Unmarried Couples OYO : अब नहीं मिलेंगे Unmarried Couples को कमरे, OYO ने बदलें नियम!

OYO ने मेरठ में अविवाहित जोड़ों के लिए नई चेक-इन पॉलिसी लागू की। जानिए इस नए नियम के बारे में और कैसे यह कदम स्थानीय सांस्कृतिक मूल्यों को ध्यान में रखता है!

Jan 5, 2025 - 17:16
Jan 5, 2025 - 17:25
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Unmarried Couples OYO : अब नहीं मिलेंगे Unmarried Couples को कमरे, OYO ने बदलें नियम!
Unmarried Couples OYO : अब नहीं मिलेंगे Unmarried Couples को कमरे, OYO ने बदलें नियम!

भारत की प्रमुख ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म OYO ने अपने पार्टनर होटलों के लिए नया चेक-इन नियम लागू किया है, जो मेरठ, उत्तर प्रदेश से शुरू होगा। इस नए नियम के तहत, अब अविवाहित जोड़े OYO होटलों में चेक-इन नहीं कर पाएंगे। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले पर अपनी चिंताएं जताई थीं, खासकर मेरठ में, जहां इस बदलाव को लेकर काफी प्रतिक्रियाएं आईं थीं।

क्या हैं नए चेक-इन नियम?

OYO की नई पॉलिसी के अनुसार, अब सभी जोड़ों को चेक-इन करते वक्त अपने रिश्ते का वैध प्रमाण पेश करना होगा, चाहे उन्होंने ऑनलाइन बुकिंग की हो। इसके अलावा, कंपनी ने अपने पार्टनर होटलों को यह अधिकार भी दिया है कि वे अपनी इच्छा से जोड़ों की बुकिंग को अस्वीकार कर सकते हैं, यह ध्यान रखते हुए कि स्थानीय सांस्कृतिक और सामाजिक मानदंडों का पालन किया जाए। OYO का कहना है कि यह बदलाव स्थानीय भावनाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है, ताकि समुदाय के मूल्यों का सम्मान किया जा सके और एक बेहतर हॉस्पिटैलिटी अनुभव दिया जा सके।

क्यों आया यह बदलाव?

OYO के उत्तर भारत क्षेत्र के प्रमुख, पवस शर्मा ने इस बदलाव पर टिप्पणी करते हुए कहा, "हम सुरक्षित और जिम्मेदार हॉस्पिटैलिटी प्रैक्टिस को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम व्यक्तिगत स्वतंत्रताओं का सम्मान करते हैं, लेकिन यह भी समझते हैं कि जहां हम काम करते हैं, वहां कानून प्रवर्तन और सामाजिक संगठनों के साथ सहयोग करना जरूरी है।" उन्होंने बताया कि यह पॉलिसी समय-समय पर समीक्षा की जाएगी, ताकि इसके प्रभाव और परिणाम का आकलन किया जा सके।

OYO का उद्देश्य: परिवारों और पर्यटकों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाना

OYO का यह कदम केवल एक नियम परिवर्तन नहीं है, बल्कि कंपनी की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य अपने ब्रांड को एक पारिवारिक और सुरक्षित स्थल के रूप में स्थापित करना है। कंपनी अब परिवारों, छात्रों, व्यापार यात्रियों, अकेले यात्रियों और धार्मिक पर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिश कर रही है। इसके साथ ही OYO ने भारतभर में जिम्मेदार हॉस्पिटैलिटी को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे पुलिस और होटल पार्टनर्स के साथ सेमिनार आयोजित करना, अनैतिक प्रथाओं में लिप्त होटलों को ब्लैकलिस्ट करना और OYO के ब्रांड का दुरुपयोग करने वाले अनधिकृत प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई करना।

क्या यह नियम और अन्य शहरों में लागू होगा?

OYO ने इस पॉलिसी को मेरठ में लागू करने के बाद कहा है कि यदि यह पॉलिसी सफल रहती है, तो वह इसे अन्य शहरों में भी लागू करने पर विचार कर सकते हैं। कंपनी का कहना है कि यह कदम ग्राहकों का विश्वास बढ़ाने, लंबे समय तक ठहरने को बढ़ावा देने और पुनः बुकिंग को बढ़ाने के लिए है।

अंत में क्या संदेश है OYO का?

OYO का यह कदम यह साबित करता है कि वह अपने ग्राहकों की सुरक्षा और आराम को प्राथमिकता देती है, लेकिन साथ ही वह स्थानीय समाज और संस्कृति का भी सम्मान करती है। यह नीति न केवल एक होटल चेक-इन प्रक्रिया को बदलने का कदम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि OYO समाज के मूल्यों के साथ तालमेल बैठाने के लिए प्रतिबद्ध है। समय के साथ, यह देखने योग्य होगा कि यह नीति अन्य शहरों में कैसे लागू होती है और ग्राहकों के बीच इसे कैसे अपनाया जाता है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।