Nawada: महिला महाविद्यालय में सेवानिवृत्त शिक्षक के निधन पर श्रद्धांजलि सभा, शोक की लहर
नवादा जिले के वारिसलीगंज महिला महाविद्यालय में सेवानिवृत्त शिक्षक प्रो. नागेंद्र प्रसाद के निधन पर श्रद्धांजलि सभा, शिक्षकों और कर्मचारियों ने किया उन्हें याद।
नवादा, बिहार: नवादा जिले के वारिसलीगंज स्थित महिला महाविद्यालय में एक दुखद घटना हुई। महाविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान विभाग के सेवानिवृत्त शिक्षक प्रो. नागेंद्र प्रसाद का आकस्मिक निधन हो गया, जिससे महाविद्यालय परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। सोमवार को महाविद्यालय परिसर में उनके निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों और कर्मचारियों ने स्व. प्रो. नागेंद्र प्रसाद को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
महाविद्यालय परिवार की भावना
श्रद्धांजलि सभा में महाविद्यालय के कई शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी और छात्र-छात्राएं शामिल हुए। सभा में प्रो. रविंद्र कुमार निराला, प्रो. अंजनी कुमार पप्पू, प्रो. सुनील कुमार, प्रो. प्रवीण कुमार, प्रो. निभा कुमारी, और कर्मचारी ललिता कुमारी, ज्ञानती कुमारी, राजकुमारी देवी, अरुण कुमार, सुनील कुमार, महेंद्र सिंह, विकास कुमार, नीतीश कुमार, सच्चिदानंद सिंह जैसे अनेक लोगों ने प्रो. नागेंद्र प्रसाद के योगदान और उनके साथ बिताए गए समय को याद किया।
प्रो. नागेंद्र प्रसाद को एक शिक्षाविद् के रूप में उनके समर्पण और छात्रों के प्रति उनकी जिम्मेदारी के लिए जाना जाता था। उनके निधन से न केवल महाविद्यालय बल्कि पूरे जिले में शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ा खालीपन आ गया है। उनके मार्गदर्शन में कई छात्रों ने सफलता की ऊँचाइयों को छूआ और आज भी उनके विचार और शिक्षाएं लोगों के दिलों में जीवित हैं।
प्रोफेशनल जीवन और योगदान
प्रो. नागेंद्र प्रसाद का पेशेवर जीवन शिक्षा के प्रति उनके अडिग समर्पण का प्रतीक था। वे अपने छात्रों को न केवल विषय सामग्री बल्कि जीवन के मूल्यों की भी शिक्षा देते थे। उनकी शिक्षण शैली और छात्र-हितैषी दृष्टिकोण ने उन्हें उनके सहकर्मियों और विद्यार्थियों के बीच एक प्रिय व्यक्ति बना दिया था।
उनकी विदाई के बाद, महाविद्यालय परिवार ने उनके योगदान को याद करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
समूह का आभार और यादें
श्रद्धांजलि सभा में शामिल लोगों ने प्रो. नागेंद्र प्रसाद के योगदान को याद किया और कहा कि उनके बिना महाविद्यालय की शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा। उनके विचार और दृष्टिकोण को हमेशा याद रखा जाएगा। सभा में उपस्थित शिक्षकों ने बताया कि प्रो. नागेंद्र प्रसाद ने अपने ज्ञान और अनुभव से कई पीढ़ियों को सशक्त किया।
उनकी शिक्षाओं और उनके साथ बिताए गए समय की यादें महाविद्यालय परिवार के लिए हमेशा जीवित रहेंगी। इस सभा के दौरान उनके बारे में कई यादगार बातें साझा की गईं और उनके व्यक्तित्व के अलग-अलग पहलुओं को उजागर किया गया।
प्रो. नागेंद्र प्रसाद के निधन से महाविद्यालय परिवार में शोक की लहर है। उनके योगदान और शिक्षण शैली को याद करते हुए महाविद्यालय ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनकी यादें और शिक्षा हमेशा महाविद्यालय और उनके छात्रों के दिलों में जीवित रहेंगी।
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