Patamda Accident: बाइक सवार को बचाने के चक्कर में बीडीओ की सरकारी गाड़ी खेत में घुसी, बाल-बाल बची शशि नीलिमा डुंगडुंग
पटमदा में बाइक सवार को बचाने के चक्कर में बीडीओ की गाड़ी खेत में जा घुसी। बीडीओ समेत सभी बाल-बाल बच गए। जानें हादसे की पूरी कहानी।
24 नवंबर 2024 : रविवार सुबह पटमदा में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। पटमदा बीडीओ शशि नीलिमा डुंगडुंग की सरकारी गाड़ी एक बाइक सवार को बचाने के प्रयास में खेत में घुस गई। इस घटना में बीडीओ समेत गाड़ी में सवार सभी लोग बाल-बाल बच गए। हादसा सुबह करीब साढ़े 7 बजे टाटा-पटमदा मुख्य सड़क पर धूसरा जनजातीय आवासीय स्कूल के पास हुआ।
कैसे हुआ हादसा?
घटना तब घटी जब बीडीओ अपनी टीम के साथ जमशेदपुर कोऑपरेटिव कॉलेज से विधानसभा चुनाव की मतगणना का कार्य संपन्न कर लौट रही थीं। गाड़ी चला रहे सरकारी चालक जय मंगल सिंह ने बताया कि जैसे ही वे धूसरा क्षेत्र में पहुंचे, अचानक एक बाइक सवार सड़क पर आ गया। उसे बचाने के चक्कर में गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया, और सुमो गाड़ी सड़क किनारे खेत में जा घुसी।
चमत्कारिक बचाव, क्रेन से निकाली गाड़ी
हादसे के तुरंत बाद, राहगीरों ने मदद के लिए एक क्रेन को बुलाया। क्रेन की मदद से गाड़ी को खेत से बाहर निकाला गया। इस घटना में बीडीओ शशि नीलिमा डुंगडुंग, चालक जय मंगल सिंह और मिहिर दास को कोई चोट नहीं आई, लेकिन गाड़ी का बॉडी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
पटमदा की सड़कें और बढ़ती दुर्घटनाएं
पटमदा क्षेत्र की सड़कें पहले से ही खतरनाक मानी जाती हैं। संकीर्ण सड़कें, तेज गति वाले वाहन और अचानक उभरने वाली बाधाएं अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस सड़क पर आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। यह हादसा सड़क सुरक्षा के प्रति प्रशासन की उदासीनता की ओर भी इशारा करता है।
चुनाव कार्य से लौट रही थी टीम
बीडीओ शशि नीलिमा डुंगडुंग और उनकी टीम विधानसभा चुनाव की मतगणना प्रक्रिया में शामिल थी। कार्य पूरा करने के बाद वे सुबह 7 बजे पटमदा के लिए रवाना हुईं। चालक जय मंगल सिंह के अनुसार, "यह हादसा अचानक सामने आए बाइक सवार को बचाने के चक्कर में हुआ।"
सड़क सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने सड़क सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। क्षेत्र में कई बार हादसे हो चुके हैं, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है। गाड़ी में सवार सरकारी अधिकारी और अन्य लोगों का सुरक्षित रहना एक बड़ा चमत्कार कहा जा सकता है।
स्थानीय लोगों की मांग
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि सड़कों पर संकेतक और स्पीड ब्रेकर लगाकर इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है।
भविष्य के लिए सबक
यह घटना बीडीओ और उनकी टीम के लिए चेतावनी भी है कि सड़क पर हर पल सतर्क रहना कितना जरूरी है। प्रशासन को इस हादसे से सबक लेते हुए सड़कों की स्थिति सुधारने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।
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