Palamu Murder: बंद कमरे में महिला की रहस्यमयी मौत, बेटे की चीख से खुला सनसनीखेज राज
पलामू जिले के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र में महिला की बंद कमरे में रहस्यमयी हत्या, बेटे की चीख से खुला खौफनाक राज। प्रेम-प्रसंग और दुश्मनी पर उठ रहे सवाल।

झारखंड के पलामू जिले से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के सांगबार पंचायत अंतर्गत कुंवर बांध टोला बुधवार की दोपहर अचानक दहशत और सन्नाटे में डूब गया। 35 वर्षीय लाखो देवी पत्नी संजय भुइयां का शव उनके घर के अंदर खून से लथपथ हालत में मिला। इस घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है और पुलिस के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण पहेली बन गई है।
बंद कमरे और टूटा वेंटिलेटर बना सवाल
पुलिस की शुरुआती जांच में कई चौंकाने वाले पहलू सामने आए हैं। घर का दरवाजा अंदर से बंद था और वेंटिलेटर टूटा हुआ मिला। अनुमान लगाया जा रहा है कि हत्या के बाद आरोपी ने दरवाजा अंदर से बंद किया और वेंटिलेटर से भाग निकला। सबसे खौफनाक पहलू यह रहा कि महिला का चेहरा बुरी तरह कुचला गया था और शरीर पर कई गंभीर चोटों के निशान मिले।
बेटे ने देखा दिल दहला देने वाला नजारा
घटना का खुलासा तब हुआ जब मृतका का 14 वर्षीय बेटा प्रदीप बुधवार दोपहर घर लौटा। उसने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। संदेह होने पर वह खिड़की से अंदर घुसा और वहां का नजारा देखकर उसकी चीख निकल गई। उसकी मां खून से लथपथ जमीन पर पड़ी थी। बेटे की चीख सुनकर पूरे गांव के लोग मौके पर जुट गए।
पति दूर हिमाचल में मजदूरी कर रहा था
वारदात के वक्त मृतका का पति संजय भुइयां घर पर मौजूद नहीं था। वह पिछले छह महीने से हिमाचल प्रदेश में मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण कर रहा है। वहीं बेटा प्रदीप भी घटना से एक दिन पहले घर से बाहर गया हुआ था। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर घर के अंदर घुसे हत्यारे को मौका कैसे मिला?
गांव में प्रेम संबंध की चर्चा
गांव में इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि मृतका के किसी व्यक्ति से प्रेम संबंध हो सकते हैं और वारदात के पीछे यही कारण हो सकता है। हालांकि, पुलिस ने इस एंगल पर किसी भी तरह की आधिकारिक पुष्टि करने से इंकार किया है। फिर भी यह शक गांव वालों के बीच गहराता जा रहा है।
डॉग स्क्वॉड और पुलिस की तफ्तीश
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी उत्तम कुमार राय एसआई विक्रमशिल, एसआई राजू मांझी और एएसआई अजय कुमार के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। जांच के दौरान डॉग स्क्वॉड की मदद भी ली गई। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए एमएमसीएच भेज दिया गया। पुलिस फिलहाल हर एंगल से मामले की छानबीन कर रही है।
इतिहास और पृष्ठभूमि
पलामू का इलाका अक्सर खून-खराबे और विवादित घटनाओं के लिए सुर्खियों में रहा है। चाहे जमीनी विवाद हों, पारिवारिक कलह या फिर आपसी रंजिशें—यहां की पुलिस के लिए ऐसे मामलों को सुलझाना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है।
इतिहास गवाह है कि लेस्लीगंज थाना क्षेत्र में पहले भी प्रेम-प्रसंग और सामाजिक मतभेद के चलते कई हत्याएं हो चुकी हैं। यही वजह है कि लाखो देवी की मौत के पीछे भी ग्रामीण इसी एंगल को जोड़कर देख रहे हैं।
पुलिस की चुनौती और अनुत्तरित सवाल
थाना प्रभारी ने कहा है कि हत्या का कारण और इसमें शामिल लोगों की पहचान अभी साफ नहीं हो पाई है। पुलिस हर एंगल से गहन जांच कर रही है।
लेकिन सवाल यही है कि –
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क्या यह हत्या प्रेम-प्रसंग का नतीजा है?
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क्या घर में किसी करीबी ने ही वारदात को अंजाम दिया?
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या फिर इसके पीछे कोई पुरानी दुश्मनी है?
गांव में मातम और दहशत
गांव में मातम पसरा हुआ है। प्रदीप की चीख और मां की खून से सनी लाश देखकर ग्रामीण अभी भी सहमे हुए हैं। हर कोई यही कह रहा है कि गांव ने पहली बार इतनी निर्मम हत्या देखी है।
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