Saraikela Accident: दोस्त से मिलने आए युवक की दर्दनाक सड़क हादसे में मौत, जानिए क्या हुआ उस सुबह
सरायकेला में करनडीह के युवक हिमांशु शर्मा की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। वह दोस्तों से मिलने आया था और अज्ञात ट्रक की टक्कर से यह दर्दनाक हादसा हुआ। पढ़ें पूरी खबर।
सरायकेला के हंसाउड़ी मोड़ पर शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने सबका ध्यान खींचा। जमशेदपुर के करनडीह के 23 वर्षीय युवक हिमांशु शर्मा की इस हादसे में जान चली गई। हिमांशु दोस्तों से मिलने सरायकेला आया था और चाईबासा से लौटते वक्त यह हादसा हुआ।
यह घटना सरायकेला थाना क्षेत्र के पति चौक के पास सुबह 4:45 बजे की है। हिमांशु अपनी केटीएम बाइक पर सवार था, जब एक अज्ञात ट्रक ने उसे टक्कर मारी। इस घटना ने न केवल हिमांशु का जीवन समाप्त कर दिया, बल्कि परिवार और दोस्तों को गहरे सदमे में डाल दिया।
दोस्ती और सफर की शुरुआत
हिमांशु शर्मा बुधवार को जमशेदपुर से सरायकेला अपने दोस्त संदीप सोय और प्रदीप केराई से मिलने आया था। गुरुवार को तीनों दोस्त चाईबासा के डूंगरी गए थे, जहां संदीप काम करता था। तीनों ने दिनभर साथ बिताया और शुक्रवार को अलग-अलग बाइक से सरायकेला की ओर लौट रहे थे।
हंसाउड़ी मोड़ पर पहुंचते ही हिमांशु की बाइक को चाईबासा की ओर जा रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया, जिससे पुलिस की जांच और चुनौतीपूर्ण हो गई है।
सड़क दुर्घटनाओं का इतिहास और प्रशासनिक अनदेखी
हंसाउड़ी मोड़, जहां यह हादसा हुआ, सरायकेला-खरसावां जिले के सबसे खतरनाक मोड़ों में से एक माना जाता है। यह क्षेत्र तेज गति से वाहन चलाने वाले चालकों के लिए मौत का जाल बन चुका है।
यहां पहले भी कई सड़क हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासनिक सुरक्षा उपाय नदारद हैं। स्थानीय लोग इस क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर और यातायात सिग्नल की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। यह सवाल उठता है कि इन हादसों के बावजूद क्या प्रशासन जागेगा?
हादसे के बाद का दर्दनाक मंजर
हादसे के तुरंत बाद हिमांशु को सरायकेला सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दुखद खबर ने उसके परिवार और दोस्तों को हिला कर रख दिया। हिमांशु के माता-पिता के लिए यह खबर असहनीय थी, जिन्होंने अपने युवा बेटे को खो दिया।
सड़क सुरक्षा और युवा पीढ़ी को संदेश
यह हादसा न केवल हिमांशु के परिवार के लिए एक त्रासदी है, बल्कि सड़क पर सुरक्षित यात्रा का महत्व भी बताता है। तेज रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी के कारण ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं।
युवाओं को सड़क पर हेलमेट पहनने, गति सीमा का पालन करने और सतर्कता बरतने की सख्त जरूरत है। साथ ही, प्रशासन को सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
क्या कर सकते हैं हम?
- गति सीमा का पालन करें: तेज गति से वाहन चलाने से बचें।
- सुरक्षित सड़क उपाय अपनाएं: हेलमेट, सीट बेल्ट का प्रयोग करें।
- सावधानी रखें: रात में या अंधेरे में वाहन चलाते समय विशेष सतर्कता बरतें।
- प्रशासनिक सहयोग: स्थानीय प्रशासन से सड़कों की स्थिति सुधारने की मांग करें।
हिमांशु शर्मा की मौत न केवल एक परिवार की निजी त्रासदी है, बल्कि यह समाज के लिए एक चेतावनी है। सड़क हादसों को रोकने के लिए जागरूकता, सतर्कता और प्रशासनिक सहयोग की सख्त जरूरत है। यह घटना हमें यह सिखाती है कि हर जीवन कीमती है, और इसे सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है।
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