सड़क सुरक्षा पर चक्रधरपुर में विशेष कार्यशाला का आयोजन, जागरूकता बढ़ाने पर दिया गया जोर

पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर में सड़क सुरक्षा पर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों और शिक्षकों को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में बताया गया और ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया।

Aug 24, 2024 - 15:40
Aug 24, 2024 - 15:50
सड़क सुरक्षा पर चक्रधरपुर में विशेष कार्यशाला का आयोजन, जागरूकता बढ़ाने पर दिया गया जोर
सड़क सुरक्षा पर चक्रधरपुर में विशेष कार्यशाला का आयोजन, जागरूकता बढ़ाने पर दिया गया जोर

पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में स्थित मधुसूदन महतो शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज, चक्रधरपुर में सड़क सुरक्षा को लेकर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को सड़क सुरक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करना और उन्हें इसके नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना था। इस कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार पुलिस उपाधीक्षक (परीक्ष्यमान) प्रदीप कुमार, पुनि राजीव रंजन, और जिला परिवहन की टीम ने भाग लिया।

कार्यशाला की मुख्य बातें और उद्देश्य

कार्यशाला की शुरुआत में पुलिस उपाधीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि सड़क सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है और सभी को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि 112 क्यूआर कोड का इस्तेमाल इमरजेंसी स्थितियों में कैसे किया जा सकता है, इस पर विस्तृत जानकारी दी गई। इसके साथ ही, कालेज के निदेशक श्याम लाल महतो से अपील की गई कि वे सड़क सुरक्षा को कॉलेज के पाठ्यक्रम में शामिल करें। इस पर निदेशक ने सहमति जताते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा, ताकि छात्रों को इसके बारे में गहन जानकारी मिल सके।

सड़क सुरक्षा के नियम और जागरूकता की पहल

सड़क सुरक्षा पर जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यशाला में केस स्टडी प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें बताया गया कि नौकरी के बाद सभी को स्कूल और कॉलेजों में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम चलाने की जरूरत है। टीम ने सभी से ट्रैफिक नियमों का पालन करने की अपील की और कहा कि सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करना हर नागरिक का दायित्व है।

कार्यशाला में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर लगाए जाने वाले फाइन के बारे में भी जानकारी दी गई। पुनि राजीव रंजन ने कहा, "हम सबको ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए और सड़क पर सुरक्षित रहने के लिए हर संभव उपाय करना चाहिए। यह न सिर्फ हमारी, बल्कि हमारे समाज की भी सुरक्षा के लिए जरूरी है।"

सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास

जिला परिवहन की टीम ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सिर्फ नियमों का पालन करना ही काफी नहीं है, बल्कि हमें अपने आस-पास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करना होगा। कार्यशाला में बताया गया कि कैसे छोटे-छोटे प्रयास, जैसे हेलमेट पहनना, सीट बेल्ट लगाना, और ओवरस्पीडिंग से बचना, बड़े हादसों को टाल सकते हैं।

इस तरह की कार्यशालाएं सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हैं। ऐसे कार्यक्रमों के जरिए लोगों को न सिर्फ सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी मिलती है, बल्कि वे इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए भी प्रेरित होते हैं।

सड़क सुरक्षा: हर नागरिक की जिम्मेदारी

कार्यशाला के अंत में, पुलिस उपाधीक्षक ने सभी को संबोधित करते हुए कहा, "सड़क सुरक्षा सिर्फ एक सरकारी अभियान नहीं है, बल्कि यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। जब तक हम सभी मिलकर इसका पालन नहीं करेंगे, तब तक सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना संभव नहीं है।"

यह कार्यशाला चक्रधरपुर के मधुसूदन महतो शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज में आयोजित की गई थी, और इसका मकसद था सड़क सुरक्षा के महत्व को समझाना और लोगों को इसके प्रति जागरूक करना। इस तरह के कार्यक्रमों से उम्मीद है कि आने वाले समय में सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।

Chandna Keshri मैं स्नातक हूं, लिखना मेरा शौक है।