हिंदी दिवस पर तारा पब्लिक स्कूल में धमाकेदार प्रतियोगिताएं: कौन-कौन बने विजेता और क्या थी खास बातें?

तारा पब्लिक स्कूल, हाता में हिंदी दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्रों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। जानें कौन-कौन बने विजेता और क्या रही इस कार्यक्रम की खासियत।

Sep 14, 2024 - 14:06
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हिंदी दिवस पर तारा पब्लिक स्कूल में धमाकेदार प्रतियोगिताएं: कौन-कौन बने विजेता और क्या थी खास बातें?
हिंदी दिवस पर तारा पब्लिक स्कूल में धमाकेदार प्रतियोगिताएं: कौन-कौन बने विजेता और क्या थी खास बातें?

तारा पब्लिक स्कूल, हरिवंश नगर हाता में इस बार हिंदी दिवस का जश्न कुछ खास था। प्रतियोगिताओं की धूम, छात्रों का उत्साह, और शिक्षकों का समर्पण—सबकुछ मिलकर इस आयोजन को बेहद खास बना गया। सवाल यह है कि आखिर इस हिंदी दिवस पर क्या ऐसा हुआ जिसने सभी का ध्यान खींचा?

क्या था इस हिंदी दिवस का खास आकर्षण?

हिंदी दिवस के मौके पर स्कूल में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें नर्सरी से लेकर आठवीं कक्षा तक के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेरा। कविता, चित्रकला, भाषण, लेख और स्लोगन प्रतियोगिताओं ने पूरे माहौल को जीवंत बना दिया। हर कोई जानना चाहता था—कौन बनेगा विजेता?

छोटे बच्चों ने भी दिखाया बड़ा टैलेंट

नर्सरी से लेकर यूकेजी तक की कक्षाओं के छात्रों ने कविता प्रतियोगिता में भाग लिया। वर्षा सरदार, लक्ष्मी पैडा और श्रृति मंडल ने अपनी-अपनी कक्षाओं में शानदार प्रदर्शन कर पहले स्थान पर कब्जा किया। क्या आपने कभी सोचा था कि इतने छोटे बच्चे भी हिंदी कविता में इतनी सुंदरता से अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं?

चित्रकला और भाषण प्रतियोगिता: कौन रहा सबसे आगे?

क्लास प्रथम से तृतीय तक के छात्रों ने चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया, और संजीता हांसदा ने बाजी मारी। श्रेष्ठ कुमार महतो और सहन सरदार ने भी अपनी कलाकारी से सबका दिल जीता। वहीं, क्लास चार और पांच में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें अरित्रा मंडल, रेशमा किस्कु और ईशा मंडल ने अपनी भाषण कला से सबको प्रभावित किया।

लेख और स्लोगन प्रतियोगिता: हिंदी के महत्व को समझते हुए

छठी से आठवीं कक्षा के छात्रों ने हिंदी दिवस के महत्व पर लेख प्रतियोगिता में भाग लिया। पायल दे, हिमानी कुमारी और बेबी शांति टुडू ने इस प्रतियोगिता में अपना दमखम दिखाया। बेबी शांति टुडू स्लोगन प्रतियोगिता की भी विजेता रहीं, और उनके स्लोगन ने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया कि हिंदी दिवस की महत्ता क्या है।

पुरस्कार वितरण: छात्रों का उत्साह बढ़ा

सभी सफल प्रतिभागियों को स्कूल के प्राचार्य और शिक्षकों ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर प्राचार्य ने अपने भाषण में कहा, "हिंदी ही वह भाषा है जो पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोती है।" उन्होंने हिंदी भाषा के महत्व को रेखांकित करते हुए छात्रों का हौसला बढ़ाया।

शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका

इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में शिक्षकों का अहम योगदान रहा। शिक्षकों की टीम, जिसमें अंबुज प्रमाणिक, मिहिर गोप, सपन पात्र, अर्जुन झा, और अन्य शामिल थे, ने पूरे कार्यक्रम को बेहतरीन तरीके से संभाला।

तो, अगर आप हिंदी दिवस के जश्न में शामिल नहीं हो पाए, तो यह खबर आपके लिए है। हिंदी दिवस पर तारा पब्लिक स्कूल ने न सिर्फ शिक्षा, बल्कि सांस्कृतिक जागरूकता को भी बढ़ावा दिया।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।