Ranchi Budget: झारखंड सरकार का 11,697 करोड़ का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश, जानें किन योजनाओं पर फोकस
झारखंड सरकार ने 11,697 करोड़ रुपये का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। बाल विकास, शिक्षा और कृषि क्षेत्रों पर विशेष ध्यान। जानें इस बजट से झारखंड को क्या उम्मीदें हैं।
Ranchi, Budget: झारखंड विधानसभा के षष्टम सत्र के तीसरे दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने 11,697.45 करोड़ रुपये का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने इस बजट को पेश करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य राज्य की महत्वपूर्ण योजनाओं को बिना किसी बाधा के पूरा करना है।
द्वितीय अनुपूरक बजट: क्या है खास?
इस बजट में सबसे अधिक राशि बाल विकास विभाग के लिए निर्धारित की गई है। मंईयां योजना को चालू रखने के लिए 6,390.55 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त, शिक्षा, ऊर्जा और कृषि क्षेत्रों में भी खास ध्यान दिया गया है।
वित्त मंत्री ने कहा, "हम इस बजट के जरिए यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि किसी भी योजना को अधर में न छोड़ना पड़े। आने वाले वित्तीय दबाव को ध्यान में रखते हुए यह बजट तैयार किया गया है।"
शिक्षा और कृषि पर सरकार का फोकस
सरकार की योजनाओं में शिक्षा और कृषि को प्राथमिकता दी गई है।
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शिक्षा क्षेत्र:
- मॉडल स्कूलों की स्थापना के लिए बजट आवंटित किया गया है।
- स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की संख्या बढ़ाने की योजना है, जिससे राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो सके।
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कृषि क्षेत्र:
- किसानों की खुशहाली के लिए विशेष योजनाएँ लागू की जाएंगी।
- कृषि के लिए नए प्रावधानों को भी इस बजट में शामिल किया गया है।
मंईयां योजना: बच्चों के विकास पर जोर
झारखंड सरकार ने बाल विकास को प्राथमिकता देते हुए मंईयां योजना के तहत 6,390.55 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। यह योजना बच्चों के पोषण और शिक्षा के लिए जानी जाती है।
इतिहास में झारखंड के बजट की झलक
झारखंड सरकार ने हमेशा से विकास और समावेशी नीतियों पर जोर दिया है। इससे पहले, कई योजनाओं को वित्तीय समस्याओं के कारण रोका गया था। इस बार के अनुपूरक बजट का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी परियोजना वित्तीय बाधाओं के कारण अधूरी न रहे।
आलोचना और समर्थन
इस बजट को लेकर विपक्ष ने सवाल भी उठाए हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि बजट में प्रावधान तो किए जा रहे हैं, लेकिन योजनाओं का सही क्रियान्वयन सुनिश्चित करना जरूरी है। वहीं, सरकार ने भरोसा दिलाया है कि इस बजट से राज्य में शिक्षा, कृषि और बाल विकास में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
बजट के जरिए समावेशी विकास की पहल
वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि यह बजट राज्य के सभी वर्गों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। खासकर गरीबों, किसानों और बच्चों के विकास पर फोकस किया गया है।
क्या बदलाव लाएगा यह बजट?
- बाल विकास पर बड़े निवेश से बच्चों की शिक्षा और पोषण में सुधार होगा।
- शिक्षा क्षेत्र में मॉडल स्कूलों और स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना से झारखंड की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा मिलेगी।
- कृषि में निवेश से किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।
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