Ranchi Support: मधुबन झड़प में घायल अधिकारी को CM हेमंत सोरेन का बड़ा आश्वासन!
झारखंड के धनबाद में मधुबन झड़प के बाद CM हेमंत सोरेन ने घायल SDPO के पिता से वीडियो कॉल पर बात कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। पढ़ें पूरी खबर।
झारखंड के धनबाद जिले के मधुबन थाना क्षेत्र में हाल ही में हुई हिंसक झड़प में घायल हुए बाघमारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) पुरुषोत्तम कुमार सिंह के परिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने घायल अधिकारी के पिता अशोक सिंह से वीडियो कॉल के माध्यम से बात कर उनके इलाज और स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने दिया बड़ा आश्वासन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य सरकार घायल अधिकारी के परिवार के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इलाज में किसी भी तरह की कमी नहीं होने दी जाएगी। अगर जरूरत पड़ी, तो बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए उन्हें एयरलिफ्ट कर देश के सर्वश्रेष्ठ अस्पताल में भेजा जाएगा।
उन्होंने आगे कहा,
"राज्य सरकार अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकारी कार्यों में बाधा डालने या अधिकारियों पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
क्या था पूरा मामला?
धनबाद के मधुबन थाना क्षेत्र में दो गुटों के बीच तनाव बढ़ गया था, जिसके चलते हिंसक झड़प हो गई। इस झड़प के दौरान SDPO पुरुषोत्तम कुमार सिंह ड्यूटी पर तैनात थे और हिंसा में गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह घटना प्रशासन के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति बन गई, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इस मामले में तेजी से संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए। उन्होंने दोहराया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इतिहास में ऐसी घटनाओं का क्या प्रभाव रहा है?
झारखंड जैसे खनिज संपदा वाले क्षेत्रों में सामुदायिक तनाव और कानून-व्यवस्था की चुनौतियाँ पहले भी देखी गई हैं। विशेष रूप से धनबाद, जो कोयला खदानों और औद्योगिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है, कई बार तनावग्रस्त रहा है।
हालांकि, वर्तमान सरकार ने हाल के वर्षों में प्रशासनिक सुधारों और सुरक्षा उपायों को मजबूत किया है। इस घटना में मुख्यमंत्री द्वारा सीधे हस्तक्षेप से यह स्पष्ट होता है कि सरकार अब किसी भी तरह की हिंसा और प्रशासनिक बाधा को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी।
कर्मचारियों की सुरक्षा पर सीएम का सख्त रुख
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्पष्ट किया कि झारखंड सरकार राज्य के हर अधिकारी और कर्मचारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकारी कार्यों में बाधा डालना या अधिकारियों पर हमला करना एक गंभीर अपराध है, और इस मामले में कोई रियायत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि मधुबन झड़प की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जल्द ही दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सरकार का मानवीय रुख और संवेदनशीलता
सीएम हेमंत सोरेन ने वीडियो कॉल के माध्यम से घायल अधिकारी के पिता अशोक सिंह से बात करते हुए न केवल संवेदना प्रकट की, बल्कि सरकार की ओर से पूर्ण चिकित्सा सहायता देने का भी आश्वासन दिया। यह कदम दर्शाता है कि झारखंड सरकार प्रशासनिक अधिकारियों और उनके परिवारों की सुरक्षा और देखभाल को लेकर गंभीर है।
झारखंड सरकार के ये कदम क्यों महत्वपूर्ण हैं?
- प्रशासनिक सशक्तिकरण: सरकारी अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- न्यायिक कार्रवाई: दोषियों को सजा दिलाने के लिए निष्पक्ष जांच।
- जनता का भरोसा: जनता और सरकारी अधिकारियों के बीच भरोसा बनाए रखना।
धनबाद की मधुबन झड़प को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का संवेदनशील और कड़ा रुख यह दर्शाता है कि झारखंड सरकार प्रशासनिक कार्यों में किसी भी तरह की बाधा को सहन नहीं करेगी। इस घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की प्रतिबद्धता एक मजबूत और सुरक्षित झारखंड की ओर इशारा करती है।
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