FIITJEE EXPOSED: आधी रात में बंद होना! 10,000 छात्रों का भविष्य अंधेरे में – रोहित की कहानी और ₹60 करोड़ घोटाले का पर्दाफाश!
JEE परीक्षा से कुछ दिन पहले रोहित ने जब FIITJEE का गेट बंद पाया, तो यह एक बड़े घोटाले की शुरुआत थी। फ्रीज हुए बैंक अकाउंट, शिक्षकों का बकाया वेतन और डरे हुए माता-पिता – जानिए भारत के सबसे बड़े कोचिंग घोटाले की सच्चाई!
नोएडा, फरवरी 2024 – 17 वर्षीय रोहित शर्मा FIITJEE के सेक्टर 62 सेंटर के बाहर स्तब्ध खड़ा था। उसके JEE एडवांस्ड के नोट्स उसके कांपते हाथों से गिर गए। स्टील के गेट पर ताजा ताले जड़े थे, और नोटिस पर लिखा था – "अगली सूचना तक बंद"। यही हाल 12 शहरों के FIITJEE सेंटर्स का था, जहां 48 घंटों के भीतर ताले लग गए थे!
"पापा, उन्होंने हमें बाहर कर दिया!" – रोहित की आवाज़ कांप रही थी। वह सुबह 6 बजे की स्पेशल रिवीजन क्लास के लिए पहुंचा था, लेकिन वहां 200 से ज्यादा परेशान छात्र पहले से खड़े थे।
राकेश शर्मा (42), रोहित के पिता:
"मैंने तुरंत एडमिशन हेल्पलाइन पर कॉल किया। 35 मिस्ड कॉल्स, लेकिन कोई जवाब नहीं। यहां तक कि वेबसाइट भी रातोंरात गायब हो गई!"
उनका ₹2.3 लाख का फीस रसीद अब बेकार लग रहा था।
हर जगह हंगामा!
व्हाट्सएप ग्रुप्स में मचा हड़कंप:
दिल्ली: राजेंद्र प्लेस सेंटर पर खाली क्लासरूम मिले
लखनऊ: हज़रतगंज ब्रांच में सिक्योरिटी गार्ड्स ने एंट्री रोक दी
गाजियाबाद: शिक्षकों ने 6 महीने से लंबित वेतन के विरोध में प्रदर्शन किया
पूर्व सेंटर हेड (गोपनीयता की शर्त पर):
"केवल 300 छात्रों से FIITJEE ने ₹1.8 करोड़ लिए और अब सेंटर बंद कर दिया!"
83% FIITJEE सेंटर्स उत्तर भारत में दिसंबर 2023 से ही चुपचाप बंद हो चुके थे।
वित्तीय घोटाले का पर्दाफाश
नोएडा पुलिस की जांच में चौंकाने वाले खुलासे:
₹60 लाख कैश ग्रेटर नोएडा के एक सेफहाउस से बरामद
312 बैंक अकाउंट्स को फ्रीज किया गया
₹9.3 करोड़ 2023 में शेल कंपनियों में ट्रांसफर किए गए
DCP राम बदन सिंह:
"यह सिर्फ कुप्रबंधन नहीं है, बल्कि पूर्व नियोजित धोखाधड़ी है।"
दिनेश गोयल और 11 अन्य के खिलाफ IPC धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत FIR दर्ज हुई।
छात्र और परिवारों पर असर
रोहित का परिवार: बिहार में पैतृक जमीन बेचकर कोचिंग की फीस भरी
मुंबई की आन्या पटेल (16): तनाव के कारण अस्पताल में भर्ती
कोटा से आए छात्र: 47 विद्यार्थी बिना हॉस्टल फीस के फंसे
FIITJEE का 25 जनवरी का बयान:
"यह बागी साझेदारों और कॉर्पोरेट दुश्मनी का नतीजा है।"
लेकिन पुलिस को डिलीटेड व्हाट्सएप चैट्स से पता चला कि "इमरजेंसी फंड डाइवर्जन" की योजना बनाई जा रही थी।
शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
विशेषज्ञों के अनुसार:
2021 से हर साल 23% फीस वृद्धि
78% कोचिंग सेंटर UGC नियमों का पालन नहीं करते
₹12,000 करोड़ की अनियंत्रित कोचिंग इंडस्ट्री
शिक्षा कार्यकर्ता श्रेया वर्मा:
"यह व्यापम घोटाले 2.0 की तरह है – मध्य वर्ग के सपनों का शोषण!"
अब आगे क्या?
रोहित अब जन्तर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गया है।
MHRD ने इस पर आधिकारिक हस्तक्षेप किया है।
लेकिन 14,700 प्रभावित छात्र अब अपना भविष्य बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं!
यह ₹1.2 लाख करोड़ की कोचिंग इंडस्ट्री की काली सच्चाई को उजागर करता है, जहां सपनों का सौदा किया जाता है और जिम्मेदारी आधी रात में गायब हो जाती है!
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