Nawada: प्रधान लिपिक बाल्मिकी प्रसाद सिंह की सेवानिवृत्ति – न्यायालय में भावुक विदाई समारोह
नवादा के व्यवहार न्यायालय में प्रधान लिपिक बाल्मिकी प्रसाद सिंह की सेवानिवृत्ति पर आयोजित विदाई समारोह की पूरी खबर, जिसमें उनके योगदान और सम्मान की चर्चा।
नवादा: नवादा के व्यवहार न्यायालय में लंबे समय तक प्रधान लिपिक सह न्यायिक सिरिस्तेदार के रूप में कार्यरत बाल्मिकी प्रसाद सिंह ने शनिवार को अपने कार्यकाल का समापन किया। उनकी सेवानिवृत्ति के मौके पर न्यायालय कर्मियों ने एक भावुक विदाई समारोह का आयोजन किया, जिसमें उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें सम्मानित किया गया।
सेवानिवृत्ति: एक युग का समापन
बाल्मिकी प्रसाद सिंह ने न्यायालय में अपनी सेवाओं के दौरान हमेशा अपनी तत्परता और समर्पण से सभी को प्रभावित किया। उनके कार्यों की सराहना करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा ने कहा कि उन्होंने न्यायालय के कामकाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया और हमेशा अपने कर्तव्यों के प्रति ईमानदार रहे। उनका समर्पण और पेशेवर दृष्टिकोण हमेशा प्रेरणादायक रहा है।
समारोह की खास बातें
इस समारोह में न्यायालय के कई कर्मचारी और अधिकारी शामिल हुए। उन्हें माला पहना कर और पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। उपस्थित लोगों ने उनके साथ बिताए यादगार लम्हों को भी याद किया और उनके योगदान को सराहा। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रोहित शंकर सहित विजय प्रसाद, जैकि हैदर, रत्नानंद झा, पवन कुमार, कुमार विद्याव्रत, खुश्वू कुमारी, सुभाष शर्मा, सुबोध कुमार, अभिषेक कुमार, अंजु कुमारी, चंदन कुमार शर्मा, सहनवाज, यसराज, और अंजनी कुमार जैसे न्यायालय कर्मियों ने भी इस समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
न्यायालय कर्मियों के बीच योगदान की प्रशंसा
बाल्मिकी प्रसाद सिंह की सेवानिवृत्ति ने न्यायालय के हर एक सदस्य को उनके योगदान की याद दिलाई। उन्होंने अपने करियर के दौरान विभिन्न न्यायिक कार्यों में सहकारिता और सावधानी से काम किया, जिससे न्यायालय की कार्यप्रणाली में सुधार हुआ और कार्यक्षमता बढ़ी। उनके द्वारा किए गए कार्यों से न्यायालय में एक अनुशासन और व्यवस्था बनी रही।
इतिहास में उनके योगदान का स्थान
बाल्मिकी प्रसाद सिंह का कार्यकाल न्यायालय इतिहास में एक यादगार अध्याय के रूप में जाना जाएगा। उनके कार्यों ने नवादा न्यायालय को एक नई दिशा दी और उनके समर्पण ने उन्हें उनके साथियों के बीच एक आदर्श व्यक्ति बना दिया। उनका पेशेवर व्यवहार और समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
नवादा की न्यायिक परंपरा
नवादा जिले की न्यायिक परंपरा में पेशेवरता और न्याय के प्रति सम्मान का विशेष स्थान है। इस तरह के समारोह से यह बात स्पष्ट होती है कि यहाँ के न्यायालय कर्मी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और एक-दूसरे की उपलब्धियों को मान्यता देते हैं। यह न केवल एक अधिकारी की विदाई है बल्कि एक पूरे युग के समाप्त होने की निशानी है।
भविष्य की उम्मीदें
बाल्मिकी प्रसाद सिंह के सेवानिवृत्त होने के बाद, उनकी छवि और उनके किए गए काम न्यायालय के कर्मचारियों के लिए एक प्रेरणा बने रहेंगे। उनके योगदान को याद करते हुए, नवादा न्यायालय में आने वाले समय में भी इसी तरह की मेहनत और समर्पण की उम्मीद की जा सकती है।
What's Your Reaction?