Saraikela Security Alert: छऊ महोत्सव में सुरक्षा के ऐसे इंतज़ाम कि चौंक गए लोग! हुड़दंगियों पर कसेगा शिकंजा
छऊ महोत्सव के दौरान सरायकेला पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़े कदम उठाए हैं। स्टेडियम में पेट्रोलिंग टीम की तैनाती, नशेड़ियों पर नजर और दुकान लगाने पर पाबंदी जैसे कई बड़े फैसले लिए गए हैं।

सरायकेला के बहुप्रतीक्षित राजकीय चैत्र पर्व छऊ महोत्सव में इस बार कुछ अलग ही नजारा देखने को मिलेगा। नृत्य और संस्कृति के इस पर्व पर जहां हर साल हजारों की भीड़ उमड़ती है, वहीं इस बार सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ने कमर कस ली है।
गुरुवार को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी समीर सवैंया ने बिरसा मुंडा स्टेडियम पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया और कई बड़े निर्देश जारी किए।
पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत के विशेष निर्देश के बाद यह कदम उठाया गया है ताकि कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो। एसडीपीओ ने बताया कि नगर क्षेत्र के सभी प्रमुख चौक-चौराहों और कार्यक्रम स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। इसके लिए विशेष पैदल पेट्रोलिंग टीम और वाहन गश्ती दल को भी तैनात किया गया है।
छऊ महोत्सव: इतिहास और भीड़ का संगम
छऊ महोत्सव सिर्फ एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि झारखंड की अस्मिता और परंपरा का प्रतीक है। यह महोत्सव बिरसा मुंडा की धरती पर हर वर्ष चैत्र मास में आयोजित किया जाता है, जिसमें स्थानीय कलाकार मुखौटे पहन कर युद्ध, शौर्य और पौराणिक कथाओं को नृत्य के जरिए प्रस्तुत करते हैं।
लेकिन भीड़ जितनी रंगीन होती है, उतनी ही चुनौतियां भी सुरक्षा के लिहाज से सामने आती हैं। पिछले वर्षों में हुड़दंग और नशाखोरी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसके चलते इस बार प्रशासन बेहद सतर्क है।
हर कोने पर सुरक्षा, हर कदम पर निगरानी
एसडीपीओ समीर सवैंया ने जानकारी दी कि कार्यक्रम स्थल पर इस बार किसी भी तरह की दुकानें स्टेडियम के अंदर नहीं लगाई जाएंगी। केवल बाहरी परिसर में दुकानें लगाने की अनुमति दी गई है। यह फैसला कार्यपालक दंडाधिकारी सत्येंद्र महतो द्वारा लिया गया, ताकि स्टेडियम के अंदर भीड़ का दबाव न बढ़े और आपात स्थिति में निकासी आसान हो।
पुलिस की निगाहें खासतौर पर नशेड़ियों और हुड़दंगियों पर रहेंगी। यदि कोई व्यक्ति अनुशासन भंग करता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कार्यक्रम में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी, बम निरोधक दस्ते की तैयारियां और इमरजेंसी मेडिकल यूनिट की मौजूदगी भी सुनिश्चित की गई है।
क्या पहले भी ऐसे इंतज़ाम हुए हैं?
इतिहास की बात करें तो छऊ महोत्सव के दौरान पहले भी कुछ सुरक्षा चूक देखी गई हैं। 2019 में एक नशे में धुत युवक द्वारा सांस्कृतिक मंच पर चढ़ने की घटना ने सबको चौंका दिया था। इसके बाद से हर साल सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस बार की सबसे बड़ी खासियत है कि सुरक्षा महज दिखावे के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्थित योजना के तहत लागू की जा रही है। पेट्रोलिंग टीम, चौकसी, और निर्देशों की सख्ती ये साबित करती है कि पुलिस किसी भी कीमत पर महोत्सव की गरिमा से समझौता नहीं करेगी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
महोत्सव के पास रहने वाले स्थानीय दुकानदारों और दर्शकों ने भी प्रशासन की इस मुहिम का स्वागत किया है। एक स्थानीय महिला शांति देवी ने बताया, “हर साल छऊ देखने आते हैं, लेकिन इस बार प्रशासन की तैयारी देखकर लगता है कि हम निश्चिंत होकर आनंद ले सकते हैं।”
छऊ महोत्सव केवल एक रंगीन आयोजन नहीं बल्कि पूरे झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर है। इस बार सरायकेला पुलिस की तैयारियां ये सुनिश्चित कर रही हैं कि यह पर्व केवल नृत्य और आनंद का नहीं, बल्कि सुरक्षा और शांति का प्रतीक भी बने। प्रशासन की ओर से उठाए गए ये कदम निश्चित ही एक मिसाल बनेंगे।
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