Mango Protest: श्री बन्ना गुप्ता जी के निर्देश पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कचड़ा उठाव के लिए उग्र धरना

कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा मानगो में कचड़े के उठाव और निष्पादन को लेकर एक दिवसीय धरने का आयोजन किया गया। जानिए इस मुद्दे पर क्या बोले नेताओं और जनता।

Jan 4, 2025 - 16:21
Jan 4, 2025 - 16:31
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Mango Protest: श्री बन्ना गुप्ता जी के निर्देश पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कचड़ा उठाव के लिए उग्र धरना
Mango Protest: श्री बन्ना गुप्ता जी के निर्देश पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कचड़ा उठाव के लिए उग्र धरना

मानगो, कचड़ा समस्या! इन दो शब्दों से मानगो के लोग आजकल अच्छी तरह परिचित हैं। जहां एक ओर इस क्षेत्र की सड़कों पर कचड़े का ढेर दिखाई देता है, वहीं दूसरी ओर लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए खतरे की घंटी भी बज रही है। इस गंभीर मुद्दे पर, पूर्व मंत्री श्री बन्ना गुप्ता जी के निर्देश पर आज मानगो में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा एक दिवसीय सांकेतिक धरने का आयोजन किया गया। यह धरना मानगो नगर निगम के पास महात्मा गांधी जी के स्मारक के पास दिया गया।

धरने की शुरुआत से पहले कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। लेकिन इसके बाद जो घटनाएं घटीं, वह एक बड़ा सवाल खड़ा करती हैं कि क्या हमारी सरकारें वाकई जनता के मुद्दों को गंभीरता से ले रही हैं?

मानगो के कचड़े का संकट: क्या है असल समस्या?

कांग्रेस कार्यकर्ता नितेश मित्तल ने आरोप लगाया कि वर्तमान विधायक के एनजीटी में शिकायत करने के कारण पिछले 15 दिनों से मानगो में कचड़े का उठाव पूरी तरह से बंद हो चुका है। इसके कारण हर चौक चौराहे पर गंदगी का अंबार लग गया है, जिससे वहां से गुजरने वाले लोग परेशान हैं। "कचड़ा सड़ने लगा है, और इससे मानगो क्षेत्र में महामारी फैलने का खतरा बढ़ गया है," नितेश मित्तल ने कहा। इसके अलावा, मानगो नगर निगम ने महामारी के खतरे को देखते हुए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी नहीं करवाया। जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना दिया, तो विधायक के लोग अचानक ब्लीचिंग पाउडर छिड़कने लगे, जिससे साफ पता चलता है कि उनका काम सिर्फ आंखों में धूल झोंकने तक सीमित है।

गुड्डू सिंह का बयान: क्या होगा अगला कदम?

धरने में शामिल गुड्डू सिंह ने चेतावनी दी कि अगर अगले 48 घंटे में मानगो में कचड़े का उठाव और उसका निष्पादन नहीं किया गया, तो वे मानगो नगर निगम में तालाबंदी करेंगे। "इसकी पूरी जिम्मेदारी मानगो नगर निगम और स्थानीय विधायक की होगी," उन्होंने कहा। इस बयान से साफ है कि अगर इस मुद्दे का समाधान नहीं हुआ, तो यह आंदोलन और तेज हो सकता है।

पप्पू सिंह उज्जैन की टिप्पणी: मानगो का सपना और हकीकत

पप्पू सिंह उज्जैन ने कहा कि पूर्व विधायक श्री बन्ना गुप्ता जी का सपना था कि मानगो को एक साफ, सुंदर और रमणीक क्षेत्र बनाया जाए। लेकिन आज स्थिति ऐसी हो गई है कि मानगो में कचड़े की भरमार है और यहां की हवा बदबू से भरी हुई है। "यह स्थिति मानगो की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी," उन्होंने चेताया। मानगो के लोगों को यह महसूस हो रहा है कि उनके सपनों का शहर अब गंदगी के ढेर में तब्दील हो गया है।

ऐतिहासिक संदर्भ: गांधी जी के सपनों का सच?

यह मुद्दा केवल आज का नहीं है। गांधी जी ने हमेशा स्वच्छता को भारतीय समाज के सुधार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना था। उनका मानना था कि स्वच्छता से न केवल स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि समाज में आत्मविश्वास और समर्पण की भावना भी उत्पन्न होती है। आज, जब हम गांधी जी के जन्मस्थान पर खड़े होते हैं, तो क्या उनके सपनों का भारत सच में स्वच्छ है? मानगो की गंदगी और कचड़ा इस सवाल का एक कड़ा उत्तर बनकर उभरता है।

धरने में भाग लेने वाले प्रमुख नेता:

आज के इस धरने में प्रमुख रूप से गुड्डू सिंह, पप्पू सिंह उज्जैन, अजय मिश्रा, अखिलेश सिंह, संजय तिवारी, बबुआ झा, नितेश मित्तल, संजय शर्मा, मोहम्मद अख्तर, राकेश दास, शाहनवाज अहमद, बबन शुक्ला, ताकू भाई, सुरेंद्र गुप्ता, प्रभाकर, अश्विनी सिंह, सुबोध पाल, जयदेव शर्मा, शिशु गोप, कृपा मुर्मू, पवन बिहारी ओझा, निधि मिश्रा, गोपाल यादव, सनी अनुराग, दिनेश लोहार, सूरज प्रकाश, केपी भाई, उमेश शर्मा और अनुज प्रसाद जैसे नेता उपस्थित थे।

मानगो का कचड़ा संकट केवल एक स्थानीय समस्या नहीं है, बल्कि यह समग्र समाज और हमारे नेतृत्व की जिम्मेदारी को चुनौती देने वाला मुद्दा बन चुका है। अगर इस मुद्दे का जल्द समाधान नहीं निकाला गया, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इस धरने ने यह साबित कर दिया कि मानगो की जनता अब चुप नहीं बैठेगी और किसी भी हालत में अपने इलाके को साफ और स्वस्थ बनाना चाहती है। अब देखना यह होगा कि स्थानीय विधायक और नगर निगम इस पर किस तरह की कार्रवाई करते हैं।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।