Ranchi Exposed: लाखों के बिजली तार चुराने वाले गिरोह का भंडाफोड़! पिठोरिया से सरगना समेत 4 गिरफ्तार, कबाड़ी को बेचते थे कौड़ियों के दाम
रांची पुलिस ने पिठोरिया थाना क्षेत्र में सक्रिय बिजली तार चोरी गिरोह के सरगना शाहरुख खान समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह लाखों रुपये के तार चुराकर कबाड़ी को बेचता था। पुलिस ने खरीदने वाले व्यापारी बालाजी के मालिक पर भी मामला दर्ज किया है।
रांची के पिठोरिया थाना क्षेत्र में बिजली विभाग और आम जनता के लिए सिरदर्द बन चुके बिजली तार चोरी गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। देर रात की गई कार्रवाई में पुलिस ने गिरोह के सरगना शाहरुख खान समेत तीन अन्य आरोपी, विकास कुमार, दीपक कुमार और अली मोहम्मद को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह सिर्फ तारों की चोरी नहीं कर रहा था, बल्कि लाखों रुपये की सरकारी संपत्ति को कौड़ियों के दाम बेचकर सरकारी विकास को सीधे चुनौती दे रहा था।
ग्रामीण एसपी के निर्देश पर गठित विशेष जांच टीम (SIT) ने पूरे मामले की गहन जांच कर इस संगठित अपराध के नेटवर्क को तोड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है। यह खुलासा दिखाता है कि कैसे मामूली चोरियां एक बड़े आर्थिक अपराध का रूप ले लेती हैं।
चोरी का तरीका और लाखों का नुकसान
पुलिस की जांच में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार गिरोह पिठोरिया, कांके और आसपास के कई थाना क्षेत्रों में आधा दर्जन से अधिक चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है।
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लाखों का तार, कौड़ियों का सौदा: गिरोह लाखों रुपये मूल्य के चालू बिजली तारों की चोरी करता था और उन्हें बेहद कम दाम पर एक स्थानीय व्यापारी को बेच देता था। यह गैरकानूनी खरीद-फरोख्त ही इस अपराध को बढ़ावा दे रही थी।
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बिजली व्यवस्था पर असर: इन चोरियों के कारण स्थानीय लोगों को अक्सर बिजली कटौती और खराब सेवाओं का सामना करना पड़ रहा था।
'कबाड़ी' व्यापारी पर भी गिरी गाज
पुलिस ने इस चोरी की कड़ी को आगे तक जोड़ा और सामान खरीदने वाले व्यापारी के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की है।
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FIR दर्ज: चोरी के तार खरीदने वाले कबाड़ी व्यापारी बालाजी के मालिक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। यह दिखाता है कि पुलिस अब चोरी करने वाले के साथ-साथ चोरी का माल खरीदने वाले पर भी शिकंजा कस रही है। संगठित अपराध के नेटवर्क को तोड़ने के लिए यह अत्यंत आवश्यक है।
ग्रामीण एसपी के निर्देश पर गठित विशेष जांच टीम ने गहन जांच कर गिरोह का भंडाफोड़ किया। पुलिस अब गिरोह के कुछ फरार सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है और चोरी की कड़ी से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश में जुटी है।
पिठोरिया और कांके के लोगों ने इस सफलता के लिए पुलिस टीम की सराहना की है, क्योंकि यह गिरोह लंबे समय से क्षेत्र में दहशत बनाए हुए था।
आपकी राय में, बिजली तारों और सरकारी संपत्ति की चोरी को रोकने के लिए पुलिस को केवल छापेमारी के बजाय कबाड़ी व्यापारियों के नेटवर्क पर किस तरह की स्थायी निगरानी रखनी चाहिए?
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