Jamshedpur Fire Blast: डिमना रोड पर बिजली के खंभे में लगी आग से मचा हड़कंप, बड़ी दुर्घटना टली
जमशेदपुर के डिमना रोड स्थित अग्रवाल भवन के पास बिजली के खंभे में अचानक लगी आग से मचा हड़कंप, शॉर्ट सर्किट बनी वजह। बिजली आपूर्ति बाधित, दमकल विभाग और बिजली विभाग मौके पर।

जमशेदपुर (झारखंड): गुरुवार दोपहर, जब शहर अपनी सामान्य गति में चल रहा था, तभी मानगो के डिमना मेन रोड पर अग्रवाल भवन के पास अचानक एक बिजली के खंभे से आग की तेज लपटें उठने लगीं।
इस नाटकीय दृश्य ने इलाके में अफरा-तफरी मचा दी और लोग एकाएक घरों और दुकानों से बाहर निकलकर सड़क पर सन्नाटे और डर के बीच जुट गए।
शॉर्ट सर्किट बना हादसे की वजह, लेकिन बड़ा हादसा टल गया
स्थानीय लोगों के अनुसार, बिजली के खंभे में लगी आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
लपटें इतनी तेज थीं कि कुछ ही सेकंड में धुएं और चिंगारियों ने खंभे को पूरी तरह लपेट लिया।
गनीमत यह रही कि उस वक्त खंभे के पास कोई राहगीर या वाहन नहीं था, वरना यह आग किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती थी।
मौके पर जुटी दमकल और बिजली विभाग की टीम
जैसे ही खंभे से आग निकलती दिखी, स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग और फायर ब्रिगेड को तत्काल सूचना दी।
हालांकि समाचार लिखे जाने तक आग पर पूरी तरह नियंत्रण नहीं पाया जा सका था।
दमकल की टीम लगातार पानी की बौछार और केमिकल से आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही थी, वहीं बिजली विभाग ने तुरंत बिजली आपूर्ति बंद कर दी ताकि कोई अन्य नुकसान न हो।
बिजली कटौती से आधा शहर अंधेरे में, स्थानीय व्यवसाय प्रभावित
आग की वजह से पूरे डिमना रोड क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।
इससे न सिर्फ आवासीय इलाकों में परेशानी बढ़ गई है, बल्कि पास के दुकानदार भी व्यापार ठप होने से परेशान हैं।
एक दुकानदार ने कहा, “दोपहर का समय हमारे लिए सबसे व्यस्त होता है, लेकिन बिजली कट जाने से सारा काम रुक गया। ग्राहकों को भी डर लग रहा है।”
इतिहास में पहली बार नहीं है ऐसा हादसा
अगर इतिहास के पन्ने पलटे जाएं, तो जमशेदपुर में इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं।
मानगो, साकची और बिष्टुपुर जैसे इलाकों में बिजली के पुराने खंभों और जर्जर वायरिंग की वजह से पहले भी आगजनी या स्पार्किंग की घटनाएं हो चुकी हैं।
लेकिन डिमना रोड, जो कि हाल ही में शहरी विकास के नक्शे पर तेजी से उभरा है, अब पहली बार इस तरह की सार्वजनिक सुरक्षा संकट का सामना कर रहा है।
लोगों में डर का माहौल, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
घटना के बाद इलाके में संकट और भय का माहौल बन गया है।
स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार खंभे से चिंगारी निकलने की शिकायत दी गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “अगर समय रहते विभाग ने ध्यान दिया होता, तो आज ये आग नहीं लगती।”
क्या अगला कदम होगा ठोस?
अब सवाल यह है कि क्या इस घटना को लेकर कोई स्थायी समाधान खोजा जाएगा, या फिर प्रशासन अगले हादसे का इंतजार करेगा?
इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि बिजली की आपूर्ति से जुड़ी संरचना में सुधार और मॉनिटरिंग की सख्त ज़रूरत है।
खासतौर पर उन इलाकों में, जहां घनी आबादी और व्यस्त यातायात होता है।
सावधानी ही सुरक्षा है: क्या आप सतर्क हैं?
बिजली के खंभों से अक्सर उठती हल्की चिंगारियां कभी-कभी बड़े विस्फोट में बदल सकती हैं।
अगर आप अपने आसपास किसी खंभे में स्पार्किंग या जर्जर तारों की स्थिति देखें, तो तुरंत बिजली विभाग को सूचित करें।
आपकी एक कॉल, एक बड़े हादसे को रोक सकती है।
What's Your Reaction?






