Bihar Crime News 2025: सम्राट चौधरी के गृह विभाग ट्रांसफर से अपराध पर ब्रेक क्यों नहीं? RJD की X पेज बिहार क्राइम का आईना बनी—मधेपुरा से गोपालगंज तक गोलीकांड, आगे क्या होगा सख्ती?
Bihar Crime Woes: Home Ministry Samrat Chaudhary transfer fails to dent crime rate—RJD X exposes murders, shootings in Madhepura, Sitamarhi. UP model next? Bihar Crime News 2025
Patna, Bihar | 26 November 2025 – बिहार में नई NDA सरकार के गठन के बाद गृह विभाग का जिम्मा बीजेपी के सम्राट चौधरी को सौंपे जाने को महज चार-पांच दिन ही बीते हैं, लेकिन अपराध की घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। मधेपुरा से गोपालगंज तक गोलीबारी और हत्याओं की खबरें सुर्खियां बटोर रही हैं, जिससे सवाल उठ रहा है—ट्रांसफर से अपराध दर पर असर क्यों नहीं पड़ा? क्या नीतीश कुमार का 'सुशासन' अब 'जंगल राज' की ओर लौट रहा है? विपक्षी आरजेडी की आधिकारिक X हैंडल (@RJDforIndia) इन दिनों बिहार के क्राइम रिपोर्ट का 'आईना' बन गई है, जहां रोजाना अपराधियों की बर्बरता की news शेयर हो रही हैं।
हाल के दिनों में दर्ज हुई पांच बड़ी घटनाएं बिहार के कानून-व्यवस्था के ढांचे पर सवालिया निशान लगा रही हैं। ये न केवल ग्रामीण इलाकों में दहशत फैला रही हैं, बल्कि सरकार की 'जीरो टॉलरेंस' नीति पर भी कटाक्ष कर रही हैं। आरजेडी की X पोस्ट्स ने इन मामलों को हाईलाइट कर राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है, जहां पार्टी ने सीधे-सीधे सरकार को घेरा है।
बिहार क्राइम की ताजा तस्वीर: पांच हाई-प्रोफाइल घटनाएं
- मधेपुरा में बढ़ई की गोली मारकर हत्या: गम्हरिया थाना क्षेत्र के सिहपुर में बजरंगबली मंदिर के पास रविंद्र शर्मा (40) को अज्ञात अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर मार डाला। घर से महज 200 मीटर दूर हुई इस वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी। पुलिस जांच कर रही है, लेकिन परिजनों ने किसी रंजिश की आशंका नहीं जताई।
- सीतामढ़ी में गोलीबारी, युवक को लगी गोलियां: एक युवक पर अंधाधुंध फायरिंग में कई गोलियां लगने से घायल। घटना जिले के एक व्यस्त इलाके में हुई, जहां अपराधी बाइक पर सवार होकर भाग निकले। स्थानीय अस्पताल में इलाजरत युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
- सोनपुर में अपराधियों ने गोली मार की शिक्षक की हत्या: शिक्षक को स्कूल से लौटते वक्त निशाना बनाया गया। यह घटना शिक्षा जगत में आक्रोश का कारण बनी, जहां अभिभावकों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया।
- बेतिया में बारात पर ताबड़तोड़ फायरिंग, कई को लगी गोली: शादी की बारात में खुशी का माहौल गोलीबारी से खौफ में बदल गया। कई लोग घायल, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल। पुलिस ने हथियारों की तस्करी की जांच शुरू की है।
- गोपालगंज में शादी समारोह में फायरिंग, कई को लगी गोली: एक और विवाह समारोह में हर्ष फायरिंग से हादसा। कई मेहमानों को गोली लगी, जिससे इलाके में पैनिक फैल गया।
ये घटनाएं नवंबर 2025 के आखिरी हफ्ते में ही सामने आईं, जो राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (SCRB) के आंकड़ों से मेल खाती हैं। 2025 के जून तक बिहार में 1.91 लाख अपराध दर्ज हो चुके हैं, जो पूरे 2024 के आंकड़ों का आधा से ज्यादा है। कुल मिलाकर, 2015 से 2024 तक अपराध 80% बढ़े, जबकि राष्ट्रीय औसत महज 24% था। हत्या के मामलों में व्यक्तिगत रंजिश (37.8%) प्रमुख कारण रही। हालांकि, प्रति लाख आबादी पर बिहार का क्राइम रेट राष्ट्रीय औसत से कम है, लेकिन रिपोर्टिंग की कमी (जैसा कि रेडिट डिस्कशन्स में उल्लेख) वास्तविक स्थिति को छिपा सकती है।
ट्रांसफर का 'नो इम्पैक्ट': क्यों फेल हो रही सख्ती?
20 साल बाद गृह विभाग नीतीश कुमार के हाथ से निकलकर सम्राट चौधरी के पास पहुंचा, जो बीजेपी की 'यूपी मॉडल' (योगी आदित्यनाथ स्टाइल एनकाउंटर, बुलडोजर एक्शन) को लागू करने की बात कर रहे हैं। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रांसफर से तत्काल असर पड़ना मुश्किल है। कारण?
- समय की कमी: विभाग सौंपे जाने के बाद महज कुछ दिन ही बीते हैं। पुलिस हायरार्की (DGP से DSP तक) को रीअलाइन करने में वक्त लगेगा।
- सिस्टेमिक इश्यूज: बिहार में ऑर्गनाइज्ड क्राइम, अवैध हथियार (40 मिलियन ब्लैक मार्केट आर्म्स, ज्यादातर बिहार-UP बॉर्डर से) और नक्सल प्रभाव प्रमुख चुनौतियां। NCRB डेटा के मुताबिक, बिहार हिंसक अपराधों में टॉप-5 राज्यों में शुमार है।
- राजनीतिक दबाव: विपक्ष का आरोप है कि यह 'बदले की राजनीति' है, जो पुलिस को पक्षपाती बना सकती है। नीतीश का पुराना 'क्राइम कंट्रोल मॉडल' (डायल 112, महिलाओं के लिए 35% रिजर्वेशन) प्रभावी था, लेकिन अब नया लीडरशिप टेस्टिंग फेज में है।
आरजेडी की X: क्राइम का 'मिरर' क्यों बनी?
आरजेडी की आधिकारिक X हैंडल (@RJDforIndia) अब बिहार क्राइम की 'व्हिसलब्लोअर' बन चुकी है। पार्टी नियमित रूप से इन घटनाओं की तस्वीरें, वीडियो और आंकड़े शेयर कर रही है, जो वायरल हो जाते हैं। उदाहरण के तौर पर, मधेपुरा हत्याकांड की पोस्ट पर हजारों रीट्वीट्स हुए, जहां लिखा गया: "सुशासन का दावा, लेकिन अपराधियों का राज!" यह स्ट्रैटेजी न केवल जनता को जागरूक कर रही है, बल्कि 2025 चुनावी हार के बाद RJD की रिकवरी का हथियार भी बनी हुई है। विश्लेषकों का कहना है कि सोशल मीडिया पर क्राइम एक्सपोज RJD को 'पीपुल्स वॉयस' के रूप में पोजिशन कर रहा है।
मधेपुरा में बढ़ई की गोली मारकर हत्या!
सीतामढ़ी में गोलीबारी, युवक को लगी गोलियां!
सोनपुर में अपराधियों ने गोली मार की शिक्षक की हत्या!
बेतिया में बारात पर ताबड़तोड़ फायरिंग,कई को लगी गोली
गोपालगंज में शादी समारोह में फायरिंग, कई को लगी गोली
मोदी-नीतीश का महाजंगलराज, जातिवादी… — Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 26, 2025
आगे क्या करेंगे सम्राट चौधरी?
कार्यभार संभालते ही चौधरी ने सख्त बयान दिए: "अपराधी जेल में होंगे या गयाजी के चिता पर!" उन्होंने एंटी-रोमियो स्क्वॉड, साइबर क्राइम पर फोकस, 400 माफिया गैंग्स की पहचान और बुलडोजर एक्शन का ऐलान किया। बेगूसराय में हालिया एनकाउंटर (एक अपराधी गिरफ्तार) को पहला कदम बताया जा रहा है। लेकिन सवाल वही है—क्या 'यूपी मॉडल' बिहार की जटिल सामाजिक संरचना में फिट बैठेगा? चौधरी ने कहा, "नीतीश के सुशासन को मजबूत करेंगे, ऑर्गनाइज्ड क्राइम बर्दाश्त नहीं।" विपक्ष ने इसे 'खोखला वादा' करार दिया है।
बिहार की सड़कों पर गोलियां गूंज रही हैं, और X पर RJD की पोस्ट्स हंगामा मचा रही हैं। सरकार को अब ठोस एक्शन दिखाने होंगे, वरना 2025 के अंत तक 'सुशासन' का टैग खतरे में पड़ सकता है। क्या बुलडोजर चलेगा या सिर्फ बयानबाजी? आने वाले दिन बताएंगे।
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