Ranchi Bribery: घूस लेते रंगे हाथ पकड़े गए सदर सीओ, घर से मिले 11.42 लाख नकद
रांची सदर सीओ मुंशी राम को जमीन सीमांकन के लिए 37 हजार घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। उनके घर से 11.42 लाख नकद भी बरामद हुए। जानें पूरी कहानी।
रांची में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है। सदर सीओ मुंशी राम को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 37 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। मामला यहीं नहीं रुका; छापेमारी में उनके घर से 11.42 लाख नकद भी बरामद हुए।
कैसे हुआ घूस का खुलासा?
यह कहानी शुरू हुई जब रांची के एक शिकायतकर्ता ने ACB को शिकायत दी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी पत्नी के नाम से अपर चुटिया, सरदार गली, भट्ठी टोली में एक जमीन है। इसके सीमांकन के लिए उन्होंने पहले ही दो बार सरकारी शुल्क जमा कराया था, लेकिन सीओ मुंशी राम ने काम नहीं किया।
इसके बाद, 27 दिसंबर 2024 को सीओ ने शिकायतकर्ता को सिरमटोली चौक बुलाया और सीमांकन के लिए 50 हजार रुपये घूस मांगी। बातचीत के बाद मामला 37 हजार रुपये में तय हुआ। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहते थे, इसलिए उन्होंने ACB में इसकी शिकायत कर दी।
रंगे हाथ पकड़े गए सीओ
शिकायत की जांच के बाद, ACB ने एक रणनीति तैयार की। गुरुवार को, जैसे ही शिकायतकर्ता ने सीओ को 37 हजार रुपये दिए, ACB ने उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद, मोरहाबादी स्थित पुष्पांजलि अपार्टमेंट में सीओ के फ्लैट पर छापेमारी की गई। यहां से 11.42 लाख रुपये नकद बरामद किए गए।
ACB का बयान और कार्रवाई
झारखंड पुलिस के डीजीपी सह ACB डीजी अनुराग गुप्ता ने इस मामले पर प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा:
- आरोपी सीओ की संपत्ति की जांच की जाएगी।
- अगर उनकी संपत्ति घोषित आय से अधिक पाई जाती है, तो अलग से मामला दर्ज होगा।
- राज्य के सभी अंचल कार्यालयों के बाहर ACB हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाएंगे, ताकि भ्रष्टाचार की शिकायतें दर्ज की जा सकें।
भ्रष्टाचार के बढ़ते मामले: एक ऐतिहासिक नजरिया
भारत में सरकारी अधिकारियों द्वारा घूस लेने के मामले नए नहीं हैं।
- इतिहास: स्वतंत्रता के बाद से ही भ्रष्टाचार देश की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक रहा है।
- समाज पर प्रभाव: इसने न केवल आम जनता का विश्वास तोड़ा है, बल्कि विकास कार्यों को भी बाधित किया है।
- झारखंड में स्थिति: झारखंड में भूमि और सीमांकन के मामलों में घूसखोरी के कई मामले सामने आए हैं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB की मुहिम
ACB द्वारा की गई यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत कदम है। यह न केवल रिश्वतखोर अधिकारियों के खिलाफ चेतावनी है, बल्कि आम जनता को भी जागरूक करता है कि वे ऐसे मामलों की शिकायत करें।
भविष्य की ओर: क्या होनी चाहिए हमारी भूमिका?
- जागरूकता फैलाना: लोगों को ACB हेल्पलाइन नंबर और शिकायत प्रक्रिया के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
- सख्त नियम: भ्रष्टाचार के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
- सिस्टम में पारदर्शिता: सरकारी कार्यों में तकनीक और डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल बढ़ाना चाहिए।
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