Highway Accident: गंगा होटल के पास हुई सड़क दुर्घटना में बुजुर्ग की मौत, बाइक सवार और टेम्पो चालक फरार!
रविवार को गंगा होटल के पास हुई सड़क दुर्घटना में बुजुर्ग की मौत हो गई, जबकि बाइक सवार और टेम्पो चालक फरार हो गए। जानिए इस दिल दहला देने वाली घटना के बारे में।
जमशेदपुर: रविवार को एक सड़क दुर्घटना में एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। यह घटना गंगा होटल के पास हाइवे पर हुई, जब 70 वर्षीय पशुपति महतो अपने घर लौट रहे थे। वे नवकुंज मंदिर दारिसाई में आयोजित भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होकर पैदल अपने घर जा रहे थे। इसी दौरान एक बाइक और टेम्पो के बीच हुई टक्कर ने एक और इंसान की जान ले ली।
क्या हुआ था उस दिन?
घटना के समय पशुपति महतो, जो उलदा पंचायत के बेड़ाहातु गांव के निवासी थे, पैदल अपने घर की ओर जा रहे थे। इस दौरान, जमशेदपुर की ओर जा रहे उलदा गांव के निवासी सगुन हांसदा की बाइक ने गलत दिशा से आ रहे एक टेम्पो से टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बाइक सवार सगुन हांसदा ने बुजुर्ग पशुपति महतो को कुचल दिया। इस घटनाक्रम ने न सिर्फ एक जिंदगी का अंत किया, बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर भी फैला दी।
बाइक सवार की गंभीर हालत
बाइक सवार सगुन हांसदा भी इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया। हालांकि, वह घटनास्थल पर तुरंत मदद की मांग कर रहा था। मौके पर गांव के लोग पहुंचे और उसे पुतड़ु टोल प्लाजा के एम्बुलेंस के माध्यम से अनुमंडल अस्पताल घाटशिला भेजने का प्रयास किया। मगर उसकी स्थिति नाजुक बनी रही। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि हाइवे पर सतर्कता की कमी के कारण किस तरह जान-माल की हानि हो रही है।
टेम्पो चालक का भागना: क्या यह कोई साजिश थी?
दुर्घटना के बाद, एक और हैरान करने वाली बात सामने आई। टेम्पो चालक ने मौके का फायदा उठाकर घटना स्थल से फरार हो गया। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने उसका पीछा किया, लेकिन वह जल्दी ही फरार हो गया। टेम्पो चालक की जल्द गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन यह घटना सवाल उठाती है कि कैसे यह चालक बिना किसी डर के ऐसी घटना को अंजाम देकर भाग निकला।
शोक और पीड़ा में डूबे परिवार के सदस्य
घटना के बाद मृतक के परिवार में भारी दुख का माहौल था। मृतक की पत्नी मालती महतो और पुत्र असित महतो का रो-रोकर बुरा हाल था। पशुपति महतो एक साधारण और ईमानदार व्यक्ति थे, जो हमेशा अपने परिवार और गांव की भलाई के लिए काम करते थे। उनके निधन से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा गांव भी गहरे शोक में डूब गया।
क्या था पूरा घटनाक्रम?
यह घटना एक दिल दहला देने वाली सच्चाई को उजागर करती है कि हमारी सड़कों पर यातायात नियमों का उल्लंघन और लापरवाही किस तरह अनगिनत जिंदगियों को खतरे में डाल रही है। पशुपति महतो की मौत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए हमें गंभीर कदम उठाने की जरूरत है। जहां एक ओर बाइक सवार की लापरवाही थी, वहीं दूसरी ओर टेम्पो चालक का फरार होना और पुलिस का उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई न करना यह साबित करता है कि यहां प्रशासन और आम लोगों दोनों की जिम्मेदारी बनती है कि वे सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
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