Patna Humanity: भीषण सड़क हादसे में पप्पू यादव ने बचाई कई जिंदगियां!
पटना में भीषण सड़क हादसे के बाद जब कोई मदद के लिए आगे नहीं आया, तब निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने घायलों को अपनी गाड़ी में अस्पताल पहुंचाकर इंसानियत की मिसाल पेश की। जानिए पूरी खबर!

पटना: बिहार की राजनीति में अलग पहचान रखने वाले पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने एक बार फिर इंसानियत की मिसाल पेश की। बीती रात जब वे पटना में एक शादी समारोह से लौट रहे थे, तभी बेली रोड, जगदेव पथ के पास उनकी नज़र सड़क पर इकट्ठी भीड़ पर पड़ी। पिलर नंबर 9 के करीब बिहार सरकार लिखी सफारी गाड़ी ने ऑटो और बाइक को जोरदार टक्कर मार दी थी। इस भयानक हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
मौके पर पहुंचकर पप्पू यादव ने संभाली कमान
स्थानीय लोग पुलिस और एंबुलेंस का इंतजार कर रहे थे, लेकिन पप्पू यादव ने बिना देरी किए खुद बचाव कार्य शुरू कर दिया। खून से लथपथ घायलों को देखकर उन्होंने तुरंत अपने साथियों को बुलाया और ऑटो में फंसे लोगों को निकालना शुरू किया।
अस्पताल तक खुद लेकर पहुंचे घायलों को
घायलों को सड़क पर तड़पता देख उन्होंने अपनी गाड़ी को एंबुलेंस में बदल दिया और घायलों को IGIMS अस्पताल पहुंचाया। वहां उन्होंने न केवल डॉक्टरों से तुरंत इलाज शुरू करवाया, बल्कि ज़रूरी दवाओं और मेडिकल सुविधाओं का भी इंतजाम किया। वे घंटों तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक सभी घायलों का इलाज सही ढंग से नहीं शुरू हो गया।
इतिहास में भी दर्ज हैं ऐसे उदाहरण
बिहार में सड़क हादसों की घटनाएं आम हैं, लेकिन अक्सर लोग मदद करने के बजाय वीडियो बनाने में लग जाते हैं। इतिहास में भी कई ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने मुश्किल वक्त में लोगों की जान बचाई। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी कई क्रांतिकारी नेताओं ने न केवल राजनीति में योगदान दिया, बल्कि समाजसेवा को भी प्राथमिकता दी।
कौन हैं पप्पू यादव? क्यों है उनकी छवि अलग?
पप्पू यादव सिर्फ राजनीति के लिए नहीं, बल्कि समाजसेवा के लिए भी जाने जाते हैं। इससे पहले भी वे कई मौकों पर जरूरतमंदों की मदद कर चुके हैं, चाहे वह कोरोना महामारी के दौरान मरीजों को अस्पताल पहुंचाना हो या फिर बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री बांटना। बिहार की राजनीति में वे ‘जनता के नेता’ माने जाते हैं, जो हर आपदा में आगे रहते हैं।
जनता ने की जमकर सराहना
सोशल मीडिया पर लोगों ने पप्पू यादव के इस साहसिक कदम की जमकर तारीफ की। कई यूजर्स ने लिखा कि "जब सरकारी व्यवस्था फेल हो जाती है, तब पप्पू यादव जैसे नेता आगे आते हैं।" वहीं, कुछ लोगों ने यह सवाल भी उठाया कि आखिर सरकारी गाड़ी इस तरह की घटना में कैसे शामिल हुई?
बिहार में सड़क हादसे क्यों आम हैं?
बिहार में हर साल हजारों लोग सड़क हादसों में जान गंवाते हैं। इसकी मुख्य वजहें हैं:
- खराब ट्रैफिक व्यवस्था
- ओवरस्पीडिंग और लापरवाही से गाड़ी चलाना
- सड़क किनारे अवैध पार्किंग और अतिक्रमण
- एम्बुलेंस और पुलिस की देरी
सरकार को क्या कदम उठाने चाहिए?
इस घटना के बाद लोगों में गुस्सा भी है और सवाल भी। क्या सिर्फ एक व्यक्ति की मानवता से पूरे सिस्टम की लापरवाही को छुपाया जा सकता है? सरकार को चाहिए कि:
हर हाईवे और मुख्य सड़कों पर इमरजेंसी मेडिकल टीम तैनात हो।
सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू किया जाए।
हादसों की वजह बनने वाले वाहनों पर तुरंत कार्रवाई हो।
पप्पू यादव ने एक बार फिर साबित किया कि नेतृत्व सिर्फ कुर्सी तक सीमित नहीं होता, बल्कि जनता की सेवा में भी दिखना चाहिए। उनकी तत्परता से कई जिंदगियां बच सकीं और यह एक प्रेरणा है कि जब तक सरकारी व्यवस्थाएं अपनी जिम्मेदारी निभाने में देर करें, तब तक इंसानियत सबसे ऊपर रहनी चाहिए।
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