Ranchi–Puri Vande Bharat Proposal Gains Momentum: रांची–पुरी वंदेभारत ट्रेन चलाने की प्रक्रिया शुरू
रांची–पुरी वंदेभारत एक्सप्रेस चलाने को लेकर रेलवे बोर्ड ने प्रक्रिया शुरू की। यात्री संघों ने स्लीपर वंदेभारत की मांग रखी। पुरी और भुवनेश्वर जाने वाले टूरिस्ट व छात्रों को मिलेगी राहत।
रांची–पुरी वंदेभारत एक्सप्रेस चलाने की दिशा में रेलवे ने औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है। रेलवे बोर्ड ने क्षेत्रीय रेलवे कार्यालय को पत्र भेजकर हटिया से चल रही तपस्विनी एक्सप्रेस में होने वाली भीड़, समय सारणी और अन्य तकनीकी पहलुओं का अध्ययन करने का निर्देश दिया है। इन बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यात्री संघों ने इस मार्ग पर स्लीपर वंदेभारत एक्सप्रेस की मांग उठाई है, ताकि लंबा सफर करने वाले यात्रियों को अधिक सुविधा मिल सके।
मांग की पृष्ठभूमि
रांची–पुरी वंदेभारत एक्सप्रेस की मांग कोई नई नहीं है। जेडआरयूसीसी (ZRUCC) सदस्य अरुण जोशी और सांसद खीरु महतो ने 2024 में भी यह मुद्दा उठाया था। इसके बाद फरवरी 2025 में जोनल उपभोक्ता सलाहकार समिति की बैठक में फिर से यह मांग रखी गई।
अरुण जोशी का कहना है—
“अब हम स्लीपर वंदेभारत की मांग कर रहे हैं, ताकि यात्री लंबा सफर आराम से पूरा कर सकें।”
वर्तमान स्थिति: तपस्विनी बनाम वंदेभारत
अभी रांची से पुरी के बीच तपस्विनी एक्सप्रेस चलती है, जो रांची से दोपहर 2:30 बजे चलकर अगले दिन सुबह लगभग 7:30 बजे पुरी पहुंचती है। यानी सफर में लगभग 17 घंटे लगते हैं।
वंदेभारत एक्सप्रेस शुरू होने पर यही यात्रा 5 से 6 घंटे में पूरी हो सकती है, जिससे यात्रियों का समय और ऊर्जा दोनों बचेंगे।
टूरिस्ट और छात्रों को बड़ी राहत
पुरी और भुवनेश्वर न सिर्फ धार्मिक और पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यहां इंजीनियरिंग और प्रोफेशनल कोर्स पढ़ने वाले छात्रों की भी बड़ी संख्या है। वंदेभारत शुरू होने पर इन छात्रों और टूरिस्टों के लिए यात्रा तेज़, आरामदायक और समयबचत वाली हो जाएगी।
रांची के लिए अन्य वंदेभारत प्रस्ताव
वर्तमान में रांची से तीन वंदेभारत एक्सप्रेस सेवाएं पहले से चल रही हैं—
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रांची–हावड़ा–रांची वंदेभारत एक्सप्रेस
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रांची–वाराणसी–रांची वंदेभारत एक्सप्रेस
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रांची–पटना–रांची वंदेभारत एक्सप्रेस
इसके अलावा दक्षिण-पूर्व रेलवे ने रांचीवासियों के लिए तीन और नई वंदेभारत सेवाओं का प्रस्ताव भेजा है:
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हटिया–बेंगलुरु
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हटिया–रायपुर
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हटिया–पुणे
इन प्रस्तावों पर केंद्रीय रेलवे बोर्ड के स्तर पर विचार चल रहा है।
अन्य नई ट्रेनों की मांग
वंदेभारत के अलावा, उपभोक्ता सलाहकार समिति के सदस्य सतीश सिन्हा ने रांची से हरिद्वार–देहरादून के लिए सीधी ट्रेन चलाने की मांग की है।
साथ ही रांची से अहमदाबाद के लिए नई ट्रेन सेवा का भी अनुरोध किया गया है। इस पर दक्षिण-पूर्व रेलवे ने बताया कि हाल ही में भारतीय रेलवे समय सारणी सम्मेलन में रांची–अहमदाबाद ट्रेन प्रस्ताव पर सहमति बनी थी। इसके बावजूद, जोनल स्तर से रेलवे बोर्ड को पत्र भेजकर जल्द निर्णय लेने का अनुरोध किया गया है, हालांकि बोर्ड का जवाब अभी नहीं आया है।
रेलवे बोर्ड का दृष्टिकोण
रेलवे बोर्ड द्वारा रांची–पुरी वंदेभारत के अध्ययन के लिए भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया गया है कि भीड़, मौजूदा ट्रेनों का टाइमटेबल, पटरियों की क्षमता और रूट की तकनीकी व्यवहार्यता पर विस्तृत रिपोर्ट जरूरी है।
इन पहलुओं के पूरा होने के बाद ही ट्रेन संचालन को हरी झंडी मिलेगी। यह प्रक्रिया इस बात का संकेत है कि मांग पर गंभीरता से विचार हो रहा है।
आगे की राह
अगर रिपोर्ट में सकारात्मक निष्कर्ष निकलते हैं, तो रांची–पुरी वंदेभारत जल्द ही हकीकत बन सकती है। इसके शुरू होने से न केवल यात्रा समय में कटौती होगी बल्कि इस मार्ग पर यात्रा करने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने की संभावना है।
ट्रेन शुरू होने पर झारखंड और ओडिशा के बीच पर्यटन, शिक्षा और व्यापारिक आदान-प्रदान को नई गति मिलेगी।
रांची–पुरी वंदेभारत की मांग कई सालों से हो रही है और अब रेलवे बोर्ड ने इस पर औपचारिक कदम उठाकर उम्मीदें बढ़ा दी हैं। अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो यात्री जल्द ही इस रूट पर तेज़, आरामदायक और आधुनिक वंदेभारत ट्रेन में सफर कर सकेंगे।
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