Jamshedpur Crime Burst: मेडिकल में मांगी रंगदारी, फायरिंग से मचा हड़कंप! तीन गिरफ्तार

जमशेदपुर के पास सरायकेला जिले में केजीएन मेडिकल में रंगदारी को लेकर की गई फायरिंग और लूटपाट मामले में पुलिस ने तीन अपराधियों को देसी पिस्तौल और जिंदा गोलियों के साथ गिरफ्तार किया है। जानिए पूरी कहानी।

Apr 10, 2025 - 17:48
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Jamshedpur Crime Burst: मेडिकल में मांगी रंगदारी, फायरिंग से मचा हड़कंप! तीन गिरफ्तार
Jamshedpur Crime Burst: मेडिकल में मांगी रंगदारी, फायरिंग से मचा हड़कंप! तीन गिरफ्तार

जमशेदपुर/सरायकेला-खरसावां :शहर के पास एक मेडिकल स्टोर में रंगदारी मांगने के लिए न सिर्फ लूटपाट की गई, बल्कि फायरिंग करके पूरे इलाके में दहशत फैला दी गई।
घटना सरायकेला-खरसावां जिले के कपाली ओपी क्षेत्र के पहलामोड़ स्थित केजीएन मेडिकल की है, जहां अपराधियों ने फिल्मी अंदाज में हमला किया।

गुरुवार को इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए एसडीपीओ अरविंद कुमार बिन्हा ने बताया कि पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से एक देसी पिस्तौल (जिस पर ‘Made in USA’ लिखा हुआ है), तीन जिंदा गोलियां और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है।

कैसे हुआ वारदात का पर्दाफाश?

इस वारदात के तुरंत बाद, पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया।
इस टीम में शामिल थे:

  • ओपी प्रभारी सोनू कुमार

  • सब इंस्पेक्टर कौशल कुमार

  • खुर्शीद आलम, असलम अंसारी, सुमित तिर्की, हीरालाल मुंडू, बसीर खान

  • और विशेष शस्त्र बल

इनकी रणनीति और तेज़ कार्रवाई से घटना के महज कुछ दिनों के भीतर ही तीन मुख्य आरोपी गिरफ्त में आ गए।

गिरफ्तार हुए आरोपियों की पहचान

  • मोहम्मद शाहनवाज उर्फ नवाज, निवासी डांगरडीह, कपाली

  • दानिश कुरैशी, निवासी आजादनगर, जमशेदपुर

  • सैयद मोहम्मद इमरान, निवासी आजादनगर, जमशेदपुर

इन सभी पर रंगदारी की मांग, दुकान में तोड़फोड़, फायरिंग और लूटपाट का आरोप है।

पुलिस का कहना है कि शेष फरार आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

KGN मेडिकल बना था निशाना, पर क्यों?

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, केजीएन मेडिकल एक व्यस्त और प्रतिष्ठित दवा दुकान है।
इसी कारण, आपराधिक गिरोह ने वहां से रंगदारी वसूलने की योजना बनाई

जब मेडिकल स्टाफ ने विरोध किया, तो अपराधियों ने गोलियां चला दीं और दहशत का माहौल बना दिया
इस घटना से स्थानीय व्यवसायियों और आम जनता में जबरदस्त आक्रोश और डर देखा गया।

इतिहास की परतें: क्या कपाली पहले भी रहा है आपराधिक गतिविधियों का केंद्र?

कपाली और जमशेदपुर का सीमावर्ती इलाका कई वर्षों से छोटे-बड़े आपराधिक गिरोहों की गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है।
पिछले कुछ वर्षों में यहां रंगदारी, छिनतई, गोलीबारी और मादक पदार्थों की तस्करी जैसी घटनाएं सामने आई हैं।

स्थानीय लोगों का मानना है कि कुछ बाहरी अपराधी, जो अन्य जिलों से आकर यहां बसते हैं, गुप्त रूप से नेटवर्क बनाकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं।

देसी पिस्तौल पर 'Made in USA'—कहां से आई ये हथियार?

इस मामले में जब पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से बरामद पिस्तौल को जांचा, तो उस पर 'Made in USA' लिखा मिला।
यह देखकर पुलिस भी चौंक गई।

अब जांच की जा रही है कि यह हथियार भारत में कैसे आया? क्या इसके पीछे अंतरराज्यीय हथियार तस्करी रैकेट है?
फिलहाल इसे लेकर फोरेंसिक जांच की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

पुलिस का सख्त संदेश: अपराधियों की अब खैर नहीं

एसडीपीओ अरविंद बिन्हा ने स्पष्ट शब्दों में कहा,

“सरायकेला-खरसावां में अपराध के लिए कोई जगह नहीं। जो भी कानून तोड़ेगा, उसे कानून सिखाना हमारी प्राथमिकता है।”

उन्होंने यह भी बताया कि अब अत्याधुनिक तकनीक और गुप्त सूचना तंत्र के जरिए अपराधियों की पहचान की जा रही है और
शहर को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।

अब खौफ नहीं, कानून का राज

केजीएन मेडिकल पर हुई इस घटना ने भले ही कुछ समय के लिए लोगों में डर बैठाया हो, लेकिन तेजतर्रार पुलिस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि अपराधी अब ज्यादा दिन बच नहीं सकते

जहां एक ओर अपराधियों की गिरफ्तारी से आम लोगों को राहत मिली है, वहीं पुलिस की सतर्कता ने यह भरोसा भी दिलाया है कि
कपाली, सरायकेला और जमशेदपुर अब अपराधियों की पनाहगाह नहीं रहेंगे।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।