Gurugram Murder: कार में चलती इग्रिशन के बीच काटा गया गला, पूरे शहर में सनसनी
गुरुग्राम में एक कमीशन एजेंट के 42 वर्षीय क्लर्क सतीश की उसकी कार में धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। वारदात के वक्त कार इग्रिशन में थी। जानिए इस रहस्यमयी हत्या की पूरी कहानी।

हरियाणा के गुरुग्राम में एक ऐसी वारदात हुई जिसने न सिर्फ स्थानीय लोगों को दहला दिया, बल्कि पुलिस प्रशासन को भी हैरानी में डाल दिया। एक कमीशन एजेंट के क्लर्क की उसकी ही कार में गला रेतकर हत्या कर दी गई, और खास बात ये कि उस वक्त कार इग्रिशन मोड में थी, यानी स्टार्ट।
सवाल यही उठ रहा है—क्या ये हत्या अचानक हुई या पूरी प्लानिंग के साथ की गई?
कौन था सतीश उर्फ चंगा?
मृतक की पहचान सतीश उर्फ चंगा के रूप में हुई है, जिसकी उम्र 42 वर्ष थी। सतीश सुभाष नगर कॉलोनी का रहने वाला था और खांडसा फल एवं सब्जी मंडी में एक कमीशन एजेंट के पास पिछले कई सालों से काम करता था। इलाके में उसका नाम सम्मान से लिया जाता था, और वह अपने शांत स्वभाव के लिए जाना जाता था।
क्या हुआ उस दिन?
सोमवार की शाम करीब 4 बजे सतीश अपनी मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्स कार में घर से निकला। यह एक सामान्य दिन की तरह लग रहा था, लेकिन रात ने जैसे उसकी ज़िंदगी छीन लेने की कसम खा ली थी। देर रात पुलिस को सूचना मिली कि पुराने रेलवे रोड स्थित RDS वाइन शॉप के पास कार में एक व्यक्ति का गला काटा गया है।
स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में उसे लावण्या अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
कार में स्टार्ट इग्रिशन, बिना संघर्ष के वारदात?
सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि सतीश की कार इग्रिशन मोड में थी, यानी गाड़ी स्टार्ट थी, लेकिन किसी भी तरह की हाथापाई या शारीरिक संघर्ष के निशान नहीं मिले। इससे यह संदेह और गहरा जाता है कि हत्या किसी करीबी व्यक्ति या जानकार द्वारा की गई हो सकती है, जिसे सतीश खुद कार में बैठा चुका था।
भाई ने दर्ज कराई रिपोर्ट:
सतीश के छोटे भाई मनोज ने इस मामले में सिटी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। मनोज के अनुसार, जैसे ही उसे खबर मिली, वह अस्पताल पहुंचा लेकिन तब तक सतीश दम तोड़ चुका था।
अब पूरा परिवार सदमे में है। एक कर्मठ और मेहनती इंसान की ऐसी दर्दनाक मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस की जांच: क्या मिलेंगे सुराग?
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और आसपास के इलाकों से संदिग्धों की तलाश की जा रही है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस का दावा है कि जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा।
गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले को प्राथमिकता पर लिया है क्योंकि यह शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है।
गुरुग्राम में बढ़ते मर्डर केस: क्या है इतिहास?
गौरतलब है कि गुरुग्राम में पिछले कुछ वर्षों में इस तरह की योजनाबद्ध हत्याओं की घटनाएं बढ़ी हैं। इससे पहले भी 2023 में एक कारोबारी की हत्या उसी की गाड़ी में की गई थी, जिसमें आरोपी उसका ड्राइवर निकला था।
सवाल यही है—क्या गुरुग्राम जैसे हाई-टेक शहर की सुरक्षा सिर्फ नाम की रह गई है?
सतीश की हत्या एक रहस्य है—एक चलता-फिरता आदमी जो रोज़ी-रोटी के लिए मेहनत करता था, उसकी ज़िंदगी किसी ने चुपचाप छीन ली। इस मामले में जितना जल्दी सुराग मिलेंगे, उतनी जल्दी यह शहर चैन की सांस ले पाएगा।
लेकिन तब तक, गुरुग्राम में हर कार में बैठा व्यक्ति यह सोचने को मजबूर है—क्या अगला नंबर उसका तो नहीं?
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