Adityapur Fire Attack: वार्ड-2 में तीसरी बार कार जली, क्या कोई बड़ा षड्यंत्र चल रहा है?
आदित्यपुर के वार्ड-2 में लगातार तीसरी बार कार जलाने की वारदात, गुरुवार तड़के एक बदमाश ने राकेश कुमार की कार में आग लगाई। सीसीटीवी में पूरी घटना कैद, क्या वार्ड-2 बना है अग्निकांड का टारगेट?

आदित्यपुर (झारखंड): गुरुवार की सुबह जब लोग गहरी नींद में सोए थे, तब पंजाबी कॉलोनी में एक और आगजनी की घटना ने पूरे वार्ड-2 को फिर से दहशत में डाल दिया।
4:54 बजे, एक युवक चोरी-छिपे आता है, राकेश कुमार की कार में आग लगाता है, और अंधेरे में गायब हो जाता है — लेकिन इस बार उसकी करतूत CCTV कैमरे में कैद हो गई।
यह घटना महज एक इत्तेफाक नहीं है, बल्कि एक साजिश की आहट है, और सवाल उठता है — क्या वार्ड-2 किसी रंजिश का टारगेट बन चुका है?
तीसरी वारदात, वही इलाका, वही तरीका
पिछले 15 दिनों में यह तीसरी घटना है, और सबसे चौंकाने वाली बात — तीनों घटनाएं वार्ड-2 में हुई हैं।
-
पहले दो मामलों में दो अलग-अलग कारों को शरारती तत्वों ने आग के हवाले किया,
-
और अब, गुरुवार को राकेश कुमार की कार भी टारगेट बन गई।
हर बार की तरह इस बार भी किसी को भनक तक नहीं लगी, लेकिन किस्मत से एक स्थानीय निवासी, जो तड़के टाटानगर स्टेशन जा रहे थे, उन्होंने कार से धुंआ निकलते देखा और तुरंत मुहल्ले वालों को जगाया।
अगर कुछ देर और हो जाती, तो पास खड़ी अन्य कारों तक भी आग फैल सकती थी — और एक भीषण हादसा हो सकता था।
CCTV फुटेज में दिखा सच: आगजनी नहीं, एक प्लानिंग है
घटना के बाद जब इलाके की CCTV फुटेज खंगाली गई, तो सामने आई एक झकझोर देने वाली तस्वीर —
एक युवक आता है, कार के पास रुकता है, कुछ जलती चीज कार के कवर में डालता है, और फिर तेज़ी से निकल जाता है।
न चेहरे की पहचान, न किसी बातचीत का सबूत — लेकिन उसकी चाल-ढाल से साफ था कि यह कोई आकस्मिक हरकत नहीं, बल्कि पूर्व-नियोजित वारदात थी।
पुलिस की जांच और लोगों में डर का माहौल
स्थानीय पुलिस ने कहा है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
क्योंकि वार्ड-2 में लगातार हो रही इन घटनाओं ने न सिर्फ लोगों का चैन छीना है, बल्कि एक साइकोलॉजिकल डर भी पैदा कर दिया है।
हर कार मालिक अब रात को चैन से नहीं सो पा रहा। हर गाड़ी के मालिक को डर है — “अगली बारी मेरी तो नहीं?”
इतिहास में झांकें तो...
आदित्यपुर का यह इलाका पहले भी छोटी-मोटी वारदातों के लिए चर्चा में रहा है, लेकिन इतनी कंसिस्टेंट आगजनी की घटनाएं पहली बार हो रही हैं।
पंजाबी कॉलोनी और वार्ड-2, जहां मध्यमवर्गीय परिवार रहते हैं, अब अपराधियों के निशाने पर लगते हैं।
ऐसी घटनाएं केवल कार जलने तक सीमित नहीं रहतीं, इनसे जनसुरक्षा, सामाजिक मनोविज्ञान और प्रशासनिक क्षमता पर सवाल खड़े होते हैं।
अब क्या हो? लोग क्या कह रहे हैं?
स्थानीय निवासी अब रात में गश्ती, प्राइवेट सीसीटीवी, और वॉच ग्रुप्स बनाने की बात कर रहे हैं।
एक निवासी ने कहा, “हमारे मोहल्ले को निशाना क्यों बनाया जा रहा है? कोई पुरानी रंजिश है या कोई गैंग एक्टिव है?”
वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि यह "धमकी" देने का तरीका हो सकता है — किसी विशेष व्यक्ति को डराने के लिए पूरे मोहल्ले को जलाना!
क्या प्रशासन सतर्क होगा या इंतज़ार करेगा अगली चिंगारी का?
अब तक की तीन घटनाएं किसी बड़ी अनहोनी की भूमिका बन सकती थीं।
ज़रूरत है कि प्रशासन इस मामले को सिर्फ एक शरारती तत्व की हरकत मानने के बजाय इसे एक गंभीर आपराधिक साजिश मानकर कार्रवाई करे।
What's Your Reaction?






