नवादा जिले में इस बार का किसान मेला किसानों और कृषि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक नई दिशा दिखाने वाला रहा। जिला कृषि प्रक्षेत्र (शोभिया) में आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय किसान मेला सह प्रदर्शनी ने किसानों को न केवल कृषि की नई तकनीकों से परिचित कराया, बल्कि उन्हें अपनी मेहनत और उत्पादों को प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन अवसर भी दिया। इस मेले का उद्घाटन जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश, अपर समाहर्ता श्री चन्द्रशेखर आजाद और वरीय उप समाहर्ता श्री राजीव कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
क्या था इस बार खास?
मेले में विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाए गए थे, जिनमें कृषि, उद्यान, मिट्टी माँच, पौध संरक्षण, भूमि संरक्षण और जीविका के स्टॉल शामिल थे। इसके अलावा, नवादा जिले के सभी 14 प्रखंडों के प्रगतिशील कृषकों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई, जिनमें जी0-09 केला, ब्रोकली, काला चावल, कड़कनाथ मुर्गा, औषधीय पौधे और मशरूम जैसे उत्पाद शामिल थे। इन उत्पादों को देखने और जानने के लिए सैकड़ों किसान यहां पहुंचे थे।
किसानों के अनुभव और नई तकनीकी जानकारी
मेले में आगंतुक किसानों ने कृषि यंत्रों के परिचालन और उपयोग का जीवंत प्रदर्शन देखा। साथ ही, कृषि यंत्र विक्रेताओं द्वारा लगाये गए स्टॉल पर किसानों ने अपने आवश्यक यंत्रों का क्रय भी किया। मेला में आये कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक श्री रविकान्त चौबे ने किसानों को रबी फसलों की खेती की तकनीकी जानकारी दी, जिससे किसानों को अपनी खेती के तरीके और उत्पादन में सुधार करने का मार्गदर्शन मिला।
प्रदर्शनी में दिखे नवाचार
मेले में विभिन्न प्रगतिशील किसानों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई। रजौली प्रखंड के श्री विरेन्द्र राजवंशी ने जी0-09 केला का स्टॉल लगाया, वहीं गोविन्दपुर प्रखंड के श्री लल्लू प्रसाद ने ब्रोकली की प्रदर्शनी लगाई। इसके अलावा, काशीचक प्रखंड के श्री रजनीश कुमार ने कड़कनाथ मुर्गा और सोनाली मुर्गा, और अकबरपुर प्रखंड के श्री राजीव रंजन सिन्हा ने मशरूम के विभिन्न उत्पादों जैसे मशरूम की बरी, मशरूम पाउडर, और मशरूम आचार की प्रदर्शनी लगाई। इन उत्पादों ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया।
कृषि विभाग और किसान समन्वयकों का सहयोग
मेले में उप परियोजना निदेशक श्री अभिषेक रंजन, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी श्री कुन्दन किशोर आर्य, सहायक निदेशक श्री अशोक कुमार और अन्य कृषि अधिकारी उपस्थित रहे। किसानों को विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के अवसर मिले। सहायक तकनीकी प्रबंधक श्री मनीष कुमार और कृषि समन्वयक श्री सुरेन्द्र पाल ने मंच का संचालन किया और कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नवादा का कृषि इतिहास और विकास
नवादा जिला हमेशा से कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहाँ के किसान अपनी मेहनत और समर्पण से अपनी फसलें उगाते हैं और अपने उत्पादों से बाजार में एक अलग पहचान बनाते हैं। यह मेला किसानों के लिए न केवल एक प्रदर्शनी था, बल्कि यह उनके अनुभवों, कठिनाइयों और सफलता की कहानियों को साझा करने का एक अद्भुत अवसर भी था। यह मेला नवादा के कृषि इतिहास और विकास को भी दर्शाता है, जो साल दर साल उन्नति की ओर बढ़ रहा है।
समापन
किसान मेला ने नवादा जिले के कृषि परिदृश्य को और भी उजागर किया और किसानों को अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। यह आयोजन निश्चित ही किसानों के लिए लाभकारी साबित होगा, और अगले साल इसे और भी बड़े पैमाने पर आयोजित करने की उम्मीद की जा रही है। यदि आप भी किसान हैं या कृषि क्षेत्र में रुचि रखते हैं, तो इस तरह के आयोजनों को न चूकें, क्योंकि ये आपको नई जानकारियां और अनुभव प्रदान करते हैं जो आपके कृषि व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं।