Ranchi Cyber Fraud: सीआईएसएफ कर्मी से साइबर ठगी, 7 लाख से अधिक की रकम खो दी
रांची के सीआईएसएफ कर्मी के साथ साइबर अपराधियों ने ट्रेडिंग के नाम पर 7.76 लाख रुपये की ठगी की। जानिए इस धोखाधड़ी के पीछे की पूरी कहानी और कैसे किया गया फ्रॉड।
रांची, 12 जनवरी 2025: रांची के खलारी स्थित सीआईएसएफ कैंप में तैनात एक कर्मी को साइबर अपराधियों ने बड़ा शिकार बना लिया। सीआईएसएफ के कर्मी ए मुत्थू कुमार से ट्रेडिंग के नाम पर 7,76,197 रुपये की ठगी की गई। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि साइबर ठगी किस हद तक फैल चुकी है और लोगों को इन धोखाधड़ी के मामलों में सावधान रहने की कितनी जरूरत है।
कैसे शुरू हुआ साइबर ठगी का मामला?
शिकायतकर्ता ए मुत्थू कुमार ने साइबर अपराधियों द्वारा ठगी का शिकार होने के बाद साइबर थाना में मामला दर्ज कराया है। उनका कहना है कि एक दिन उन्हें फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से ट्रेडिंग के लिए एक लिंक भेजा गया। लिंक पर क्लिक करते ही उन्हें एक वेबसाइट का पता मिला, जहां ट्रेडिंग के अवसर के बारे में बताया गया था।
इसके बाद, उन्होंने यह जानकारी अपनी पत्नी से साझा की, जो जानकारी को दिलचस्प पाकर और अधिक जानने के लिए उत्सुक हो गई। दोनों ने मिलकर एक टेलीग्राम ग्रुप जॉइन किया, जो ट्रेडिंग से संबंधित था। इस ग्रुप से जुड़ने के बाद, ए मुत्थू कुमार ने साइबर अपराधियों के बताए अनुसार अपने बैंक खाते से अलग-अलग अकाउंट्स में बड़ी रकम ट्रांसफर कर दी।
कभी न मिलने वाला जवाब और ठगी का एहसास
पैसा ट्रांसफर करने के बाद ए मुत्थू कुमार ने साइबर अपराधियों से संपर्क किया, लेकिन न तो उनका फोन उठाया गया और न ही कोई मैसेज का जवाब मिला। जब इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो उन्हें एहसास हुआ कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं। शिकायतकर्ता ने इस ठगी की सूचना तुरंत साइबर थाना को दी, और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई।
साइबर ठगी के बढ़ते मामले:
यह घटना उस बढ़ते खतरे का संकेत है, जो इंटरनेट के माध्यम से होने वाली साइबर ठगी के रूप में सामने आ रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम के माध्यम से अपराधी फर्जी ट्रेडिंग स्कीम्स और अन्य धोखाधड़ी गतिविधियां चला रहे हैं। साइबर अपराधियों के जाल में फंसकर लोग न सिर्फ अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं, बल्कि मानसिक तनाव का भी सामना कर रहे हैं।
क्या किया जाए ताकि लोग इन ठगी के मामलों से बच सकें?
- सावधानी बरतें: किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले पूरी जानकारी हासिल करें।
- सोशल मीडिया पर सतर्क रहें: फेसबुक, इंस्टाग्राम या टेलीग्राम जैसे प्लेटफार्म्स पर आने वाली किसी भी अनजान पेशकश को नजरअंदाज करें।
- आधिकारिक जांच करें: अगर ट्रेडिंग या निवेश से संबंधित कोई प्रस्ताव आता है, तो पहले उसे आधिकारिक स्रोत से जांच लें।
- पैसा ट्रांसफर करने से पहले सोचें: किसी भी प्रकार की निवेश या व्यापारिक समझौते में पैसा ट्रांसफर करने से पहले सुनिश्चित करें कि यह भरोसेमंद है।
रांची के सीआईएसएफ कर्मी से हुई साइबर ठगी ने यह साफ कर दिया है कि डिजिटल दुनिया में होने वाली धोखाधड़ी की घटनाएं कितनी खतरनाक हो सकती हैं। इन घटनाओं से बचने के लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है और साइबर सुरक्षा उपायों को सख्ती से अपनाना चाहिए।
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