर भी ठगते थे। इन एप्स का इस्तेमाल कर ये अपराधी लोगों से उनकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे बैंक खाता नंबर, एटीएम कार्ड नंबर और पिन कोड चोरी कर लेते थे।
सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि इस गिरोह से छह आईफोन, छह स्मार्टफोन, नौ विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, एक फर्जी बैंक खाता चेकबुक और एक कार बरामद की गई है। यह गिरोह लंबे समय से रांची सहित विभिन्न जगहों के लोगों से ठगी कर रहा था।
गिरफ्तारी में पुलिस का बड़ा सफलता
टीम ने गिरोह के मास्टरमाइंड सहित तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से यह सब सामान बरामद किया। इस गिरफ्तारी में साइबर डीएसपी के साथ-साथ टाटासिलवे थाना प्रभारी मनोज कुमार, दारोगा पंकज कुमार, चूड़ामणि टुडू, मिंटू भारती, साइबर थाना के राहुल कुमार मिश्रा, जमादार युधिष्ठर महतो और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
साइबर अपराध अब एक गंभीर समस्या बन चुका है। इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य पुलिस ने साइबर क्राइम के मामलों में कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए एक समर्पित टीम बनाई है, जो हर संभव प्रयास कर रही है ताकि अपराधियों को सलाखों के पीछे डाला जा सके।
साइबर ठगी से बचने के लिए क्या करें?
साइबर ठगी से बचने के लिए लोग हमेशा सतर्क रहें। कोई भी लिंक या ऐप डाउनलोड करते समय उसकी सच्चाई को जांचें। किसी भी वित्तीय लेन-देन के लिए हमेशा आधिकारिक वेबसाइट और ऐप का ही उपयोग करें। कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे पासवर्ड, एटीएम पिन आदि को किसी से भी साझा न करें। इसके अलावा, अगर आपको किसी पर संदेह होता है, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें और अपनी जानकारी साझा करें।
साइबर अपराधी अपने जाल में फंसाने के लिए दिन-रात नए-नए तरीके अपनाते हैं, ऐसे में हमें इस बारे में जागरूक रहना जरूरी है। यह गिरफ्तारी रांची पुलिस की साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता मानी जा रही है।
गिरफ्तारी के बाद क्या कदम उठाए जाएंगे?
अब पुलिस इन तीनों अपराधियों से पूछताछ कर रही है ताकि और जानकारी मिल सके कि इस गिरोह ने कितने लोगों को ठगा और इसके नेटवर्क में कितने और लोग शामिल हो सकते हैं। इसके साथ ही पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी कर रही है।
What's Your Reaction?