Piles Meaning in Hindi – बवासीर के लक्षण, कारण और उपचार
किसी भी उम्र के व्यक्ति को Piles Meaning in Hindi
Piles Meaning in Hindi – बवासीर के लक्षण, कारण और उपचार
Piles Meaning in Hindi – बवासीर के लक्षण, कारण और उपचार शोध के अनुसार भारतीय आबादी का 40 परसेंट बवासीर के शिकार होते अधिकांश मामलों में बवासीर का इलाज उपचार दवा खाने से और आहार परिवर्तन करने के माध्यम से हो सकता है और यह भी अनुमान लगाया गया है कि केवल 10 क्वेश्चन मामलों में बवासीर के लिए सर्जिकल उपचार की आवश्यकता होती है हम इस लेख में पड़ेंगे हेमोरॉयड पाइल्स या बवासीर क्या होता है बवासीर के लक्षण कारण और उपचार
Piles Meaning in Hindi – Bawaseer ka arth ?
बवासीर – हैमोराहोइड Piles Meaning in Hindi – बवासीर के लक्षण कारण और उपचार के नाम से भी जाना जाता है इसमें गुद| और मलाशय के आसपास की रक्त वाहिकाएं फूल जाती है हैमोराहोइड में नसों में खुदा के सबसे निचले हिस्से में स्थित है कभी-कभी या नसीब खुल जाती है जिसे नसों में दरारे पड़ जाती है आपकी वजह से आपको आपका खाना में कठिनाई दर्द और खून आता है
बवासीर के प्रकार – Types of Piles in Hindi
मूल और आकृति विज्ञान के अनुसार बवासीर का मोटे तौर पर बनाया गया है
- आंतरिक बवासीर: गुदा नहर और गुदा में होता है।
- बाहरी बवासीर: गुदा खोलने के या निकट गुदा नहर के बाहर।
बवासीर के लक्षण
भारत के ज्यादातर मामले आहार के परिवर्तन करके बवासीर को ठीक किया जा सकता है लेकिन जब तक आगे बावशीर होता है तब तक आपको बवासीर के लक्षण चयन करने पड़ेंगे एयरपोर्ट खराब अनुभव होता है किसी भी उम्र के लोगों को बाबा से बाहर कर सकता है यह बहुत आम है लगभग 50% लोग अपने जीवन में इसका सामना करते हैं आमतौर पर बुजुर्ग लोगों के और गर्भावस्था के दौरान अधिक समस्या होती है
अधिकांश मामलों में बवासीर से पीड़ित मरीजों में निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:
· गुदा के चारों ओर एक अटल घाट को महसूस कर सकते हैं और यहां खून भी निकल सकता है और बहुत दर्द होता है
· मल गुजरते वक्त काफी तकलीफ और दर्द होता है
· मल में मौजूद बेगम के निर्वाहन और मन में रख उपस्थिति
· शौचालय से सोच करने के और जाने के बाद भी पूर्णता महसूस नहीं करना
· गुदा के आसपास खुजली
· गुना के आसपास का क्षेत्र लाल होना
बवासीर के कारण – Bawaseer ke karan
बवासीर के लक्षण में जवाब के तहत गुर्दे के चारों ओर अथवा का का कारण हो सकता है तो फिर पड़ सकता है नसों में सूजन आमतौर पर या होता है जब निकली मलाशय में बढ़ता दबाव होता है यह बवासीर के कारण हो सकते हैं
- आहार में फाइबर की कमी
- अत्यधिक संसाधित भोजन की खपत
- आवर्ती कब्ज
- गंभीर डायरिया
- भारी भार उठाना
- स्टूल पास करते समय तनाव
बवासीर के कारण एवं लक्षण
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बवासीर के कारण (Reason of Piles) |
बवासीर के लक्षण (Bawaseer ke lakshan) |
1 |
अनियमित दिनचर्या |
मलाशय में दर्द |
2 |
अधिक तेल मसाले व मिर्च वाला खाना |
शौच के समय खून आना |
3 |
पानी कम पीना |
खुजली |
4 |
अनुवांशिक |
चक्कर आना |
5 |
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थकान |
6 |
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भूख ना लगना |
7 |
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कब्ज |
सामान्य बवासीर होने पर अधिकतर लोग डॉक्टर को दिखाने से कतराते हैं शर्माते हैं जिनसे उनकी परेशानी बढ़ती जाती है परेशानी को हम घर पर आराम से ठीक कर सकते हैं इस लेख के माध्यम से मैं बवासीर के घरेलू उपचार के बारे में बताऊंगा इसका उपयोग करके आप आसानी से अपने बवासीर से राहत पा सकते
बवासीर के घरेलु नुस्खे ( Piles Ka Gharelu Ilaj In Hindi)
बर्फ –
बर्फ बवासीर का पहला तथा सरल उपाय है या कौन किसका को कम करता है सूजन भी कम करता है वह दर्द में भी आराम दिलाता है वह को कपड़े में लपेटकर अपने खुदा के सामने 10 मिनट तक सफाई करें इससे कई दिन में कई बार करें आपकी को देखो आराम मिलेगा
एलोवेरा –
एलोवेरा एक नेचुरल तरीका एलोवेरा से खुजली जलन कम होती है या भारी वाहन जरूर दो तरह के बवासीर को ठीक करता है एलोवेरा जेल को आप बवासीर के एरिया में लगाए इसे जलन कम होगी एलोवेरा को ठंडी जगह पर व्यवस्थित रखें जिससे आपका ठीक हो जाए
नीम्बू का रस –
नींबू मैं बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं, जो बवासीर की बीमारी में राहत देता है|
- कॉटन को नीम्बू के रस में डालें, फिर इसे प्रभावित स्थान में लगायें, शुरू में थोड़ी जलन महसूस होगी, लेकिन थोड़ी ही देर आपको राहत मिलेगी|
- इसके अलावा 1 कप गर्म दूध में आधा नीम्बू का रस मिलाएं, और तुरंत पी लें| हर 3 घंटे में ऐसा करें पूरी तरह से आराम मिलेगा|
- आधी- आधी चम्मच नीम्बू का रस, अदरक का रस, पुदीने का रस व शहद मिलाएं| दिन में 1 बार इसे पियें|
ओलिव आयल –
ओलिव आयल एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती है, जो बाहरी बवासीर को ठीक करने में सहायक है| यह सुजन वाली खून की नसों को ठीक करता है, जिससे सुजन कम होती है व खून का संचालन सही होता है| 1 चम्मच ओलिव आयल रोज खाना चाइये, आप इसमें सब्जी बनाकर या सलाद में मिलाकर खा सकते है|
बादाम तेल (Almond Oil) –
बादाम का तेल भी बाहरी बवासीर में आराम देता है| pure बादाम के तेल में कॉटन भिगो कर प्रभावित जगह में लगायें| ये स्किन को moisture देगा जिससे स्किन में होने वाला खिंचाव खुजली कम होगी| दिन में कई बार ये प्रक्रिया दोहराएँ|
जीरा –
आधा चम्मच भुना हुआ जीरा ने एक गिलास पानी में उसे डाल दें और दो तीन बार दिन में जरूर किया इसके अलावा छाछ में भी जीरा को पीसकर मिला सकते हैं और कितनी बार प्यार से उतनी बार पानी की जगह जिला झांसी तीन-चार दिन में खून की नसों में सूजन कम होगी और बाबा से से राहत मिलेगा
गुठली –
जामुन और आम की गुठली को सुखाकर पीस लें अब इस चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ एक-एक चम्मच सुबह शाम ले इसे बहुत राहत मिलेगी
किशमिश –
मुट्ठी भर किशमिश को रात भर पानी में भिगोए अगले दिन सुबह किस-किस का पानी को मसल लें अब खाली पेट नीचे खाएं और उस पानी को पी ले कुछ दिनों में बहुत आराम मिले
दालचीनी –
आधी चम्मच से भी कम दालचीनी के पाउडर को चम्मच शहद में मिलाएं व रोज एक बार लें| आराम मिलेगा|
अन्य उपाय –
- बवासीर से बचने के लिए जितना हो सकते तरल पदार्थ ले, पानी तो दिन में 8-10 ग्लास जरुर पियें|
- ताजे फल व उसका जूस पियें|
- ताज़ी रेशेदार सब्जियां खाएं, सूप पियें|
- फाइबर युक्त खाना अधिक से अधिक लें|
- तेल व मसाले वाला खाना बिल्कुल ना खाएं|
- अंजीर, खजूर फाइबर युक्त मेवे रोज सुबह खाया करें|
दोस्तों बवासीर के लक्षण कारण और उपचार लेख के माध्यम से आपको जरूर है बहुत राहत मिला होगा आशा है कि आप और रोगों का उपचार ब्लॉग के माध्यम से जान पाए अगर आपको किसी भी तरह की कोई परेशानी होती है इसलिए के कारण तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं और कृपया इसलिए को अपने परिवार और अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें धन्यवाद
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