धालभूमगढ़, 5 नवंबर 2024: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की स्टार प्रचारक और गांडेय की विधायक, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन ने मंगलवार को धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ़ हाई स्कूल मैदान में चुनावी सभा की। यह रैली घाटशिला से झामुमो प्रत्याशी रामदास सोरेन के समर्थन में आयोजित की गई थी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और ग्रामीण उपस्थित हुए।
भाजपा पर तीखा हमला
सभा में बोलते हुए कल्पना सोरेन ने भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा को आदिवासियों से नहीं, बल्कि उनकी जमीन में छिपे खजाने से मतलब है। उन्होंने जनता को आगाह किया कि भाजपा का असली उद्देश्य झारखंड के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करना है। उन्होंने छत्तीसगढ़ और ओडिशा का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह भाजपा ने इन राज्यों के जंगलों का दोहन किया, उसी तरह अब वे झारखंड के संसाधनों पर नजर गड़ाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की सराहना
कल्पना सोरेन ने राज्य में महिलाओं के लिए चलाई जा रही "मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना" की सराहना की। उन्होंने इसे झारखंड की महिलाओं के लिए एक क्रांतिकारी कदम बताया और कहा कि इस योजना से राज्य की आधी आबादी को लाभ मिला है। उन्होंने जनता को बताया कि झामुमो सरकार हमेशा से महिलाओं के सशक्तिकरण और आदिवासी अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध रही है।
झामुमो सरकार के विकास कार्यों पर भरोसा
कल्पना सोरेन ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उन्होंने झारखंड में 20 साल राज किया, लेकिन राज्य को उसी हालत में छोड़ दिया। वहीं, हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झामुमो सरकार ने मात्र पांच साल में राज्य को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाया है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे महागठबंधन का समर्थन करें ताकि राज्य में विकास कार्यों को तेजी से बढ़ाया जा सके।
भाजपा पर हिंदू-मुस्लिम राजनीति का आरोप
कल्पना सोरेन ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह झारखंड की जनता को हिंदू-मुस्लिम और अगड़ा-पिछड़ा की राजनीति में उलझाकर दिग्भ्रमित करना चाहती है। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता अब भाजपा की इन चालों को समझ चुकी है और उसे समर्थन देने से इनकार करेगी। उन्होंने इस चुनाव में महागठबंधन को समर्थन देकर राज्य को विकास की राह पर ले जाने की अपील की।
झामुमो प्रत्याशी को जिताने की अपील
अपने भाषण में उन्होंने घाटशिला से झामुमो प्रत्याशी रामदास सोरेन को जिताने की अपील की ताकि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में झामुमो की तीर-धनुष की सरकार बने और आदिवासियों के अधिकार सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा कि झारखंड के आदिवासी अपनी जमीन और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा झामुमो के साथ खड़े हैं।
कल्पना सोरेन का यह भाषण भाजपा पर एक बड़ा हमला था, जिसमें उन्होंने पार्टी की नीतियों को आदिवासी विरोधी बताया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता किसे समर्थन देती है और झारखंड में किसकी सरकार बनती है।