झारखंड चुनाव: भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन की उम्र पर विवाद, कांग्रेस ने जांच की मांग की
झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन की उम्र में कथित अंतर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने चुनाव अधिकारियों से इस मामले की गहन जांच की मांग की है।
रांची: 5 नवंबर 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव में एक नया विवाद सामने आया है। इस बार मामला जामताड़ा से भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन की उम्र से जुड़ा हुआ है। कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. इरफान अंसारी के चुनाव एजेंट अजहरुद्दीन ने सीता सोरेन की उम्र में कथित असंगतियों को लेकर एक शिकायत दर्ज करवाई है। अजहरुद्दीन ने इस मामले में चुनाव अधिकारियों से गहन जांच की मांग की है ताकि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
छह साल का अंतर बन रहा विवाद का कारण
अजहरुद्दीन का कहना है कि 2019 के चुनाव में सीता सोरेन ने जामा सुरक्षित सीट से उम्मीदवार के रूप में अपना हलफनामा दाखिल किया था। उस हलफनामे में उन्होंने अपनी उम्र का उल्लेख किया था। अब 2024 में जामताड़ा सामान्य सीट से उम्मीदवार बनकर आए सीता सोरेन ने अपने ताज़ा हलफनामे में अपनी उम्र दर्ज कराई है, लेकिन इसमें 6 साल का अंतर देखा जा रहा है। यह अंतर उनकी उम्र को लेकर संदेह पैदा करता है और जानकारी की सत्यता पर सवाल उठाता है।
चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग
कांग्रेस की ओर से अजहरुद्दीन ने जामताड़ा के निर्वाची पदाधिकारी को इस संदर्भ में एक आपत्ति पत्र सौंपा है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की गहराई से जांच की जाए। उन्होंने कहा कि यदि जांच में किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है, तो भाजपा उम्मीदवार का नामांकन रद्द कर दिया जाना चाहिए। अजहरुद्दीन का कहना है कि चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखना आवश्यक है और ऐसे मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
उपायुक्त और आब्जर्वर को जानकारी दी गई
मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस ने इस मुद्दे को केवल निर्वाची पदाधिकारी तक ही सीमित नहीं रखा। उन्होंने जामताड़ा के उपायुक्त और चुनाव आयोग के आब्जर्वर को भी इस मामले की जानकारी दी है। कांग्रेस पार्टी का मानना है कि चुनाव आयोग इस मुद्दे को गंभीरता से लेगा और सही जांच करेगा ताकि जनता का भरोसा चुनाव प्रक्रिया में बना रहे।
सीता सोरेन पर बढ़ा दबाव
यह विवाद सीता सोरेन के लिए एक चुनौती बन सकता है। सीता सोरेन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी हैं, जिससे इस मामले को और अधिक तूल मिल रहा है। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर दबाव बढ़ा रहा है और इसे चुनावी मुद्दा बना रहा है। कांग्रेस पार्टी ने इस विवाद को उजागर कर भाजपा को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है।
उम्र में अंतर को लेकर चुनाव में पहली बार नहीं उठा विवाद
झारखंड में चुनाव के दौरान उम्र विवाद का मामला पहली बार नहीं उठा है। इससे पहले भी कई उम्मीदवारों पर उनके चुनावी हलफनामों में उम्र को लेकर सवाल उठ चुके हैं। हालांकि, इस बार मामला मुख्यमंत्री के परिवार से जुड़ा हुआ है, जिससे इसे अधिक गंभीरता से देखा जा रहा है।
निष्पक्ष जांच की मांग
कांग्रेस पार्टी ने साफ किया है कि वे इस मामले को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे। उनका कहना है कि जांच निष्पक्ष और सटीक होनी चाहिए ताकि कोई भी गलत जानकारी चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित न कर सके।
भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं
इस मामले में भाजपा की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, उम्मीद की जा रही है कि भाजपा जल्द ही इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखेगी।
जामताड़ा में इस उम्र विवाद ने चुनावी माहौल को और अधिक गरम कर दिया है। कांग्रेस की ओर से की गई इस शिकायत ने चुनावी गहमागहमी में एक नया मोड़ ला दिया है। चुनाव आयोग द्वारा इस मामले पर क्या निर्णय लिया जाता है, यह देखना अहम होगा।
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