Seraikela Murder: गम्हरिया के सोनू सरदार हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पुलिस ने पकड़े पांच अपराधी

सरायकेला-खरसावां पुलिस ने सोनू सरदार हत्याकांड का खुलासा करते हुए पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया। जानें इस घटना की पूरी कहानी और क्या है मास्टरमाइंड की साजिश।

Dec 17, 2024 - 16:22
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Seraikela Murder: गम्हरिया के सोनू सरदार हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पुलिस ने पकड़े पांच अपराधी
Seraikela Murder: गम्हरिया के सोनू सरदार हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पुलिस ने पकड़े पांच अपराधी

सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया में हुई सोनू सरदार की हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। पुलिस ने इस चर्चित मामले का पर्दाफाश करते हुए पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड अब भी फरार है, लेकिन पुलिस की टीम उसकी तलाश में जुटी है।

सोनू सरदार: एक शिक्षक, मुखिया का पति और साहस का प्रतीक

सोनू सरदार, जो जिला पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष और गम्हरिया प्रखंड की यशपुर पंचायत की मुखिया पार्वती सरदार के पति थे, अपनी साहसी छवि और अवैध गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए जाने जाते थे। उनकी हत्या एक सुनियोजित साजिश के तहत की गई, जिसमें पांच अपराधियों ने मिलकर उन्हें गोली मार दी।

हत्या की रात: साजिश और निजी खुन्नस का खेल

शुक्रवार की देर रात, जब सोनू सरदार एक कार्यक्रम से लौट रहे थे, तभी उन्हें घेरकर गोली मार दी गई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उनकी हत्या के पीछे निजी खुन्नस और अवैध कारोबार के विरोध का मामला था। एसपी मुकेश कुमार लुनायत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हत्याकांड का मास्टरमाइंड बीरबल सरदार है, जो फिलहाल फरार है।

पुलिस की बड़ी कामयाबी: पांच अपराधी गिरफ्तार, हथियार बरामद

पुलिस ने इस मामले में अनिल सरदार, विश्वजीत नायक, आशीष गोराई, आनंद दास, और सूरज मार्डी को गिरफ्तार किया है।

  • बरामदगी: पुलिस ने घटना में प्रयुक्त 7.65 एमएम का लोडेड पिस्तौल, चार जिंदा गोलियां, एक देसी कट्टा, और तीन मोटरसाइकिल बरामद किए हैं।
  • जांच टीम की मेहनत: एसडीपीओ समीर सवैया के नेतृत्व में गठित टीम ने तकनीकी और मानवीय साक्ष्यों के आधार पर यह सफलता हासिल की।

अवैध कारोबार और सोनू सरदार का संघर्ष

पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, इस हत्याकांड का संबंध अवैध कारोबार से जुड़ा है। सोनू सरदार इलाके में चल रही गैरकानूनी गतिविधियों का विरोध कर रहे थे। यह संघर्ष उनके लिए घातक साबित हुआ।

इतिहास में ऐसी घटनाओं का संदर्भ

झारखंड में पंचायत नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं पर हमले का इतिहास रहा है।

  • वर्ष 2019: पलामू जिले में एक पंचायत मुखिया की हत्या का मामला सामने आया था, जो अवैध खनन के विरोध का परिणाम था।
  • वर्ष 2021: हजारीबाग में एक सामाजिक कार्यकर्ता को अवैध लकड़ी कटाई के विरोध के कारण निशाना बनाया गया।

सोनू सरदार की हत्या भी इसी कड़ी का हिस्सा लगती है, जो यह दर्शाता है कि ईमानदारी और संघर्ष के रास्ते पर चलने वाले लोग अक्सर अपराधियों के निशाने पर आ जाते हैं।

मास्टरमाइंड और पुलिस की चुनौती

इस मामले का मास्टरमाइंड बीरबल सरदार अब भी फरार है। एसपी लुनायत ने बताया कि बीरबल की गिरफ्तारी के बाद ही इस साजिश के सभी पहलुओं का खुलासा हो सकेगा। पुलिस का मानना है कि इस हत्या के पीछे बड़े अपराधियों का हाथ हो सकता है।

पुलिस की टीम की मेहनत को सलाम

इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में गम्हरिया थाना प्रभारी राजू, आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह, और आरआईटी थाना प्रभारी विनय कुमार समेत तकनीकी टीम ने बड़ी भूमिका निभाई।

सोनू सरदार हत्याकांड: एक चेतावनी

यह हत्याकांड झारखंड के ग्रामीण इलाकों में बढ़ते अपराध और ईमानदार लोगों के संघर्ष की कहानी कहता है। सोनू सरदार का जीवन और उनकी हत्या समाज को यह संदेश देते हैं कि सच्चाई के रास्ते पर चलना आसान नहीं है, लेकिन यह एक संघर्ष के बिना मुमकिन भी नहीं।
गम्हरिया के सोनू सरदार की हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस की कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन यह मामला हमें सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर कब तक अपराधी बेखौफ रहेंगे और सच्चाई के पैरोकार निशाने पर आते रहेंगे?

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।