Palamu Theft: पलामू में दिनदहाड़े चार घरों में चोरी, 20 लाख का माल लेकर फरार अपराधी! जानिए पूरा मामला
पलामू जिले के तोलरा गांव में रविवार रात चोरों ने चार घरों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोरों ने 20 लाख रुपये की संपत्ति चुराई। जानें क्या था पूरा मामला और पुलिस की जांच की ताजा स्थिति।

पलामू जिले के तोलरा गांव में रविवार रात एक बड़ी चोरी की घटना सामने आई है। चार घरों में चोरी कर चोर 20 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति लेकर फरार हो गए। इस वारदात ने न केवल गांववासियों को हिलाकर रख दिया है, बल्कि पुलिस के लिए भी यह एक बड़ी चुनौती बन गई है।
कौन हैं पीड़ित और कैसे हुआ चोरी का खेल?
रविवार की रात तोलरा गांव में एक संगठित चोरी की घटना हुई, जिसमें चार अलग-अलग घरों को निशाना बनाया गया। चोरी का शिकार हुए घरों में रेलवे टीआई अनिल तिवारी, सेवानिवृत डीएसपी सुधीर तिवारी, शिक्षक ओंकार तिवारी, और एलआईसी एजेंट अमरेश तिवारी के घर शामिल हैं। इस घटना ने पलामू जिले को झकझोर कर रख दिया है, खासकर उन घरों के मालिकों को, जो शहरों में रहकर अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए काम करते हैं।
चोरी की साजिश और अपराधियों का फरार होना
घटना के वक्त तीन घरों में कोई भी नहीं था, जबकि एक घर में गृहस्वामी के बुजुर्ग पिता अकेले थे। चोरी करने वाले अपराधियों ने इन घरों से जेवरात और नकद समेत कुल 20 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति चुराई और मौके से फरार हो गए। चोरी की घटना के बाद, सोमवार की सुबह जब घर के ताले टूटे हुए मिले, तो गांववालों को इसके बारे में जानकारी मिली।
ग्रामीणों ने तुरंत गृहस्वामियों को सूचना दी और पुलिस को भी इस मामले में सूचित किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए गांववाले बेहद आक्रोशित थे और पुलिस को मौके पर पहुंचने के बाद भी उनका विरोध करना पड़ा। हालांकि, पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया और जांच में जुट गई।
गृहस्वामियों का क्या कहना है?
अनिल तिवारी, जो रेलवे में ट्रैफिक इंस्पेक्टर हैं, वे मेदिनीनगर में अपने परिवार के साथ रहते हैं। वहीं, सुधीर तिवारी जो कि एक सेवानिवृत डीएसपी हैं, वे अब पटना में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। ओंकार तिवारी, जो एक शिक्षक हैं, और अमरेश तिवारी, जो एलआईसी एजेंट हैं, दोनों भुरकुंडा में रहते हैं। इन चारों पीड़ितों का कहना है कि 20 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति चोरी हुई है, जो उनके लिए एक बड़ा आघात है।
पलामू जिले में चोरी की घटनाओं में वृद्धि
यह घटना केवल एक चोरी नहीं है, बल्कि पलामू जिले में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं की कड़ी का हिस्सा है। पिछले कुछ महीनों में ग्रामीण इलाकों में चोरी और अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे लोग भयभीत हैं। इसके अलावा, चोरी के बाद अपराधियों का फरार होना और पुलिस द्वारा धीमी कार्रवाई पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। ग्रामीणों ने पुलिस से तीव्र कार्रवाई की उम्मीद जताई है, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
क्या कहती है पुलिस और क्या है अगले कदम?
पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। हालांकि, चोरों का कोई पता नहीं चल सका है, लेकिन पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी फुटेज और गांववासियों से मिली जानकारी के आधार पर अपनी छानबीन तेज कर दी है। हालांकि, चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए गांववासियों ने अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है।
इतिहास में पलामू और चोरी की घटनाएं
पलामू जिले का इतिहास कभी शांतिपूर्ण रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में यहां अपराध की घटनाओं में वृद्धि हुई है। पलामू को हमेशा शांतिपूर्ण और स्वच्छता के लिए जाना जाता था, लेकिन धीरे-धीरे यहां अपराधियों की गतिविधियां बढ़ने लगीं। खासकर ग्रामीण इलाकों में चोरी और लूट की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं, जिससे स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं।
आखिरकार, इस मामले में क्या हो सकता है?
पलामू में बढ़ती चोरी की घटनाओं ने अब पुलिस को भी सतर्क कर दिया है। यह जरूरी है कि पुलिस अपनी रणनीतियों में बदलाव लाए और समय रहते अपराधियों को पकड़े ताकि गांववासियों को सुरक्षा का अहसास हो सके। साथ ही, स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चोरी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
समाप्ति में, पलामू जिले की यह चोरी की घटना न केवल एक बड़ा अपराध है, बल्कि यह ग्रामीणों के लिए सुरक्षा की एक गंभीर चुनौती भी पेश करती है।
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