Mohammadganj Accident: तेज रफ्तार कार ने अलाव ताप रहे लोगों को रौंदा, दो की मौत, तीन गंभीर
पलामू के मोहम्मदगंज में एक तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे अलाव ताप रहे लोगों को रौंद दिया। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। पढ़ें पूरी खबर।
पलामू जिले के मोहम्मदगंज क्षेत्र में गुरुवार की रात एक तेज रफ्तार अनियंत्रित कार ने ऐसा कहर बरपाया कि दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा मोहम्मदगंज-जपला मुख्य सड़क पर सबनवा मोड़ के पास हुआ, जहां सड़क किनारे अलाव ताप रहे पांच लोगों को रौंद दिया गया।
हादसे में अरशद खान और आशिफ खान की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि इमरान खान, जहांगीर खान और हसनैन खान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
ग्रामीणों का गुस्सा और सड़क पर हंगामा
हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने मोहम्मदगंज-जपला मुख्य सड़क को जाम कर दिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ग्रामीणों ने सड़क सुरक्षा के मजबूत उपायों की जरूरत पर जोर दिया।
भीड़ ने कार में सवार एक आरोपी को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे पुलिस को सौंप दिया गया। वहीं, कार का चालक हादसे के बाद मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात
घटना की जानकारी मिलते ही मोहम्मदगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जाम हटाने की कोशिश की। इसके अलावा हैदरनगर और हुसैनाबाद थाना की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची। मोहम्मदगंज के सीओ रणवीर कुमार और हैदरनगर सीओ ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की।
ऐतिहासिक संदर्भ: सड़क हादसों का बढ़ता आंकड़ा
झारखंड के पलामू क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। क्षेत्र की सड़कों पर तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग के कारण ऐसे हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। सबनवा मोड़, जहां यह हादसा हुआ, पहले भी कई दुर्घटनाओं का गवाह रहा है।
पिछले कुछ वर्षों में सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कई वादे किए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इन वादों का असर कम ही देखने को मिला है। इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है।
स्थानीय प्रशासन की चुनौतियां
पुलिस ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, इस हादसे की गहन जांच की जा रही है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इस हादसे के बाद प्रशासन सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीर होगा?
क्या किया जा सकता है?
- स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेत लगाना: तेज रफ्तार वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए प्रमुख मोड़ों पर स्पीड ब्रेकर जरूरी हैं।
- सीसीटीवी निगरानी: हादसों के लिए जिम्मेदार चालकों की पहचान आसान बनाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए।
- यातायात नियमों का पालन: स्थानीय लोगों और वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए।
- आपातकालीन सेवाएं: दुर्घटना स्थलों पर त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए एंबुलेंस सेवा मजबूत की जानी चाहिए।
ग्रामीणों की मांगें और भविष्य की राह
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और सबनवा मोड़ जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा उपाय किए जाएं।
मोहम्मदगंज की इस घटना ने न केवल दो लोगों की जान ली, बल्कि सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक जिम्मेदारी पर कई सवाल खड़े किए हैं। यह वक्त है कि प्रशासन और जनता मिलकर सड़कों को सुरक्षित बनाने की दिशा में काम करें।
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